Move to Jagran APP

Lok Sabha Election: भाजपा से लोकसभा का टिकट मिलने के बाद बोले 'राम', 'आज तक किसी सरकार ने नहीं दिया कोई सम्मान'

Lok Sabha Election महाभारत और रामायण के अधिकांश कलाकार सांसद बने या फिर किसी अन्य पद पर विराजमान हुए। लेकिन राम की भूमिका निभाने वाले मेरठ के अरुण गोविल ने खुद को अभी तक राजनीति से दूर ही रखा था। होइहि सोइ जो राम रचि राखा... सौभाग्य का क्षण देखिए जिस वर्ष भगवान श्रीराम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा हुई उसी साल गोविल का भी वनवास खत्म हुआ।

By pradeep diwedi Edited By: Vivek Shukla Updated: Mon, 25 Mar 2024 11:37 AM (IST)
Hero Image
भाजपा ने अरुण गोविल को प्रत्याशी घोषित किया है।
जागरण संवाददाता, मेरठ। मेरठ हापुड़ संसदीय सीट पर लंबे समय से भाजपा प्रत्याशी की घोषणा का इंतजार किया जा रहा था। रविवार को यह इंतजार खत्म हो गया। भाजपा ने आखिरकार मेरठ-हापुड़ संसदीय सीट पर भी प्रत्याशी की घोषणा कर दी है।

इस सीट पर लगातार तीन जीत दर्ज कर हैट्रिक बनाने वाले राजेंद्र अग्रवाल की जगह अबकी बार अरुण गोविल को प्रत्याशी घोषित किया है। अरुण गोविल के नाम की घोषणा से पूर्व कई नाम मेरठ हापुड़ संसदीय सीट पर चल रहे थे। वहीं, आगामी 28 मार्च से अब नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

अरुण गोविल ने इंटरनेट मीडिया के विभिन्न माध्यमों पर पोस्ट किया। लिखा कि नरेन्द्र मोदी और चयन समिति का बहुत हार्दिक आभार, जिन्होंने मेरठ का प्रत्याशी बनाकर इतना बड़ा कार्यभार सौंपा है। वहीं दूसरी तरफ कुछ समय पहले गोविल ने एक्स पर पोस्ट किया था कि चाहे कोई राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार, उन्हें आज तक किसी सरकार ने कोई सम्मान नहीं दिया है। वह उत्तर प्रदेश से हैं लेकिन उस सरकार ने भी आज तक कोई सम्मान नहीं दिया। पांच साल से मुंबई में हूं लेकिन महाराष्ट्र की सरकार ने भी सम्मान नहीं दिया।

इसे भी पढ़ें- यूपी के इस शहर में होली पर मचाया हुड़दंग तो सलाखों के पीछे छूटेगा रंग, मिली चेतावनी

मेरठ में पले बढ़े और पर्दे पर भगवान राम की भूमिका निभाकर 'देवत्व' प्राप्त करने वाले अरुण गोविल को भाजपा ने मेरठ-हापुड़ लोकसभा से टिकट देकर उन्हें भगवा रथ का सारथी बना दिया।

22 जनवरी को अयोध्या में अरुण गोविल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक के साथ कई बार नजर आए। एक दिन पहले जब अरुण गोविल पीत वस्त्र धारण कर अयोध्या की सड़कों पर निकले तो जनता ने उनका स्वागत प्रभु राम के रूप में ही किया था। रामनगरी में देश भर के संतों, उद्योगपतियों एवं अभिनेताओं को शीश नवाते देखा गया। तभी से माना जा रहा था कि भाजपा इस लहर का चुनावी लाभ अवश्य लेगी।

इसे भी पढ़ें-इस बार होली पर बंद नहीं होगा बैंक, RBI के इस आदेश से कर्मियों का फीका हुआ त्‍योहार, जानिए वजह

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।