हरियाणा या झारखंड से जुड़े हो सकते हैं हैकरों के तार, आइजी कार्यालय व डीएम का नंबर हैक कर ठगी
कोतवाली के नदवासराय क्षेत्र के तिघरा निवासी बेरोजगार युवक लाल बहादुर निषाद को शासकीय नौकरी दिलाने का झांसा देकर 4.15 लाख रुपये की ठगी असामान्य ठगी है। ठग ने आइजी का मोबाइल हैक करने के साथ ही मऊ के जिलाधिकारी का भी मोबाइल हैक कर इस घटना को अंजाम दिया। इसके चलते उसके तार हरियाणा या झारखंड से जुड़े होने की संभावना प्रबल है।
संवाद सूत्र, घोसी (मऊ)। कोतवाली के नदवासराय क्षेत्र के तिघरा निवासी बेरोजगार युवक लाल बहादुर निषाद को शासकीय नौकरी दिलाने का झांसा देकर 4.15 लाख रुपये की ठगी असामान्य ठगी है। ठग ने आइजी का मोबाइल हैक करने के साथ ही मऊ के जिलाधिकारी का भी मोबाइल हैक कर इस घटना को अंजाम दिया। इसके चलते उसके तार हरियाणा या झारखंड से जुड़े होने की संभावना प्रबल है। इन दोनों प्रांतों में ऐसे मामले सामने आने की घटनाएं हो चुकी हैं।
दरअसल बेरोजगार युवक लाल बहादुर ने इंटरनेट मीडिया पर एक विज्ञापन देखा। उसमें दिए गए मोबाइल नंबर पर 24 अक्टूबर 2023 काे काल किया। मोबाइल बंद मिला। अगले दिन उसके नंबर पर काल आई। काल करने वाले ने आइजी कार्यालय में स्वयं के कार्यरत होने का झांसा दिया। उसने कार्यालय के मोबाइल नंबर से काल कर बेरोजगार युवक का विश्वास जीता। बाद में वह डीएम के नंबर से काल करने लगा।
हैकिंग का नया तरीका
स्पष्ट है कि आइजी कार्यालय न तो किसी को नौकरी देने को काल करता है नहीं जिलाधिकारी करते हैं। बेरोजगार युवक को इतने छोटे से तथ्य की जानकारी तब हुई जब वह 15 हजार देने के बाद चार लाख रुपये ठग के खाते में भेज चुका था। दरअसल अब फेसबुक या मैसेंजर हैक करने से दो कदम आगे बढ़कर हैकिंग का नया तरीका एप के रूप में आ गया है। इस घटना में भी ठग ने एक एप के माध्यम से आइजी कार्यालय व डीएम का मोबाइल हैक कर लिया।
इस एप के माध्यम से काल करने पर वास्तविक नंबर धारक को माेबाइल हैक होने का सामान्य तौर पर पता तक नहीं चलता है। अलबत्ता कुछ संकेत ऐसे हैं जो मोबाइल हैक करने पर ही दिखते हैं। ऐसे में मोबाइल हैक करने वाले तक पहुंचना आसान नहीं होगा।
हैकर सहित उसके स्वजन ने बाद में जिस मोबाइल नंबर का प्रयोग किया, वह भी उसका वास्तविक नंबर नहीं होगा। नोएडा के रिटायर्ड कर्नल से छह लाख की ठगी व एक महिला अधिकारी का नंबर हैक कर दूसरों को अश्लील वीडियो भेजने जैसी अन्य घटनाओं में हरियाणा व झारखंड सहित राजस्थान के हैकर लिप्त पाए गए हैं।
पुलिस मामले की विवेचना कर रही है। हैकर ने नवीनतम तकनीक का प्रयोग किया है। घटना का अनावरण होना तय है।
- दिनेश दत्त मिश्रा, क्षेत्राधिकारी घोसी।