Lok Sabha Election 2024: PM की रैली के बाद सर्द मौसम में बढ़ी राजनीतिक तपिश; पश्चिमी यूपी की इन सीटों पर भाजपा के तगड़े दावेदार
Lok Sabha Election 2024 गाजियाबाद गौतमबुद्धनगर और मेरठ पर केंद्रीय ईकाई रख रही सीधी नजरl गाजियाबाद से अरुण सिंह कुमार विश्वास व मेरठ से पीयूष गोयल की चर्चा। राम कथा व अयोध्या में बड़ी सक्रियता से चुनावी चर्चा के केंद्र में आए चर्चित कवि कुमार विश्वास भी यहां से उतारे जा सकते हैं। पार्टी 2024 में कई सीटों पर फिक्स जातीय समीकरणों को तोड़ेगी।
जागरण संवाददाता, संतोष शुक्ल, मेरठ। सर्द मौसम में राजनीतिक तपिश बढ़ने लगी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 25 जनवरी की बुलंदशहर में जनसभा के बाद कई सीटों के समीकरणों में हलचल तेज हुई है। राजस्थान एवं मध्यप्रदेश की तर्ज पर पार्टी ने चौंकाने वाले निर्णय लिए तो पश्चिम में भाजपा का राजनीतिक भूगोल बदल सकता है।
केंद्रीय ईकाई की दृष्टि से महत्वपूर्ण गाजियाबाद सीट पर बदलाव का पारा चढ़ा है, वहीं मेरठ, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, कैराना समेत अन्य सीटों पर नए नामों की कुंडली खंगाली जा रही।
जाट-गुर्जर कार्ड फेंटने का प्रयोग
2014 में भाजपा ने अमरोहा में गुर्जर कंवर सिंह तंवर और बिजनौर में जाट नेता कुंवर भारतेंदु को टिकट दिया। 2019 में पार्टी दोनों सीटें हार गई। अब पार्टी बिजनौर में गुर्जर एवं अमरोहा में जाट कार्ड खेलने की तैयारी में है। बसपा और सपा के कई बड़े गुर्जर नेता भी भाजपा का दामन थामने का मुहूर्त देख रहे हैं।ये भी पढ़ेंः UP News: जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विकार रसूल वानी को कोर्ट में मिली अनोखी सजा, ये था मामला
कुमार विश्वास पर भी नजर
भाजपा चुनाव में प्रदेश में क्लीन स्वीप के लिए पूरी ताकत झोंकेगी। 72 वर्ष के पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह गाजियाबाद से दो बार सांसद और दस वर्ष से केंद्रीय मंत्री हैं। बदलाव की स्थिति में क्षत्रिय चेहरे के रूप में राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, नोएडा विधायक पंकज सिंह व क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र शिशौदिया का नाम चर्चा में हैं।ये भी पढ़ेंः UP News: उत्तराखंड के मदरसों में श्रीराम कथा; यूपी में समाजवादी पार्टी के सांसद डा. एसटी हसन ने दी कड़ी प्रतिक्रिया, कही ये बात
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।केंद्रीय मंत्री पीयूष की मेरठ में चर्चा
मेरठ-हापुड़ सीट पर लगातार तीन बार सांसद चुने गए 72 साल के राजेंद्र अग्रवाल की जगह बदलाव हुआ तो पार्टी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को उतार सकती है। मेरठ से कद्दावर चेहरा उतारकर पार्टी दूर तक संदेश देगी। कैराना में गुर्जर चेहरों की नई कतार अपनी बारी की प्रतीक्षा में है।सहारनपुर में ब्राह्मण चेहरा राघव लखनपाल मजबूत हैं लेकिन जातीय समीकरण पलटा तो क्षत्रिय चेहरे के रूप में राज्यमंत्री व देवबंद विधायक कुंवर बृजेश सिंह बड़े दावेदार होंगे। ओबीसी कोटे से राज्यमंत्री जसवंत सैनी भी दावेदारी करेंगे। क्षत्रिय वर्ग की सीट रही मुरादाबाद में प्रदेश इकाई सैनी समीकरण का प्रयोग कर सकती है। वहीं, सुरक्षित सीट बुलंदशहर में जाटव समाज की महिला प्रत्याशी उतारने के योग बनाये जा रहे हैं।