घोसी विस उपचुनाव-2023: भाजपा ने खोला पत्ता, दारा सिंह चौहान होंगे प्रत्याशी; 16 अगस्त को दाखिल करेंगे नामांकन
घोसी विधानसभा से होने वाले उपचुनाव में भाजपा ने अपना पत्ता खोल दिया है। यहां से दारा सिंह चौहान भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी होंगे। स्वतंत्रता दिवस के बाद आगामी 16 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। दूसरी तरफ सपा बसपा व कांग्रेस द्वारा पार्टी प्रत्याशी घोषित न किए जाने से उहापोह की स्थिति बनी है। दारासिंह चौहान अपने तीन दशक के राजनीतिक करियर में हमेशा सत्ता के करीब रहे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Paras PandeyUpdated: Sat, 12 Aug 2023 04:15 AM (IST)
मऊ,जागरण संवाददाता। घोसी विधानसभा से होने वाले उपचुनाव में भाजपा ने अपना पत्ता खोल दिया है। यहां से दारा सिंह चौहान भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी होंगे। स्वतंत्रता दिवस के बाद आगामी 16 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। दूसरी तरफ सपा, बसपा व कांग्रेस द्वारा पार्टी प्रत्याशी घोषित न किए जाने से उहापोह की स्थिति बनी हुई है। दारासिंह चौहान अपने तीन दशक के राजनीतिक करियर में हमेशा सत्ता के करीब रहे हैं।
यही वजह है कि वह दल-बदल में माहिर हैं। अब उनके समर्थक और मतदाता उन्हें राजनीतिक वैज्ञानिक भी मानते हैं। दारासिंह चौहान को बसपा ने वर्ष 1996 में पहली बार राज्यसभा भेजा। चार साल का कार्यकाल पूरा होते ही उन्होंने हवा का रुख भांप लिया और सपा में शामिल हो गए थे। फिर क्या था 2000 में सपा ने भी उन्हें राज्यसभा भेज दिया था।वर्ष 2006 में राज्यसभा कार्यकाल पूरा हुआ। इसी बीच फिर उन्होंने राजनीति की हवा को परखा और वर्ष 2007 के चुनाव से पहले बसपा में शामिल हो गए थे। यूपी में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनीं और 2009 लोकसभा चुनाव में बसपा से जीतकर लोकसभा पहुंचे और बसपा संसदीय दल नेता बने थे। वर्ष 2012 में अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने थे। इस दौरान उन्होंने अपना पैतरा नहीं बदले लेकिन वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में देश में भाजपा की सरकार बनी तो भाजपा की तरफ खिंचते चले गए। 12 फरवरी 2015 को बीजेपी में शामिल हो गए।
दारासिंह चौहान को भाजपा ने पिछड़ी जाति प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया था। इसके बाद वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में मधुबन सीट से जीत हासिल कर दारासिंह योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री वन एवं पर्यावरण बने। इस बीच 2022 विधानसभा चुनाव के पूर्व 12 जनवरी को अचानक भाजपा पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पार्टी व कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिए। इसके बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ हो गए थे।
अखिलेश यादव ने सपा से उन्हें घोसी विधानसभा से प्रत्याशी बनाया था और उन्होंने भाजपा के विजय राजभर को लगभग 22 हजार वोटों से हराकर जीत हासिल की थी। लगभग डेढ़ साल तक सपा से विधायक रहे दारा सिंह चौहान ने बीते 15 जुलाई को विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया और भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा की तरफ से मुझे प्रत्याशी घोषित किया गया है।
प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में मेरे नाम की मुहर लग गई है। केंद्रीय नेतृत्व को भेजा गया है। अभी से वहां से स्पष्ट नहीं किया गया है। केंद्रीय नेतृत्व के हर निर्णय का स्वागत है। आगामी 16 अगस्त को वह अपना नामांकन दाखिल करेंगे। दारा सिंह चौहान, पूर्व मंत्री व भाजपा नेता।
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