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इंक्वायरी लिपिक ही यात्रियों से पूछ रहा कब आएगी ट्रेन

जागरण संवाददाता, मऊ : स्थानीय रेलवे स्टेशन पर लापरवाही हर कदम पर यात्रियों का टेंशन बढ़ा रही है। जर

By JagranEdited By: Updated: Tue, 08 May 2018 11:01 PM (IST)
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इंक्वायरी लिपिक ही यात्रियों से पूछ रहा कब आएगी ट्रेन

जागरण संवाददाता, मऊ : स्थानीय रेलवे स्टेशन पर लापरवाही हर कदम पर यात्रियों का टेंशन बढ़ा रही है। जरा सोचिए ट्रेन का इंतजार कर ऊबने के बाद जब आप पूछताछ की खिड़की पर ट्रेन के संबंध में पूछताछ कर्मचारी से सवाल करें और कर्मचारी खुद आप से पूछे कि जरा मोबाइल में देखकर बताइए ना ट्रेन कब आएगी तो आपको कैसा लगेगा।

पूछताछ कर्मचारी को ही पूछता देख ट्रेन को लेकर यात्रियों की निराशा और बढ़ जा रही है। वहीं, इंटरनेट के जरिए वांछित ट्रेन के संबंध में कभी-कभी लोकेशन को लेकर गलत सूचनाएं भी मिल रही हैं। उधर, पिछले दो सप्ताह से रेलवे स्टेशन के पूछताछ कार्यालय में लगी ट्रेन इंक्वायरी मशीन (एनटीएस) जली पड़ी है, लेकिन विभागीय अधिकारियों को इसकी परवाह नहीं है।

रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं में पूछताछ कार्यालय से सूचनाएं मिलते रहना सबसे बड़ी सुविधा है। ऐसे वक्त में जब ज्यादातर रेलगाड़ियां 10 से 22 और 25 घंटे लेट चल रही हों तो पूछताछ कार्यालय की अहमियत और बढ़ जाती है। यह सच है कि एंड्रायड मोबाइल फोन के आने के बाद रेलवे की पूछताछ खिड़की पर भीड़ कुछ घटी है, लेकिन ट्रेनों के संबंध में आधिकारिक जानकारी के लिए आज भी यात्रियों की निर्भरता पूछताछ कार्यालय पर ही है। पिछले कई दिनों से रेलवे स्टेशन के पूछताछ कार्यालय में जब भी कोई मोबाइल धारक पहुंचता है तो पूछताछ कर्मचारी उससे खुद पूछने लगता है कि जरा अपने मोबाइल में देखकर हमे बताइए कि ट्रेन की लोकेशन इस समय कहां है। पूछताछ कर्मचारी सिर्फ पूछता ही नहीं बल्कि सूचना को लिख भी लेता है और अगले कई यात्रियों को वही सूचना देता रहता है जबकि इंटरनेट पर ट्रेन की ताजा लोकेशन की जानकारी कई बार भ्रामक निकलती है। सही सूचना न मिलने पर यात्रियों की परेशानी और बढ़ जा रही है। लिच्छवी के इंतजार में आए अशोक कुमार यादव, पवन ¨सह, बिरजू तिवारी आदि ने रेलवे प्रशासन से एनटीएस मशीन को शीघ्र दुरुस्त कराए जाने की मांग की है।