Mukhtar Ansari Health: मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में खतरा, कोर्ट से लगाई जान बचाने की गुहार, कहा-साजिश रच रही है...
Mukhtar Ansari Health बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को हत्या का डर सता रहा है। वह लगातार न्यायालय के समक्ष अपनी जान की सुरक्षा की गुहार लगा रहा है। दक्षिण टोला थाने में दर्ज फर्जी शस्त्र लाइसेंस के मामले में मुख्तार अंसारी ने एमपी-एमएलए की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्वेता चौधरी की अदालत में 20 मार्च को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जान का खतरा बताते हुए गुहार लगाई थी।
जागरण संवाददाता, मऊ। बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को हत्या का डर सता रहा है। वह लगातार न्यायालय के समक्ष अपनी जान की सुरक्षा की गुहार लगा रहा है। बुधवार को एमपी-एमएलए कोर्ट की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्वेता चौधरी की अदालत में अपने अधिवक्ता के माध्यम से मुख्तार ने गुहार लगाई।
प्रार्थना पत्र के माध्यम से कहा गया है कि मुख्तार अंसारी को साजिश के तहत मेडिकल कॉलेज से फिर बांदा कारागार में भर्ती कराया गया है, ताकि उसकी हत्या की जा सके। मुख्तार के बेटे और भाई ने भी उनकी तबीयत को लेकर दावा किया था।
मुख्तार ने बताया जान का खतरा
दक्षिण टोला थाने में दर्ज फर्जी शस्त्र लाइसेंस के मामले में मुख्तार अंसारी ने एमपी-एमएलए की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्वेता चौधरी की अदालत में 20 मार्च को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जान का खतरा बताते हुए गुहार लगाई थी। उसके अधिवक्ता ने 21 मार्च को अदालत में आवेदन देकर सरकार व जेल प्रशासन सहित अन्य राजनीतिक लोगों पर षड्यंत्र कर जान से मारने व बीते 19 मार्च को जहर देने का आरोप लगाते हुए उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की गुहार लगाई थी।सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देकर लगाई गुहार
मुख्तार के इस आवेदन पर अदालत ने बांदा जेल से 27 मार्च को रिपोर्ट तलब की थी, किंतु जेल प्रशासन से इस आवेदन पर कोई आख्या नहीं आई। मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता ने बुधवार को पुनः एक आवेदन दिया कि जेल प्रशासन ने बंदी मुख्तार को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया, फिर दूसरे दिन निकालकर वापस जेल में डाल दिया गया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए समुचित चिकित्सा उपलब्ध कराने की गुहार लगाई है।
हत्या के लिए रची जा रही साजिश
मुख्तार अंसारी की तरफ से कहा गया कि पिछली दरख्वास्त पर कोई आख्या नहीं आई है और आरोपित की तबीयत खराब है। उसे साजिश के तहत अस्पताल से पुनः जेल भेजा गया, ताकि उसकी हत्या की जा सके। बंदी की तरफ से विधिक कार्रवाई का आग्रह किया गया है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आवेदन पर सुनवाई कर आदेश सुरक्षित रख लिया है।यह भी पढ़ें: Mukhtar Ansari: गैंगस्टर एक्ट और असलहा प्रकरण के तीन मामलों में हुई मुख्तार अंसारी की पेशी, उपस्थित नहीं हुए गवाह
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।