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मेरठ : रियल लाइफ में निभा रहीं फिल्‍म मैरी काम का किरदार, एक के बाद एक बना रही रिकार्ड

Meerut की यह खिलाड़ी हू-ब-हू फिल्‍म मैरी काम जैसी लाइफ जी रहीं है। इनकी मेहनत की कहानी पढ़कर आप यही कहेंगे कि वाकई में मैं फिल्‍म ही देख रहा हूं । इन्‍होंने अबतक राष्‍ट्रीय खेलों से लेकर अंतरराष्‍ट्रीय खलों में कई रिकार्ड बनाया है।

By Himanshu DwivediEdited By: Updated: Tue, 02 Feb 2021 03:00 PM (IST)
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प‍ढ़ि‍ए मेरठ की इस खिलाड़ी की सफलता की कहानी।
[अमित तिवारी] मेरठ। हमारे देश में पीटी उषा, अलका तोमर, गीता फोगाट, अन्नू रानी, एमसी मैरी काम सहित तमाम ऐसी खिलाड़ी रही हैं जिन्होंने देश की बेटियों को विभिन्न खेलों में आगे बढ़ने को प्रेरित किया है। इनमें से कुछ खिलाड़ियों पर बनी फिल्मों ने अधिक से अधिक खिलाड़ियों का ध्यान आकर्षित किया है। बाक्सर मैरी काम पर बनी फिल्म ने जीवन की विपरीत परिस्थितियों में भी खेल के जुनून को जी जान से जीने को प्रेरित करती है। उन्हीं मैरी काम के जुनून को मेरठ की मार्शल आट्र्स खिलाड़ी बांधवी वत्स भी जी रही हैं। स्कूल की प्रतियोगिता से लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं तक देश के लिए पदक जीत चुकी बांधवी का लक्ष्य साल 2024 के ओलंपिक गेम्स में पदक जीतना है जिसमें वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना चाहती हैं।

बांधवी के चैलेंज को मिला परिवार का समर्थन

बांधवी ने साल 2014 में कक्षा छह में ही ताइक्वांडो का प्रशिक्षण लेना शुरू किया था। वर्तमान में द मिलेनियम स्कूल में कक्षा 11वीं में पढ़ाई कर रही बांधवी के इस चैलेंज में परिवार का भी पूरा सहयोग मिला। परिवार ने भी पढ़ाई पर फोकस रखते हुए बांधवी के पसंदीदा खेल में आगे बढ़ने में पूरा सहयोग दिया। परिवार में खेल का माहौल कुछ इस कदर बना कि बांधवी अपने छोटे भाई-बहनों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गई और वह भी ताइक्वांडो का प्रशिक्षण ले रहे हैं। उनके छोटे भाई-बहनों में दक्ष, मृणालिनी, कृतिका और काव्यांश भी राष्ट्रीय स्तर के ताइक्वांडो खिलाड़ी बनने की ओर अग्रसर हैं।

पहली प्रतियोगिता से पदक जीतना हुआ शुरू

बांधवी के अनुसार उन्होंने पहली प्रतियोगिता साल 2014 में ही खेली थी। समर इनविटेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप में उन्होंने कांस्य पदक जीता। इसके बाद करन ओपन इंटर डिस्ट्रिक्ट ताइक्वांडो चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत लिया। दूसरे कैडेट और 33वें सब-जूनियर स्टेट ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2015 में भी स्वर्ण पदक जीता और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसके बाद बांधवी ने यूपी स्टेट इंटर स्कूल ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2015 में स्वर्ण पदक, पांचवें उत्तराखंड स्टेट ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2015 में स्वर्ण पदक, इंटर स्कूल ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2015 में स्वर्ण पदक, यूपी इंटर स्टेट ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2015 में रजत पदक जीता।

प्रदेश से नेशनल तक चला स्वर्ण पदकों का सिलसिला

बांधवी ने ताइक्वांडो का प्रशिक्षण पुर्णेंदु कुमार झा और विमलेंदु कुमार झा के मार्गदर्शन में ताइक्वांडो का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। जिला स्तरी प्रतियोगिताओं में अपना परचम लहराने के बाद बांधवी ने प्रदर्शन स्तरीय प्रतियोगिताओं में लगातार स्वर्ण पदक जीता। साल 2016 में प्रथम यूथ कप चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक के साथ साल की शुरुआत हुई तो आगे बढ़ती रही। उसी साल इंटर डिस्ट्रिक्ट, इंटर क्लब में स्वर्ण पदक और सीबीएसई की की चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। साल 2017 में यूपी जोन ताइक्वांडो चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, ओपन डिस्ट्रिक्ट में स्वर्ण पदक जीता। यूपी जोन में पुमसे प्रदर्शन में स्वर्ण पदक, 2017-18 सीबीएसई टूर्नामेंट में रजत पदक, भगवान महावीर नेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप में कांस्य पदक, सीबीएसई टूर्नामेंट 2018 में स्वर्ण पदक, सीबीएसई नेशनल टूर्नामेंट 2018-19 में स्वर्ण पदक जीता।

यह हैं बांधवी की कुछ अन्य उपलब्धियां

-सातवें फुजारिया इंटरनेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप दुबई 2018-19 में कांस्य पदक।

-तीसरे इंडियन इंटरनेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप दिल्ली 2018-19 में स्वर्ण पदक।

-38वें उत्तर प्रदेश स्टेट सब-जूनियर, जूनियर और सीनियर क्योरुगी ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2019-20 में रजत पदक।

-सीबीएसई क्लस्टर जोन 2019-20 में रजत पदक।

-नेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप गाजियाबाद 2020-21 में स्वर्ण पदक। 

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