हॉस्पिटल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा, आयुष्मान कार्ड देने के बावजूद शव नहीं देने का आरोप
पल्लवपुरम के फ्यूचर प्लस हॉस्पिटल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया। आरोप लगाया कि आयुष्मान कार्ड देने के बावजूद अस्पताल स्टाफ शव नहीं सौंप रहा है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची जानकारी की। हॉस्पिटल मैनेजर और अन्य स्टाफ से बातचीत के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद में हॉस्पिटल से चले गए।
जागरण संवाददाता, मोदीपुरम। पल्लवपुरम के फ्यूचर प्लस हॉस्पिटल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया। आरोप लगाया कि आयुष्मान कार्ड देने के बावजूद अस्पताल स्टाफ शव नहीं सौंप रहा है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची जानकारी की। हॉस्पिटल मैनेजर और अन्य स्टाफ से बातचीत के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद में हॉस्पिटल से चले गए।
पल्लवपुरम थाना क्षेत्र में डबल स्टोरी निवासी करीब 53 वर्षीय विनोद कुमार काफी समय से बीमार थे। करीब एक महीने पूर्व भी विनोद की तबीयत बिगड़ी थी, तब उन्हें फ्यूचर प्लस हॉस्पिटल में भर्ती किया था। सुधार होने के बाद परिजन घर ले गए थे।
यह है पूरा मामला
बताया जाता है कि शनिवार सुबह विनोद की दोबारा तबीयत खराब हुई। जिसे फ्यूचर प्लस हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया गया। कल दोपहर बाद परिजनों ने अस्पताल में विनोद का आयुष्मान कार्ड जमा किया। रविवार सुबह आयुष्मान कार्ड को अप्लाई किया जाता, मगर उससे पहले ही मरीज की मौत हो चुकी थी।
अस्पताल स्टाफ ने बिल जमा करने को कहा। इसी बात को लेकर परिजनों ने रोष प्रकट करते हुए हंगामा किया। इस सूचना पर इंस्पेक्टर जयप्रकाश यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामला जाना। डॉक्टर और स्टाफ से बातचीत की इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया, जिसे लेकर वह वहां से चले गए।
इंस्पेक्टर जयप्रकाश यादव का कहना है कि आयुष्मान कार्ड दे दिया था, मगर अप्लाई नहीं हो पाया था। उससे पहले ही मरीज की मौत हो गई। मामला निपट चुका है। शव पीड़ित ले गए हैं।
वहीं, दूसरी ओर फ्यूचर प्लस हॉस्पिटल के मैनेजर संजय का कहना है कि शनिवार सुबह मरीज भर्ती हुआ था, दोपहर को आयुष्मान कार्ड दिया। रविवार सुबह उसे अप्लाई करना था। मगर, उससे पहले ही उसकी मौत हो गई। कुछ लोगों ने पीड़ित परिजनों को उकसाने का प्रयास किया था। शव उनके परिजनों को सौंप दिया है।