अप्रैल में बनकर तैयार हो जाएगा सरयू नदी का नया पुल, वाराणसी-गोरखपुर फोरलेन पर सुगम होगा सफर; NHAI की चूक से हुई देरी
दोहरीघाट फोरलेन पुल निर्माण के ब्रिजहेड एके कुशवाहा ने बताया कि एक लेन के पिलर तैयार कर उसके ऊपर सेगमेंट भी ढाल दिया गया है। पुल के एक लेन को चालू करने को लेकर युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। दूसरे लेन के भी लगभग सेगमेंट ढालकर तैयार किए जा चुके हैं। ब्रिज हेड एक दिन मे लांचर सेगमेंट ढालने वाली मशीन पचास मीटर ही आगे बढ़ती है।
संवाद सूत्र, दोहरीघाट (मऊ)। New Bridge Of Saryu River: गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन पर दोहरीघाट को बाइपास देने के लिए नई बाजार-ओझौली के समीप सरयू नदी पर बन रहे फोरलेन पुल के निर्माण का कार्य तेजी से पूरा होने की ओर अग्रसर है। पुल पर फिलहाल एक लेन का सेगमेंट ढालकर तैयार कर लिया गया है। एक लेन के सभी पीलरों पर सेगमेंट ढाल दिए जाने से अप्रैल तक आवागमन की शुरू हो जाने की भी उम्मीदें जग गई हैं।
फोरलेन पुल निर्माण के ब्रिजहेड एके कुशवाहा ने बताया कि एक लेन के पिलर तैयार कर उसके ऊपर सेगमेंट भी ढाल दिया गया है। पुल के एक लेन को चालू करने को लेकर युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। दूसरे लेन के भी लगभग सेगमेंट ढालकर तैयार किए जा चुके हैं।
जल्द चालू होने की उम्मीद से लोगों में उत्साह
ब्रिज हेड कुशवाहा ने बताया कि एक दिन मे लांचर सेगमेंट ढालने वाली मशीन पचास मीटर ही आगे बढ़ती है। इससे अब 15 दिन में लांचर एक लेन से दूसरे लेन पर आ जाएगा। छह माह में ही दूसरा लेन भी चालू कर देने की योजना पर युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। फोरलेन के लिए बन रहा पुल जल्द चालू होने की उम्मीद पर ही दोहरीघाट व बड़हलगंज नगर में जबर्दस्त उत्साह है।सरयू नदी के इस पार और उस पार बसे दोनों नगरों के लोग कई वर्षों से सबसे ज्यादा जाम की समस्या से परेशान हैं। फोरलेन पुल चालू होते ही दोहरीघाट व बड़हलगंज के बीच जाम की समस्या गुजरे जमाने की बात हो जाएगी। इस पुल पर आवागमन शुरू होने से आजमगढ़ जनपद के लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी।
लंबाई कम रखने से विलंबित हुआ कार्य
एनएचएआइ की ओर से 850 मीटर लंबाई रखते हुए 36 पीलरों पर पुल निर्माण करने का नक्शा दिया जाएगा। जबकि कार्यदाई संस्था ने पुल की लंबाई व पीलरों की संख्या पर सवाले उठाते हुए लंबाई व पिलर बढ़ाने की मांग किया था। तब एनएचएआइ ने अपने नक्शे को सही बताते हुए कार्यदाई संस्था के सवालों काे खारिज कर दिया।निर्माण शुरू होने पर तीन वर्ष पहले 70 मीटर फोरलेन पुल नदी की धारा में विलीन हो गया। बाद में एनएचएआइ ने गलती स्वीकार किया और नक्शे में संशोधन किया। तब जाकर पुल निर्माण का सपना तीन वर्ष के विलंब के साथ अब पूरा होने की दहलीज पर पहुंचा है।
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- 36 पीलरों पर चल रहा निर्माण कार्य
- 70 मीटर फोरेलन नदी की धारा में बह गया
- 15 दिन में एक लेन से दूसरे लेन पर आएगा लांचर