Chaudhary Ajit Singh Death News: ट्विटर पर छाया #ChaudharyAjitSingh, जाटों का नेता बताने पर समर्थकों में उबाल
दिवगंत नेता चौधरी अजित सिंह को जाटों का नेता बताए जाने से समर्थकों की भावनाएं आहत हुई हैं। ट्विटर पर पोस्ट को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री के समर्थकों ने रोष जताया है। पोस्ट के बाद हैशटैग चौधरी अजित सिंह कर सिर्फ जाटों के नेता कहने पर ट्विटर जंग जारी है।
By Himanshu DwivediEdited By: Updated: Sun, 09 May 2021 09:59 AM (IST)
मेरठ, जेएनएन। दिवगंत दिग्गज नेता चौधरी अजित सिंह को जाटों बताए जाने से समर्थकों की भावनाएं आहत हुई हैं। ट्विटर पर पोस्ट को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री के समर्थकों ने रोष जताया है। पोस्ट के बाद चौधरी अजित सिंह हैशटैग कर सिर्फ जाटों के नेता कहने वालों को आईना दिखाने की मुहिम जोरों पर चली।
दिलीप मंडल ने ट्विटर पर हैशटैग पर लिखा उद्योग और उड्डयन मंत्रलय संभालने वाले नेता अजित सिंह, जिनके पिता उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री रहे हों। ऐसे नेता को जाति के दायरे में सीमित करना घिनौना कृत्य है। विनय मल्लापुर ने कहा कि रालोद सुप्रीमो ने पार्टी में सभी जातियों को सम्मान देते थे। उनके आसपास जाटों के अलावा दूसरी बिरादिरी के लोग ज्यादा होते थे। पार्टी में सभी वर्गो के लोगों को प्रतिनिधित्व देते थे। चौधरी अजित सिंह ने टिकट वितरण या सरकार में शामिल होने पर जाति-धर्म का कभी हिसाब नहीं लगाया। समर्थ सिंह चौहान ने लिखा कि मैं क्षत्रिय समुदाय से हूं। पर पहले मैं किसान हूं अजित सिंह मेरे आदर्श नेता हैं।
यशपाल सिंह तोमर ने कहा चौधरी साहब के निधन पर कुछ लोगों ने घटिया सोच का परिचय दिया है। कहा कि चौधरी साहब सिर्फ जाट नहीं, किसान, मजदूर समेत 36 बिरादरी के सर्वमान्य नेता थे। भारती मलिक ने ऐसे लोगों को नासमझ की संज्ञा देते हुए ऐसी बातों पर ध्यान न देने की बात कही।
चौधरी अजित सिंह के नाम से बने स्मारक : फार्मर वॉयस नाम की संस्था ने चौधरी अजित सिंह का स्मारक बनाने की मांग की है। संस्था ने जयंत चौधरी से आग्रह किया कि वह जगह का चयन करें। किसान समाज वहां पर अपने प्रिय नेता का स्मारक बनाएगा। वहीं, रालोद के प्रदेश संगठन महासचिव डा. राजकुमार सांगवान ने राजघाट पर चौधरी अजित सिंह समाधि स्थल बनवाने की मांग की है। कहा कि अस्थि विसर्जन में सरकार लोगों को दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देने का अवसर प्रदान करे।
रागिनी के माध्यम से दी श्रद्धांजलि
नरदेव सिंह बेनीवाल ने अजित सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए गाई गई रागिनी भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। भारत माता की अजित सिंह की कर ऊंची शान चले गए, आप गए तो मानो अन्नदाता के प्राण चले गए। रागिनी रागिनी में उनके जन्म से लेकर पूरी जीवन की प्रमुख घटनाओं और उपलब्धियों को बताया है।
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