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Ghosi Vidhan Sabha: राजनीतिक दलों की घोसी में बढ़ी चहलकदमी, दारा चौहान के इस्तीफे के बाद बनी उपचुनाव की स्थिति

Ghosi Vidhan Sabha विधानसभा क्षेत्र घोसी के सपा विधायक दारा सिंह चौहान के त्यागपत्र देकर भाजपा में सम्मिलित होने के बाद रिक्त पद पर उप चुनाव होना तय है। ऐसे में यहां राजनीतिक दलों की हलचल भी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी चौहान चेतना सम्मेलन करके नेता और जनता दोनों को साध रही है। बीजेपी और सुभासपा अलग समीकरण साधने में जुटी है।

By Swati SinghEdited By: Swati SinghUpdated: Sat, 05 Aug 2023 01:55 PM (IST)
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राजनीतिक दलों की घोसी में बढ़ी चहलकदमी, दारा चौहान के त्यागपत्र के बाद बनी उपचुनाव की स्थिति

मऊ, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश में इन दिनों राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टियों में दल बदलने के कयास एक बार फिर शुरू हो गए हैं। विधानसभा क्षेत्र घोसी के सपा विधायक दारा सिंह चौहान के त्यागपत्र देकर भाजपा में सम्मिलित होने के बाद रिक्त पद पर उप चुनाव होना तय है। इसके चलते विभिन्न दलों की चहलकदमी व कार्यक्रमों की बाढ़ आ गई है।

भाजपा भले ही मिशन 2024 को लेकर पूर्व मंत्री दारा चौहान के त्यागपत्र देने के पूर्व से ही सक्रिय है पर इन दिनों भाजपा के एक अल्पसंख्यक नेता की सक्रियता बढ़ गई है। हालांकि अंदर की खबर यह है कि प्रदेश मंत्रिमंडल के विस्तार में भाजपा दारा चौहान को मंत्री पद देकर चुनाव मैदान में उतार सकती है।

सुभासपा और भाजपा गठबंधन से बन रहे कई एंगल

सुभासपा व भाजपा के बीच गठबंधन होने से सुभासपा नेता घोसी पर दबी जुबान में दावा कर रहे हैं। पूर्व मंत्री दारा के साथ ही सुभासपा सुप्रीमो को भी मंत्री बनाए जाने के बाद घोसी से मैदान में उतारे जाने का तर्क दे रहे हैं। इन दोनों में से कोई मैदान में न उतरा तो पूर्व विधायक विजय राजभर की दावेदारी को कमतर नहीं किया जा सकता है। इस पूर्व विधायक को भले ही 2022 में हार का सामना करना पड़ा पर मतदान प्रतिशत में गिरावट के बावजूद 2019 के उपचुनाव में मिले 68371 के सापेक्ष 2022 में 86214 मत मिले थे।

नेताओं को साधने में जुटी समाजवादी पार्टी

समाजवादी पार्टी ने रविवार को ही चौहान चेतना सम्मेलन आयोजित कर भाजपा का दामन थामने वाले दारा चौहान पर निशाना साधा। कहने को भले ही यह चौहान सम्मेलन था पर सपा के मऊ से लेकर आजमगढ़ तक के वर्तमान व पूर्व विधायकों सहित सभी दिग्गज नेताओं की उपस्थिति रही।

राजनीतिक गलियारों में इस सम्मेलन के निहितार्थ पर चर्चा हो रही है। सपा के परंपरागत मतदाता अभी से पूरे जोश में है। कार्यकर्ताओं की मानें तो घोसी में सपा ऐसे किसी को उतारेगी जो भाजपा के मतों में भी सेंधमारी करने में सक्षम हो।

घोसी में दूसरी बार होगा उपचुनाव

विधानसभा क्षेत्र घोसी में अब तक मात्र एक बार उपचुनाव की स्थिति उत्पन्न हुई है। यहां से 2017 में चुनाव जीते भाजपा विधायक फागू चौहान को केंद्र सरकार ने 2019 में बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया। इसके चलते प्रथम बार यहां उपचुनाव हुआ। दूसरी बार अब विधायक दारा सिंह चौहान के विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देने के कारण उपचुनाव होना तय है।

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