'तैयार रहिए सजा मिलेगी', पेड़ों की कटान देख भड़के मुख्य सचिव; विधानसभा में Atul Pradhan ने उठाया था मुद्दा
सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान ने सप्ताह भर पहले विधानसभा में गंगनहर पटरी के किनारे खड़े पेड़ों के कटान का मुद्दा उठाया था। अब गंगनहर पटरी पर पेड़ों के ट्रांसप्लांट का मुख्य सचिव ने निरीक्ष किया। नजारा देख मुख्य सचिव भड़क गए और बोले- तैयार रहिए सजा मिलेगी। जरूरी भूमि की उपलब्धता को लेकर भी अधिकारियों से सवाल किए।
जागरण संवाददाता, मेरठ। गंगनहर पटरी का निरीक्षण करने पहुंचे प्रदेश सरकार में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह पटरी पर पेड़ों का कटान व पेड़ों का ट्रांसप्लांट देख भड़क गए। नाराज मुख्य सचिव ने गाड़ी रुकवाई और अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि तैयार रहिए, सजा मिलेगी। जरूरी भूमि की उपलब्धता को लेकर भी अधिकारियों से सवाल किए। उन्होंने कई स्थानों पर गाड़ी से उतरकर जांच की। उन्होंने गाजियाबाद के मुरादनगर से मुजफ्फरनगर के दुल्हैड़ी तक गंगनहर पटरी (दायीं) का निरीक्षण किया।
सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान ने सप्ताह भर पहले विधानसभा में गंगनहर पटरी के किनारे खड़े पेड़ों के कटान का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि पटरी का चौड़ीकरण कर यहां सात मीटर चौड़ी सड़क बनाई जानी है। चौड़ीकरण के लिए गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर में कुल 1,12,722 पेड़ों का कटान करने की अनुमति प्रदान की गई। साथ ही 20 मीटर चौड़ाई में पेड़ों का कटान किया जाना था, लेकिन लोनिवि और वन विभाग के अधिकारियों ने भ्रष्टाचार कर 35 से 40 मीटर तक पेड़ों का कटान करा दिया।
विधायक ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए जांच कराकर कार्रवाई की मांग की थी। विधायक द्वारा उठाए गए मुद्दे की जांच के लिए मुख्य सचिव लोक निर्माण विभाग के सचिव के साथ निरीक्षण के लिए पहुंचे। सबसे पहले निवाड़ी पुल के पास चौड़ीकरण को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों से सवाल किए। पूछा कि चौड़ीकरण का कार्य कब तक पूर्ण होगा और देरी का क्या कारण है। अधिकारियों ने पेड़ कटान की अनुमति में देरी को कारण बताया।
कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
इसके बाद गंगनहर के किनारे ट्रांसप्लांट किए गए पेड़ों को देखकर मुख्य सचिव ने कड़ी नाराजगी जताते हुए पूछा कि यह किसके कहने पर किया जा रहा है। उन्होंने ट्रांसप्लांट कर रहे लोगों से भी पूछताछ की और कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। इसके अलावा पटरी मार्ग पर पर्याप्त भूमि होने के बाद भी अधिक दूरी तक पेड़ कटान को लेकर भी सवाल किए।साथ ही अधिकारियों द्वारा पेड़ कटान का सच छिपाने के लिए 15 मीटर तक मिट्टी डालकर की गई डोलबंदी के बारे में भी पूछा। अधिकारियों ने इसे चौड़ीकरण की प्रक्रिया बताया। इसके बाद अधिकारियों का काफिला मेरठ क्षेत्र में पहुंचा। यहां मुख्य सचिव ने गाड़ी में बैठकर ही पटरी का निरीक्षण किया और मुजफ्फरनगर के दुल्हैडी तक गए।
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