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CCSU Meerut News: प्रवेश से पहले ही छात्र-छात्राओं को कालेज बताएंगे टाइम टेबल, तैयार होगा कलस्‍टर

मेरठ में स्नातक में वर्ष 2021- 22 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हो रही है। विश्वविद्यालय स्तर पर नया सिलेबस भी तैयार हो चुका है। अब उच्च शिक्षा विभाग की ओर से प्रवेश नियमावली प्रक्रिया और टाइम टेबल (समय सारिणी) को लेकर दिशा निर्देश तैयार किए जा रहे हैं।

By Prem Dutt BhattEdited By: Updated: Mon, 28 Jun 2021 09:30 PM (IST)
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मेरठ में प्रवेश से पहले छात्र- छात्राओं को कालेज के टाइम टेबल का पता चलेगा।

मेरठ, जागरण संवाददाता। CCSU Meerut News स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश से पहले छात्र- छात्राओं को कालेज के टाइम टेबल का पता चल जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत छात्रों को कई विषय की पढ़ाई करनी है। इसमें जिस कालेज में छात्र प्रवेश ले रहे हैं, अगर वह विषय संबंधित कालेज में नहीं है तो छात्र दूसरे कालेज में संबंधित विषय में प्रवेश ले सकेंगे। इसके लिए कालेजों का आपस में कलस्टर तैयार किया जाएगा।

तैयार हो चुका नया सिलेबस

स्नातक में वर्ष 2021- 22 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हो रही है। विश्वविद्यालय स्तर पर नया सिलेबस भी तैयार हो चुका है। अब उच्च शिक्षा विभाग की ओर से प्रवेश नियमावली, प्रक्रिया और टाइम टेबल (समय सारिणी) को लेकर दिशा निर्देश तैयार किए जा रहे हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय और कालेजों को प्रवेश की नियमावली और प्रक्रिया शासनादेश के अनुसार एक माह के भीतर तैयार करना होगा। जिससे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2021-22 से क्रियान्वयन किया जा सके। इसमें चौधरी चरण ङ्क्षसह विवि को सुनिश्चित करना होगा कि सभी कालेजों में प्रवेश शुरू होने से पहले अपनी टाइम टेबल यानी समय सारणी तैयार कर लें। जिससे छात्र प्रवेश के समय अन्य संकाय के उन विषयों का चुनाव कर सकेंगे। जिनकी कक्षाएं अलग- अलग समय पर संचालित होती हैं। कक्षाओं के समय में ओवलैङ्क्षपग न हो, इसका ध्यान रखना होगा। इसमें कालेज टाइम टेबल इस तरह से बनाएंगे कि छात्रों को अन्य संकाय के विषयों को चुनने का अधिक से अधिक विकल्प मिल सके।

पहले चुनेंगे संकाय

स्नातक प्रथम वर्ष में छात्रों को कई विषय पढऩा है। इसमें प्रवेश लेते समय छात्र को सबसे पहले कला, विज्ञान या वाणिज्य के एक संकाय का चुनाव करना होगा। संकाय चुनने के बाद उस संकाय से जुड़े दो मुख्य विषय चुनेंगे। छात्र जिस संकाय को चुनेंगे, उसी संकाय की उन्हें डिग्री मिलेगी। तीसरे मुख्य विषय का चुनाव किसी भी संकाय से कर सकेंगे। छात्र को दूसरे और तीसरे वर्ष में मुख्य विषय बदलने की भी सुविधा रहेगी। छात्र विश्वविद्यालय और कालेज में उपलब्ध विषय के आधार पर हर साल विषय भी बदल सकेंगे, लेकिन यह सुविधा एक साल बाद मिलेगी। माइनर इलेक्टिव पेपर किसी भी संकाय से लिया जा सकता है। बहुविषयक के लिए स्नातक स्तर पर माइनर इलेक्टिव पेपर सभी छात्रों को किसी भी चौथे विषय से लेना होगा।

यह है अनिवार्य

छात्र को स्नातक प्रथम, द्वितीय वर्ष, चतुर्थ वर्ष परास्नातक में माइनर इलेक्टिव विषय लेना अनिवार्य है। तीसरे, पांचवें और छठे वर्ष में माइनर, इलेक्टिव पेपर अनिवार्य नहीं होगा।