अंतरराष्ट्रीय मानकों पर ऐसे खरी उतरी बुलंदशहर जेल, पढ़ें बंदियों का कैसे रखा जाता है ध्यान
Bulandshahr Jail बुलंदशहर की जिला जेल मिसाल पेश कर रही है। आयुर्वेदिक और इकोफ्रेंडली व सुगंधित पेड़-पौधों कार्यालय का रखरखाव और बंदियों के सेहत की सुरक्षा पर मिले प्रमाण पत्र। अंतराष्ट्रीय मानक ब्यूरो ने भी इस जेल की प्रशंसा करते हुए प्रमाण जारी किए हैं।
बुलंदशहर, जागरण संवाददाता। बुलंदशहर जिला कारागार में बंदियों के लिए ओपन जिम, इंडोर गेम, कार्यालय प्रबंधन, हरित परिसर और बंदियों की सेहत की सुरक्षा के लिए गुणवत्तापूर्ण प्रबंधन के लिए पुरस्कृत किया गया है। चार माह से जारी आइएसओ की जांच में जेल की सुविधाएं अंतरराष्ट्रीय मानक स्तर पर खरी उतरी हैं। टीम ने जेल अधीक्षक मिजाजी लाल को अंतराष्ट्रीय मानक ब्यूरो के तीन प्रमाण पत्रों से नवाजा है।
यह भी बताया
जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि प्रत्येक वर्ष जिला कारागार में बंदियों के लिए किए गए नवाचार और उनकी देखरेख के लिए व्यवस्था का आडिट होता है। जिला कारागार में अंतरराष्ट्रीय मानक ब्यूरो की टीम एक अक्टूबर से जांच में जुटी थी। तीन सदस्यीय टीम की रिपोर्ट के अनुसार कारागार में इको फ्रेंडली, सुगंधित और आयुर्वेदिक पेड़ पौधों को सर्वोपरि माना है। कारागार में लगाए गए पौधे प्रदूषण को ही खत्म नहीं कर रहे बल्कि स्वच्छ पर्यावरण और शुद्ध हवा आसपास के क्षेत्र को भी प्रदान कर रहे हैं। इसके साथ ही दूसरा प्रमाण पत्र कार्यालय की देखरेख, साफ-सफाई, रजिस्टर का रखरखाव, बंदियों की तारीख, बेल और मुलाकात का डिजीटल डिस्प्ले आदि प्रबंधन के लिए भी प्रमाण पत्र जारी किया गया है।
अंतराष्ट्रीय मानक ब्यूरो
इतना ही नहीं बंदियों, पुलिस और अन्य कर्मचारियों की सेहत की जांच, अस्पताल और उसकी सुविधाएं, मनोरंजन के साधन और सेहत की सुधार के लिए कराए गए आयोजनों की भी आडिट किया गया है। अंतराष्ट्रीय मानक ब्यूरो ने इसके लिए प्रमाण पत्र जारी किया है। उन्होंने बताया कि जेल में किसी भी बंदी ने असुविधा अथवा अव्यवस्था की शिकायत या जानकारी टीम के सामने नहीं रखी। ऐसे में अंतराष्ट्रीय मानक ब्यूरो ने अलग-अलग क्षेत्र में कराए गए कार्यों और नवाचार के लिए तीन प्रमाण पत्र जारी कर सम्मानित किया है।
इनका कहना है
सशक्त और स्वच्छ समाज, हरियाली और सेहत के प्रति प्रत्येक अधिकारी, कर्मचारी और नागरिक को जागरुक रहना चाहिए। इससे स्वयं ही नहीं बल्कि आसपास का वातावरण भी सुखमय रहता है। जिला कारागार को प्रदेश में प्रथम स्तर की कारागार बनाने का हमारा प्रयास जारी रहेगा।
- मिजाजी लाल, जेल अधीक्षक, बुलंदशहर।