Move to Jagran APP

Namo Bharat Train: रैपिड रेल की केबल चुरा ले गए चोर, कीमत है 12 लाख; छह दिन रूका नमो भारत का ट्रायल

Namo Bharat Train एल्स्टॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड के सुरक्षा प्रबंधक दुष्यंत कुमार की ओर से थाना परतापुर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर में उनकी कंपनी कार्य कर रही है। मुरादनगर से मेरठ साउथ (भूड़बराल) स्टेशन तक ट्रायल हो रहा है लेकिन सिग्नल केबल चोरी होने से छह दिन ट्रायल रोकना पड़ा।

By Jagran News Edited By: Swati Singh Updated: Thu, 18 Apr 2024 02:50 PM (IST)
Hero Image
रैपिड रेल की केबल चुरा ले गए चोर, कीमत है 12 लाख; छह दिन रूका नमो भारत का ट्रायल
जागरण संवाददाता, मेरठ। सिग्नल केबल चोरी होने से मुरादनगर से भूड़बराल तक नमो भारत का छह दिन ट्रायल रोकना पड़ा। नई केबल डालने के बाद अब फिर से ट्रायल शुरू हुआ है। तीन स्थानों पर चोरी हुई केबल की कीमत लगभग 12 लाख रुपये है। तांबे के लालच में केबल चोरी हुई थी, इसमें से निकाले गए तांबे की कीमत लगभग सात लाख रुपये आंकी गई है।

एल्स्टॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड के सुरक्षा प्रबंधक दुष्यंत कुमार की ओर से थाना परतापुर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर में उनकी कंपनी कार्य कर रही है। मुरादनगर से मेरठ साउथ (भूड़बराल) स्टेशन तक ट्रायल हो रहा है, लेकिन सिग्नल केबल चोरी होने से छह दिन ट्रायल रोकना पड़ा।

चोर काट रहे हैं सिग्नल पावर केबल

दुष्यंत कुमार ने बताया कि पिलर संख्या 1410 से 1443/8 के बीच लगभग 1150 मीटर सिग्नल पावर केबल चोरों ने काटा था। पिलर संख्या 1401 से 1410 के बीच में लगभग 300 मीटर और पिलर संख्या 1421 से 1431 के बीच में लगभग 345 मीटर, पिलर संख्या 1329 से 1340 तक 350 मीटर और पिलर संख्या 373 से 1383 के बीच में लगभग 454 मीटर सिग्नलिंग पावर केबल चोरी हुआ था। प्रत्येक घटना पर दो दिनों के लिए ट्रायल को रोकना पड़ा। इस तरह से छह दिन ट्रायल नहीं हो पाया।

अन्य कहीं प्रयोग नहीं हो सकता केबल

आरआरटीएस कॉरिडोर के चोरी हुए सिग्नल केबल का प्रयोग सिर्फ रेल के सिग्नल में ही किया जा सकता है। चोर इसके अंदर के तांबे को निकालकर बेच देते हैं। जितना तार चोरी हुआ है, उसकी कीमत लगभग सात लाख रुपये आंकी गई है। पुलिस मान रही है कि यह तांबे के लिए चोरी हुआ है। पुलिस अवैध तरीके से संचालित हो रही भट्ठियों के बारे में जानकारी जुटा रही है।

यह भी पढ़ें: Indian Railways: ट्रेनों में जनरल कोच ठसाठस भरे, बीमार पड़ रहे यात्री; स्पेशल ट्रेनें भी पड़ रही हैं कम

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।