बिजनौर के नजीबाबाद में शिकारियों के बिछाए जाल में फंसा गुलदार, वन विभाग की टीम ने मशक्कत से पकड़ा
Guldar trapped बिजनौर के नजीबाबाद में गुरुवार को एक गुलदार गन्ने के खेत में शिकारियों के बनाए जाल में फंस गया। बाद में वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद गुलदार को पकड़ लिया। डीएफओ ने बताया कि गुलदार को आरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ा जाएगा।
By Prem Dutt BhattEdited By: Updated: Thu, 22 Sep 2022 02:54 PM (IST)
बिजनौर, जागरण संवाददाता। Guldar In Bijnor बिजनौर वन प्रभाग नजीबाबाद की कौड़िया वन रेंज के अंतर्गत गांव जगनवाला में एक गन्ने के खेत से वन विभाग की टीम ने गुलदार को पकड़ा। गुरुवार सुबह करीब नौ बजे ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी।
किसी पर हमला नहीं कियाटीम को गुलदार को पकड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी और करीब दो घंटे का समय भी लगा। गनीमत रही कि काफी तेज गुर्रा रहे गुलदार ने किसी पर हमला नहीं किया।
शिकारियों ने फैलाया था जालआरक्षित वन क्षेत्र से सटे कृषि बहुल क्षेत्र में वन्यजीवों के शिकार के लिए शिकारियों ने जाल फैलाया हुआ था। जिसमें एक व्यस्क गुलदार फंस गया। बताया जा रहा है कि गुलदार को फंसा देख शिकारी मौके पर जाल छोड़ भागे।
गुलदार पकड़ने में झोंकी ताकत
गन्ने के खेत से गुलदार को पकड़ने के लिए कौड़िया वन रेंज, साहनपुर वन रेंज के वनकर्मियों की टीम के अलावा थाने के हलका तीन क्षेत्र का पुलिसबल और गंगनहर पुलिस चौकी से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे थे।काफी समय से पसरा है गुलदार का आतंकगांव जगनवाला और आसपास के क्षेत्रों में पिछले काफी समय से गुलदार का आतंक पसरा है। ग्रामीणों सतीश कुमार, बलकार सिंह, रघुवीर सिंह आदि ने बताया कि यहां आए दिन गुलदार देखे जा रहे हैं, लेकिन वन विभाग की टीम ने उन्हें पकड़ना गंवारा नहीं किया। अब गुलदार जाल में फंसा होने की जानकारी मिलने पर पहुंचे, तब गुलदार को पकड़ा।
पुलिस का रास्ता रोक चुका है गुलदाररात्रि गश्त के दौरान वाहन से गुजरने वाली पुलिस टीम का रास्ता गुलदार रोक चुका है। गनीमत रही कि गुलदार हमलावर नहीं हुआ।
यह बोले डीएफओवन विभाग की टीम जब मौके पर पहुंची, तो खेत पर जाल लगा हुआ था। गुलदार को जाल की मदद से सुरक्षित पकड़कर आरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ने के लिए ले जाया गया है।- डॉ मनोज शुक्ला, डीएफओ नजीबाबाद
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।