Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

CCSU की परीक्षा पर फैसला लॉकडाउन खुलने के बाद ही होगा Meerut News

चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए परीक्षा और मूल्यांकन की कार्ययोजना तैयार कर रहा है। परीक्षा में शारीरिक दूरी रखना सबसे बड़ी चुनौती रहेगी।

By Taruna TayalEdited By: Updated: Mon, 04 May 2020 09:58 PM (IST)
Hero Image
CCSU की परीक्षा पर फैसला लॉकडाउन खुलने के बाद ही होगा Meerut News

मेरठ, जेएनएन। लॉकडाउन 17 मई तक है। चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए परीक्षा और मूल्यांकन की कार्ययोजना तैयार कर रहा है। परीक्षा में शारीरिक दूरी रखना सबसे बड़ी चुनौती रहेगी। इसकी वजह से लॉकडाउन खत्म होने और स्थिति पूरी तरह से सामान्य होने के बाद ही परीक्षा शुरू हो पाएगी। फिलहाल विश्वविद्यालय की नजर राज्यपाल की ओर से बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट पर भी है।

दरअसल, विश्वविद्यालय में करीब 93 प्रश्न-पत्र की परीक्षा अभी शेष हैं। अगर तीन पालियों में परीक्षा कराई जाएं, तो कम से कम एक महीने का समय कराने में लगेगा। विवि ने राज्यपाल की ओर से बनाई कमेटी को जो सुझाव दिया है, उसमें प्रश्नों की संख्या घटाकर प्रश्न-पत्र का आकार छोटा करने का सुझाव है। इससे तीन घंटे का प्रश्न-पत्र दो घंटे में हो जाएगा। हालांकि अभी इस सुझाव पर कमेटी की ओर से कोई सहमति नहीं मिली है। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय परीक्षा को लेकर हर तरह से तैयारी कर रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनके तनेजा का कहना है कि लॉकडाउन खुलने के एक सप्ताह बाद परीक्षा कार्यक्रम बनाया जा सकता है। विश्वविद्यालय सभी तरह से तैयार है। लॉकडाउन के बाद परीक्षा में छात्रों से शारीरिक दूरी का पालन रखवाया जाएगा। मूल्यांकन और परीक्षा का जो भी निर्णय होगा, अब लॉकडाउन के बाद होगा।

एमफिल में प्रवेश में देरी

चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय में एमफिल में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन होंगे। अभी तक विश्वविद्यालय लॉकडाउन की वजह से इसका विज्ञापन भी नहीं निकाल पाया है। विश्वविद्यालय की योजना एमफिल में ऑनलाइन आवेदन के बाद ऑनलाइन परीक्षा कराने की भी है, लेकिन बहुत से छात्रों के पास फॉर्म भरने के लिए इंटरनेट और अन्य तकनीकी साधन नहीं हैं। वे साइबर कैफे के माध्यम से फॉर्म भरते हैं। ऐसे छात्रों की मजबूरी को देखते हुए एमफिल में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर भी विश्वविद्यालय लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहा है। प्रतिकुलपति प्रो. वाई. विमला कहना है कि ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए मोबाइल एप भी डिजाइन कर लिया गया है, लेकिन सभी सभी तकनीकी रूप से सक्षम नहीं है।

आवेदन या परीक्षा को लेकर सभी को ध्यान में रखकर ही निर्णय करना उचित होगा। ऐसे में लॉकडाउन के बाद ही प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी।

छात्रों का अब ऑनलाइन पर जोर

विश्वविद्यालय की ओर से आने वाले समय में ऑनलाइन एजुकेशन को और बढ़ावा दिया जाएगा। सभी छात्र और शिक्षक इसमें दक्षता हासिल करें। इसके लिए विशेष कार्यशाला भी आयोजित की जाएंगी। साथ ही छात्रों को फॉर्म भरते समय यह बताना होगा कि वह साइबर कैफे पर निर्भर नहीं हैं। खुद ऑनलाइन फॉर्म भरने से लेकर हर ऑनलाइन गतिविधिय करने में सक्षम हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से भी शत-प्रतिशत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर दक्ष बनाने की कवायद की जाएगी।