Move to Jagran APP

इंटरनेट को दोस्त बनाकर आशीष बन गए डिजिटल गुरु

आशीष स्कूली दिनों में इंटरनेट से जुड़े तो इसके इस्तेमाल की कब लत गई पता ही नहीं चला।

By JagranEdited By: Updated: Wed, 30 Oct 2019 06:24 AM (IST)
Hero Image
इंटरनेट को दोस्त बनाकर आशीष बन गए डिजिटल गुरु

मेरठ,जेएनएन। आशीष स्कूली दिनों में इंटरनेट से जुड़े तो इसके इस्तेमाल की कब लत गई पता ही नहीं चला। परिजन डरने लगे कि अब वह पढ़ाई नहीं कर सकेगा, लेकिन आशीष ने उसी लत को पैशन में तब्दील किया और इंटरनेट को अपना गुरु बनाकर स्वयं युवाओं के डिजिटल गुरु बन गए। डिजिटल मार्केटिंग की ऑनलाइन ट्रेनिंग स्वयं करने के बाद गूगल से सर्टिफिकेट लेकर अपना करियर बनाया और अब ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को डिजिटल मार्केटिंग के गुर सिखा रहे हैं। आशीष अब तक पांच हजार से अधिक स्कूल व कॉलेज छात्रों को 'डिजिटल रुद्रा' बनकर कंप्यूटर, इंटरनेट, डिजिटल मार्केटिंग की ट्रेनिंग करा चुके हैं।

खुद पूरी की ट्रेनिंग

आशीष के अनुसार आठवीं कक्षा के दौरान ही लैपटॉप मिलने के बाद जीवन का रास्ता बदल गया। पढ़ाई पर कम और इंटरनेट पर फोकस अधिक हो गया। साल 2014 में जब डिजिटल मार्केंिटंग की शुरुआत हुई तब आशीष ने भी ऑनलाइन ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी। करीब सात महीने की रिसर्च के बाद डिजिटल मार्केटिंग के गुर सीखे और उसी साल काम शुरू कर दिया। डिजिटल मार्केटिंग का काम बढ़ता गया। उसी साल 12वीं उत्तीर्ण की और स्नातक में दाखिला ले लिया। साल 2016 तक आशीष का काम इतना फैल गया कि स्नातक की पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी।

करा रहे 11 सौ तरह के कोर्स

आशीष युवाओं को डिजिटल साक्षर बनाने के साथ ही सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, सोशल मीडिया, यू-ट्यूब, गूगल सर्च, वेबसाइट डिजाइन आदि 1100 तरह के कोर्स करा रहे हैं। यह सभी कोर्स तीन महीने से एक साल तक के हैं। आशीष के अनुसार उनका फोकस ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को कम खर्च में बेहतर ट्रेनिंग देना है, जो बड़े संस्थानों में हजारों और लाखों रुपये में मिलती है। इससे युवाओं का कौशल बढ़ता है और वह कंप्यूटर व इंटरनेट साक्षर होने के साथ ही इस क्षेत्र में करियर को भी आगे बढ़ाने के योग्य बन जाते हैं। उन्हीं में से सैकड़ों लोग आशीष से जुड़कर काम भी कर रहे हैं।

जागरूक भारतीय अवार्ड से हुए सम्मानित

यूथ व‌र्ल्ड संस्था ने आशीष को 'जागरूक भारतीय गौरव अवार्ड' ने नवाजा है। बढ़े हौसले का ही नतीजा है कि आशीष के पास ट्रेनिंग करने वालों में कक्षा 10वीं से एमटेक तक के छात्र-छात्राएं हैं। 'स्किल एंड नॉलेज मैटर्स, डिग्री डोंट' की तर्ज पर आगे बढ़ते हुए आशीष ने 'डिजिटल मार्केटिंग इन एवरी-डे लाइफ' नामक ई-बुक लिखी है, जो 25 नवंबर को ऑनलाइन पब्लिश होगी।

ड्डद्वद्बह्लह्लद्ब2ड्डह्मद्ब@द्वह्मह्ल.द्भड्डद्दह्मड्डठ्ठ.ष्श्रद्व

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।