पूर्वांचल का पहला फोरलेन ओवरब्रिज जल्द बनकर हो जाएगा तैयार, पिलर के लिए गढ्डा खोदने में जुटीं सेतु निगम की मशीनें
यूपी के मऊ जिले में बाल निकेतन रेलवे क्रॉसिंग पर बन रहा जीरो-बी ओवरब्रिज पूर्वांचल में अपनी तरह का विशेष और फोरलेन ओवरब्रिज है। इसके एक टू-लेन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और अब दूसरे टू-लेन के लिए भी काम शुरू हो गया है। इस ओवरब्रिज के बनने से शहर में दो तरफ से आने वाले लोगों को सीधा फायदा मिलेगा।
संवाद सहयोगी, मऊ। शहर के बालनिकेतन रेलवे क्रासिंग संख्या जीरो-बी पर लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से चल रहे ओवरब्रिज निर्माण का कार्य पूरी रफ्तार पकड़ चुका है।
रेलवे क्रासिंग के पूरब दिशा में फोरलेन ओवरब्रिज के टू-लेन के लिए पिलर गाड़ने का कार्य 50 प्रतिशत पूर्ण कर लिए जाने के बाद रविवार से अगले टू-लेन के लिए भी अतिक्रमण से खाली कराई गई जमीन पर राज्य सेतु निगम की मशीनें पिलर के लिए गड्ढा खोदने लगी हैं।
बहुत जल्द पेट्रोल पंप भी हो जाएगा बंद
इससे जहां सदर बाजार से रोडवेज व रेलवे जाने वालों की चुनौतियां बढ़ गई हैं, वहीं पेट्रोल पंप को भी बहुत जल्द निर्माण कार्य के लिए बंद करने का निर्णय लिया जा सकता है।
शहर की जीरो-बी रेलवे क्रासिंग पर बनाया जा रहा ओवरब्रिज पूर्वांचल में अपनी तरह का विशेष व फोरलेन का ओवरब्रिज है।
ओवरब्रिज का एक टू-लेन हिंदी भवन से उठकर सदर चौक के तरफ सिंधी कॉलोनी स्थित शिवमंदिर के निकट उतरेगा, जबकि दूसरा टू-लेन हिंदी भवन के निकट से उठने के बाद सीधे ढेकुलियाघाट तमसा नदी पुल के पास गिरेगा। इससे शहर में दो तरफ से आने वाले लोग ओवरब्रिज का सीधा फायदा उठा सकेंगे। जनवरी 2024 से लगातार ओवरब्रिज का निर्माण कार्य जारी है।
टू-लेन ओवरब्रिज के लिए ही पिलर बनाए जाने का कार्य
अभी तक हिंदी भवन से सिंधी कॉलोनी की तरफ जाने वाले टू-लेन ओवरब्रिज के लिए ही पिलर बनाए जाने का कार्य चल रहा था, लेकिन शनिवार व रविवार को हिंदी भवन से ढेकुलियाघाट जाने वाले टू-लेन ओवरब्रिज के लिए भी पिलर बनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी सदर बाजार से रेलवे व रोडवेज जाने वाले लोगों को उठानी पड़ रही है।
हिंदी भवन से ढेकुलियाघाट जाने वाले टू-लेन ओवरब्रिज के पिलर बनाए जाने के लिए कार्य शुरू करा दिया गया है। तोड़फोड़ के लिए सभी भवनों के आस-पास निशान लगाए गए हैं। निर्माण जैसे-जैसे आगे बढ़ता जाएगा, जरूरत के हिसाब से तोड़फोड़ होती जाएगी।
- ज्ञानेंद्र वर्मा, परियोजना प्रबंधक, राज्य सेतु निगम, आजमगढ़।
यह भी पढ़ें- Mau News: मऊ में समाधान दिवस पर अधिकारियों ने सुनी जनता की फरियाद, 16 मामलों का निस्तारण