मेरठ में ठंड ने तोड़ा 40 वर्षो का रिकार्ड
पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवा के बीच जारी शीतलहर के चलते मेरठ में आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। गुरुवार को ठंड ने पिछले 40 वर्षो का रिकार्ड तोड़ दिया।
मेरठ, जेएनएन। पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवा के बीच जारी शीतलहर के चलते मेरठ में आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। गुरुवार को ठंड ने पिछले 40 वर्षो का रिकार्ड तोड़ दिया। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 14.5 डिग्री रहा। एक दिन पहले से तुलना करें तो बुधवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, गुरुवार को इसने 3.5 डिग्री सेल्सियस का गोता लगाया। इसी प्रकार न्यूनतम तापमान में भी 2.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। ठंडे स्थानों से तुलना की जाए तो गुरुवार को शिमला से भी अधिक ठंड मेरठ में रही। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, अगले दो दिनों तक मौसम इसी तरह ठंडा रहेगा। हाड़ कंपा देने वाली ठंड के चलते आम जनजीवन अस्त व्यस्त होने लगा है। दोपहर के कुछ घटों की बात छोड़ दी जाए तो आबूलेन, बेगमपुल, शारदा रोड, घटाघर जैसे व्यस्त स्थानों पर भी लोगों की आवाजाही रोज की अपेक्षा काफी कम रही। सूर्यदेव के अस्त होते ही लोग बाहर निकलने से बचते रहे, रात में सड़कें लगभग सूनी हो गईं। ऐसे में रात में सफर करने वाले मुसाफिरों और राहगीरों को काफी संकट का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम और कुछ समाजसेवी संस्थाओं ने अलाव की व्यवस्था जरूर की है लेकिन अभी यह नाकाफी है।
अगले तीन दिन कोल्ड डे : मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। इसी तरह न्यूनतम तापमान भी सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। तापमान की यह गिरावट वृद्धों व बच्चों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन कोल्ड डे ही घोषित कर रखा है। इसके बाद एक बार फिर कोहरे और धुंध का दौर शुरू हो सकता है। बहरहाल, दोपहर में सूर्यदेव के दर्शन होने से शीतलहर के बीच आशिक राहत जरूर मिली, लेकिन सड़क पर दोपहिया वाहन सवार और राहगीर कंपकंपाते ही नजर आए।