UPPCL: यूपी के इस जिले में 18 फरवरी से लगेंगे स्मार्ट प्रीपेड मीटर, पढ़ें कितने रुपये देना होगा शुल्क
विद्युत विभाग की ओर से जिले में हर तरफ की जा रही बिजली की चोरी के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए विद्युत विभाग की ओर से वर्तमान बिजली मीटर की जगह स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की रणनीति तैयार की गई है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर से यह होगा कि उपभोक्ता जितने रुपये का रिचार्ज कराए रहेंगे उतनी ही बिजली का इस्तेमाल कर पाएंगे।
जागरण संवाददाता, मऊ। विद्युत विभाग की ओर से जिले में हर तरफ की जा रही बिजली की चोरी के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए विद्युत विभाग की ओर से वर्तमान बिजली मीटर की जगह स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की रणनीति तैयार की गई है।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर से यह होगा कि उपभोक्ता जितने रुपये का रिचार्ज कराए रहेंगे, उतनी ही बिजली का इस्तेमाल कर पाएंगे। विद्युत वितरण खंड एक की ओर से शहर के दो हजार घरों में 18 फरवरी से नये मीटर लगाए जाएंगे। इसके लिए सर्वे व अन्य तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। नगर क्षेत्र में लगाए जाने के बाद इसे ग्रामीण इलाकों में भी लगाए जाने की योजना है।
अत्याधुनिक तकनीक से लैस है मीटर
विद्युत वितरण खंड एक के अधिशासी अभियंता बीएल आनंद ने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। घरों में इस मीटर के लगाए जाने के बाद बाइपास बिजली, मीटर से छेड़छाड़ आदि बिजली चोरी से जुड़े कार्य नहीं किए जा सकेंगे। यदि कोई उपभोक्ता ऐसा करने का प्रयास भी करेगा तो मीटर से सीधे इससे संबंधित मैसेज विभाग के कंट्रोल रूम को मिल जाएगी।स्मार्ट प्रीपेड मीटर से ठीक वैसे ही उपभोक्ता बिजली का लाभ उठाएंगे, जैसे मोबाइल रिचार्ज कराकर बातचीत करने या इंटरनेट सेवा का लाभ उठाते हैं। स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं के सीधे मोबाइल से जुड़ा होगा। उपभोक्ता को प्रतिदिन इसकी जानकारी होती रहेगी कि वह कितने यूनिट व कितने रुपये की बिजली इस्तेमाल कर चुका है।रिचार्ज समाप्त होने से पहले ही उपभोक्ता के मोबाइल पर बिजली का स्मार्ट प्रीपेड मीटर रिचार्ज कराने की सूचना मिल जाएगी। इसके अलावा आज बिजली नहीं रहेगी, इतने से इतने बजे या घंटे तक बिजली नहीं रहेगी, इस तरह की सूचनाएं भी उपभोक्ताओं को मोबाइल पर मिलती रहेगी। इस मीटर के जरिए विद्युत विभाग के कर्मचारियों की मनमानी को रोकने में भी मदद मिलेगी।
पूर्णत: निश्शुल्क होगा स्मार्ट प्रीपेड मीटर
अधिशासी अभियंता बीएल आनंद ने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगवाने के लिए उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की अतिरिक्त धनराशि नहीं देनी होगी। इसको उपभोक्ताओं के घर पर लगाने का व्यय स्वयं विभाग वहन करेगा। समय-समय पर रिचार्ज कराते हुए विद्युत उपभोक्ता मोबाइल फोन सेवा की तरह बिजली का लाभ उठाते रहेंगे।
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