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मेले में आया 23 करोड़ का भैंसा, खाता है अंडा-दूध और काजू-बादाम; सीमन निकालने के लिए रबड़ की भैंस… देखने वालों की लगी भीड़

मेरठ में आयोजित कृषि मेले में 23 करोड़ रुपये की कीमत वाला अनमोल नामक भैंसा आकर्षण का केंद्र बन गया है। इसके मालिक का दावा है कि इसके सीमन से पैदा होने वाली भैंस 21 किलो दूध देती है। अब तक इसका 10 करोड़ रुपये का सीमन बेचा जा चुका है और लगभग 4 लाख लोगों को सीमन बेचा गया है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Thu, 17 Oct 2024 05:00 AM (IST)
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मोदीपुरम स्थित कृषि विश्वविद्यालय में लगे कृषि मेले में 23 करोड़ की कीमत के भैंसा अनमोल। जागरण

जागरण संवाददाता, मेरठ। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एंव प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में लगे तीन दिवसीय कृषि मेले में 23 करोड़ की कीमत का अनमोल नामक भैंसा पहुंचा है, जो आकर्षण का केंद्र बना है। इसके मालिक का दावा है कि इसके भैंसे का सीमन (वीर्य) से पैदा होने वाली भैंस 21 किलो दूध देती है। वह अब तक इसका 10 करोड़ रुपये का सीमन बेच चुके है।

चार लाख लोगों को बेचा सीमन

हरियाणा के सिरसा स्थित गांव हस्सू निवासी जगतार सिंह ने बताया कि एम-29 का बच्चा अनमोल की कीमत लगभग 23 करोड़ लग चुकी है। जिसको महाराष्ट्र के एक किसान और पंजाब के एक विधायक ने कीमत लगाई है। अनमोल के सीमन अब तक लगभग चार लाख लोगों को बेचा जा चुका है। 

जगतार ने बताया कि लगभग 10 करोड़ की कीमत का सीमन बेच चुके हैं। अनमोल के सीमन की कीमत 250 रुपये रखी गई है। इसके एक बार के सीमन से 300 सीमन तैयार किए जाते हैं, जिससे एक भैंस को एक ही सीमन की आवश्यकता होती है। 

खाने में प्रतिदिन लगभग दो हजार रुपये

भैंसे के मालिक के मुताबिक, भैंसे अनमोल के खाने में प्रतिदिन लगभग दो हजार रुपये का खर्च आता है। इसको खाने के लिए दूध, अंडा, बादाम, काजू, खोटा, सरसों, गेहूं, मक्का, सोयाबीन आदि दिया जाता है। 

सीमन तैयार करने के लिए उनके द्वारा रबड़ की नकली भैंस का उपयोग करते हैं, जिस पर भैंस को जंप करा कर उसका सीमन निकाला जाता है। इस भैंसे के सीमन से भैंस दो महीने में गर्भवती हो जाती है।

अनमोल नामक भैंसे की इतनी कीमत लगना अजीब बात नहीं है। इससे पहले भी गोलू-2 के 10 करोड़ रुपये की कीमत लग चुकी है। ऐसे भैंसे सीमन के लिए प्रयोग में लाए जाते है। भैंसे की मां ने कितना दूध दिया होगा, उससे जो जींस आए हैं, वही आगे ट्रांसफर होंगे उनके बच्चों में इसको देखते हुए इसका निर्धारण किया जाता है। तीन साल की उम्र से ये सीमन के लिए तैयार हो जाते हैं। इनके सीमन से जो भैंस पैदा होती है, वह भी दूध ज्यादा देती है।

-डाॅ. अमित कुमार वर्मा, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष वेटेनरी मेडिसन विभाग कृषि विवि मोदीपुरम।

इसकी मां के दूध देने की क्षमता और सीमन से इसकी वैल्यू को निकाला जाता है। इसके जीवन भर की इनकम की वैल्यू को लगाया जाए तो इतना पहुंच सकता है। अगर इससे अलग कीमत देखी जाए तो यह कीमत नहीं मिल पाएगी। सीमन वैल्यू के आधार पर इससे भी ज्यादा पर जा सकता है।

-डाॅ. तरुण कुमार सर्कर, अधिष्ठाता प्रतिनिधि, कृषि विश्वविद्यालय मोदीपुरम।

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