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Chhath Puja 2022: वेस्‍ट यूपी में सूर्य को अर्घ्य देकर छठ मैया की पूजा, गीतों से गुंजायमान हुए घाट

Chhath Puja 2022 मेरठ और आसपास के जिलों में भी छठ का महापर्व उल्‍लास और आस्‍था के साथ मनाया जा रहा है। तीसरे दिन रविवार की शाम को अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया। कई जिलों में बड़ी संख्‍या में महिलाओं ने इस पर्व में भाग लिया।

By Jagran NewsEdited By: PREM DUTT BHATTUpdated: Sun, 30 Oct 2022 08:55 PM (IST)
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Chhath Puja 2022 छठ महापर्व पर रविवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा अर्चना की गई।
मेरठ, जेएनएन। Chhath Puja 2022 सूर्य उपासना के सबसे बड़े महापर्व छठ पूजन के तीसरे दिन रविवार की शाम को अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया। मेरठ, मुजफ्फरनगर सहित कई जिलों में बड़ी संख्‍या में महिलाओं ने इस पर्व में भाग लिया और पूजा अर्चना की गई। मुजफ्फरनगर के अलमसपुर स्थित नई बस्ती में छठ पर्व पर बनाए गए घाट में उतरकर श्रद्धालुओं ने छठ मैया की पूजा की।

सूर्य को अर्घ्य और छठ मैया की पूजा कर मांगी मन्नतें

बागपत : छठ महापर्व के तीसरे दिन रविवार को संध्या अर्घ्य के साथ पूजा अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने यमुना पर पहुंचकर श्रद्धा के साथ भगवान सूर्य देव को अर्घ्य समर्पित किए और छठ मैया की विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। बच्चों में त्येाहार को लेकर उत्साह था। युवा और पुरुष भी त्योहार की खुशियों में सराबोर थे। रविवार को छठ पूर्व के तीसरे दिन श्रद्धालु़ और व्रती महिलाएं परिवार के साथ सूर्यास्त से पहले यमुना नदी के तट पर पहुंचे। रास्ते में महिलाएं छठ मैया के गीत गाते हुए यमुना नदी पर पहुंची। व्रती महिलाओं ने सूर्य देव की ओर मुख करके डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर पांच बार परिक्रमा की।

छठ मैया के गीतों से गुंजायमान हुए घाट

इसके पहले छठ पर्व के दूसरे दिन शनिवार को खरना मनाया गया था। दिनभर व्रत रखने के बाद शाम को रोटी के साथ गुड़ की खीर ग्रहण की। इसी के साथ अगले 36 घंटे के लिए महिलाओं का निर्जल व्रत शुरू हो गया है। छठ पूजन के दौरान सभी घाट छठ मैया के गीतों से गुंजायमान हो गए। भक्तिमय वातावरण के बीच बांस की टोकरी को सजाकर उसमें गगोल फल, शरीफा, मूली, सेब, केला, संतरा व ठेकुआ का प्रसाद आदि खाद्य सामग्री रखकर अस्त होते हुए सूर्य भगवान को अर्ध्य दिया गया। इसके बाद सोमवार प्रात: उगते हुए सूर्य को अर्ध्य देने के बाद व्रत का पारण होगा। व्रत रखकर संतान सुख प्राप्ति, उनकी दीर्घायु व परिवार में सुख समृद्धि संपन्नता के लिए कामना की गई। 

बिजनौर में भी महिलाओं ने छठ के गीत गाए

बिजनौर : छठ पर्व के तीसरे दिन श्रृद्धालुओं ने रविवार को देर शाम सूर्यदेव को अर्घ्य दिया। धार्मिक मतानुसार प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पर्व मनाया जाता है। इस माह की चतुर्थी तिथि को नहाय-खाय के साथ छठ पूजा शुरू हुई। चतुर्थ तिथि को 36 घंटे का निर्ज॔ला उपवास शुरू हो गया। रविवार को देर शाम एडीएम प्रशासन विनय कुमार ने स्वजन सहित अपने आवास पर अस्त हो रहे सूर्यदेव को अर्घ्य दिया। वहीं शुगर मिल स्थित कुटिया कालोनी में बने छठ घाट पर अस्त होते सूर्य देव को फल,नारियल,मीठाई व घर मे बनाए गए पकवान से अर्घ्य और अपनी एवं अपने परिवार व समाज के सुख-समृद्धी की कामना की। घाट पर महिलाओं ने छठ के गीत भी गाए। अर्घ्य देने के बाद श्रद्धालूओं ने अपने-अपने घरों के आंगन मे मिट्टी के बने हाथियों के चारों ओर दीपक जलाने के साथ-साथ उनकी पूजा की।

पानी में खड़े होकर महिलाओं ने गाए लोकगीत

मुजफ्फरनगर : सूर्य उपासना का मुख्य पर्व छठ पूजा रविवार को धूमधाम से मनाया गया। 36 घंटे का निर्जला व्रत रख रही महिलाओं ने नदी, तालाब, पोखर, जलाशय आदि में खड़े होकर परिवार के साथ पूजा अर्चना की और छठ मइया के लोकगीतों के साथ डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। सोमवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद महिलाएं निर्जला व्रत का पारायण करेंगी। सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा शहर के मोहल्ला अलमासपुर की नई बस्ती कालोनी में हर्षोल्लास से मनाया गया। दूसरी कालोनियों से श्रद्धालु पर्व की खुशियां मनाने के लिए यहां पहुंचे। यहां सूर्य उपासना के लिए एक पोखरा तैयार किया गया है जिसमें श्रद्धालुओं ने परिवार के साथ खड़े होकर सूर्यदेव की उपासना की तथा घर, परिवार, संतान की सुख समृद्धि, खुशहाली के लिए कामना की। महिलाओं ने मंगलगीत गाए। निर्जल व्रत रख रही महिलाओं ने नदी, तालाब, पोखर आदि में खड़े होकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य दिया।

अर्घ्य देकर देशवासियों के स्वस्थ रहने की कामना

मेरठ : पल्लवपुरम में रविवार शाम को डूबते सूर्य को संध्या अर्घ्य देकर व्रतधारियों और श्रद्धालुओं ने पूजन किया। साथ ही अपने स्वजन समेत देशवासियों के स्वस्थ रहने की मंगल कामना की। छठ पूजा समीति-पल्लवपुरम द्वारा पल्लवपुरम फेज-दो डिवाइडर रोड स्थित पानी की टंकी परिसर में 25वां छठ पूजा का विशाल कार्यक्रम आयोजित किया गया। समिति अध्यक्ष भोगेंद्र झा ने बताया कि रविवार को छठ पूजा का तीसरा दिन था। पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना और तीसरे दिन रविवार शाम को डूबते सूर्य को संध्या अर्घ्य दिया गया। सोमवार प्रात:काल उगते सूर्य को प्रात: अर्घ्य दिया जाएगा, जिसके बाद प्रसाद वितरण होगा। रविवार को हुए धार्मिक कार्यक्रम में पल्लवपुरम समेत आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों शामिल हुए।

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