CAA Protesters को पाकिस्तान जाने की सलाह देने वाले SP ने दी सफाई, ADG प्रशांत कुमार भी बचाव में उतरे
बीते शुक्रवार को शहर में हुई हिंसा के दौरान एक गली में कुछ युवक पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे जिनकी घेराबंदी करते हुए अफसरों ने उन्हें पाकिस्तान जाने की बात कही।
By Prem BhattEdited By: Updated: Sat, 28 Dec 2019 03:45 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर एक तरफ देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध-प्रदर्शनों का दौर चल रहा है। कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों की भीड़ ने पुलिस को भी निशाना बनाया है। इन सबके बीच मेरठ के एसपी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मेरठ के एसपी सिटी प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने की सलाह देते नजर आ रहे हैं। मामले के तूल पकड़ने पर अब मेरठ के एडीजी और विवादित सुझाव देने वाले एसपी ने पूरे प्रकरण पर सफाई दी है।
इसी दौरान मेरठ के एसपी अखिलेश नारायण ने कुछ लोगों को भगाने के लिए उनको पाकिस्तान जाने के लिए कह दिया। उनका यह बयान अब तूल पकड़ चुका है। इस बयान को लेकर अखिलेश नारायण ने अपनी सफाई दी जबकि मेरठ रेंज के एडीजी प्रशांत कुमार भी इस मामले में उनके पक्ष में उतर गए हैं। मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण ने लोगों को पाकिस्तान चले जाने के वायरल वीडियो पर अब सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि लिसाड़ी गेट इलाके में कुछ लोग पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। तब उनसे कहा गया था कि अगर पाकिस्तान पसंद है तो वहां चले जाओ। मेरठ के एसपी ने कहा कि हम मेरठ में उपद्रवियों को भगाने में लगे थे। इसी दौरान कुछ लड़कों ने हमें देखते ही पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए और पत्थरबाजी शुरू की। हमने कहा कि अगर आप भारत से नफरत करते हैं तो पाकिस्तान चले जाइए। हम उनकी पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।
स्थिति सामान्य होती तो शब्दों का चुनाव बेहतर होता
इस प्रकरण पर मेरठ रेंज के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि मेरठ में अगर उस दौरान अगर स्थिति सामान्य होती तो शब्दों का चुनाव बेहतर हो सकता था, लेकिन उस दिन स्थिति बेहद खराब थी। इसके बाद भी वहां पर हमारे अधिकारियों ने बहुत संयम दिखाया। इतने उपद्रव के बाद भी पुलिस ने कोई गोलीबारी नहीं की। उस दौरान चारों तरफ से पथराव किया जा रहा है। भारत-विरोधी और पड़ोसी देश के समर्थन में नारे लगाए जा रहे थे। वहां पर स्थिति बहुत ही तनावपूर्ण थी। पीएफआई के पर्चे वितरित किए जा रहे थे। सभी अपीलों के बावजूद यह सब हो रहा था, धार्मिक नेता ने भी शांति अपील की। इसके बाद भी उपद्रवी नहीं मान रहे थे।
अब मामले के तूल पकड़ने पर मेरठ के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा है कि उक्त युवकों के खिलाफ देशद्रोह की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। वाक्या उस वक्त का है जब उपद्रवी देश विरोधी नारे लगाते हुए पत्थरबाजी कर रहे थे। कुछ उपद्रवी पड़ोसी देश के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। स्थिति बहुत तनावपूर्ण थी। इस दौरान देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने वाली संस्था पीएफआई के पर्चे भी वितरित किए जा रहे थे। प्रशासन द्वारा उनसे कई बार शांति बनाए रखने की अपील की गई।
एसपी सिटी अखिलेश नारायण ने लड़कों को वहां से भगाने के साथ ही कहा कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों की पहचान की जा रही है। उनका कहना है कि वहां 18 से 22 वर्ष के लड़के मौजूद थे। एसपी सिटी ने इस संबंध में कहा कि वह लिसाड़ी रोड से भूमिया के पुल चौराहे की ओर जा रहे थे। काफी बवाल चल रहा था। वहां हमें सूचना मिली कि एक गली में कुछ लड़के उत्पात करने की फिराक में हैं। जब हम मौके पर पहुंचे तो कुछ लड़के नारे लगा गली में दौड़े। बवाल की आशंका से हम भी दौड़े और कहा कि यदि तुम्हें पाकिस्तान से च्यादा प्यार है तो वहीं चले जाओ।
वायरल वीडियो में ये कहा था एसपी एएन सिंह ने20 दिसंबर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें एडीएम सिटी अजय तिवारी और एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह हिंसा के दौरान गली के अंदर भाग रहे कुछ युवकों को कह रहे हैं कि जहां जाओगे, चले जाओ। हम ठीक कर देंगे। काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे हो, खाओगे यहां और गाओगे वहां का। याद रखना, मुझे सब याद रहता है। एसपी का ये बयान वायरल होने के बाद अब मेरठ पुलिस का दावा है कि कुछ प्रदर्शनकारी काली पट्टी बांधकर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे।
एसपी सिटी ने वायरल वीडियो पर दी सफाईएडीएम सिटी अजय तिवारी का कहना है कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने पर कुछ बवालियों को पाकिस्तान जाने की सलाह दी गई थी। उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा भी दर्ज कराया जा रहा है। वहीं एसपी सिटी एएन सिंह ने पूरे प्रकरण पर सफाई दी है। एसपी सिटी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, 'कुछ युवाओं ने हमें (पुलिस को) देख पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए थे। नारा लगाते हुए युवा भागने लगे। मैनें उनसे कहा कि अगर तुम पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हो और भारत से इतनी नफरत करते हो कि पत्थर फेंक रहे हो तो पाकिस्तान चले जाओ। हम उन उपद्रवियों की पहचान करने का प्रयास कर रहे हैं।'
प्रियंका का ट्वीट- अफसरों को संविधान की कसम की कद्र नहींएसपी सिटी के 'पाकिस्तान चले जाओ' के बयान पर प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि अफसरों को संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं। भारत का संविधान किसी भी नागरिक के साथ इस भाषा के प्रयोग की इजाजत नहीं देता और जब आप अहम पद पर बैठे अधिकारी हैं, तब तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। भाजपा ने संस्थाओं में इस कदर साम्प्रदायिक जहर घोला है कि आज अफसरों को संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर यूपी की भाजपा सरकार पर हमला बोला है।
बीते शुक्रवार को शहर में हुई हिंसा के दौरान लिसाड़ीगेट की एक गली में कुछ युवक पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे, एडीएम सिटी और एसपी सिटी ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए घेराबंदी की। इस दौरान उनकी प्रदर्शनकारियों से खूब कहासुनी भी हुई। बताया जा रहा है एसपी सिटी ने इसी दौरान प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने की सलाह दी थी। उनके इस बयान की किसी ने मोबाइल से वीडियो बना ली और इसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। एनआरसी को लेकर हुए बवाल के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एसपी सिटी अखिलेश नारायण और एडीएम सिटी इतने खफा हैं कि उन्हें पाकिस्तान चले जाने की सलाह दे रहे हैं। वीडियो में एसपी सिटी युवकों को करियर काला करने की धमकी देते भी नजर आ रहे हैं। वीडियो 20 दिसंबर का है जब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नागरिक संशोधन एक्ट के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए थे।
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