मेरठ में अतिक्रमण हटाने पर बवाल, आगजनी व फायरिंग, इंटरनेट बंद
मेरठ सदर बाजार थाना क्षेत्र के भूसा मंडी में अतिक्रमण हटाने पर बवाल हो गया। निर्माण ढहाने से गुस्साए लोगों ने पथराव कर पुलिस को दौड़ा दिया। इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
By Nawal MishraEdited By: Updated: Wed, 06 Mar 2019 09:59 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। सदर बाजार थाना क्षेत्र के भूसा मंडी में बुधवार दोपहर बाद अतिक्रमण हटाने को लेकर बवाल हो गया। देखते ही देखते वर्ग विशेष के लोगों की भीड़ सड़कों पर उतर आई। पुलिस पर पथराव व छतों से फायङ्क्षरग की गई। डेढ़ सौ से अधिक झुग्गियों को आग के हवाले कर दिया गया। दर्जनों बसों में तोडफ़ोड़ की गई, यात्रियों से लूटपाट भी की गई। कई वाहन आग के हवाले कर दिए गए। भारी अराजकता के चलते इस ओर जाने वाले रास्तों पर यातायात रोक दिया गया। इससे पूरे शहर में सनसनी मच गई, अफवाहों को पर लग गए। अफवाहों को रोकने के लिए प्रशासन ने मेरठ में गुरुवार सुबह दस बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। दमकल की करीब दो दर्जन गाडिय़ां आग बुझाने में जुट गईं। पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को तितर-बितर किया। एहतियात के तौर पर पीएसी व आरएएफ तैनात कर आसपास के जिलों से भी फोर्स बुला ली गई।
भूसा मंडी पहुंची थी टीम
अवैध निर्माण ढहाने के लिए कैंट बोर्ड की टीम फोर्स लेकर भूसा मंडी पहुंची थी। निर्माण ढहाकर लौटते समय गुस्साए लोगों ने पथराव कर पुलिस व कैंट बोर्ड की टीम को दौड़ा दिया। फैंटम के सिपाही सत्येंद्र व कैंट बोर्ड के सुपरवाइजर राजकुमार को घेरकर मारपीट करते हुए मोबाइल व वायरलेस सेट लूट लिया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में लाठीचार्ज कर चार लोगों को हिरासत में ले लिया। मामला शांत हो चुका था। इसी दौरान कुछ लोगों ने पुलिस द्वारा एक दुकान और उपासना स्थल में आग लगाने की अफवाह फैला दी। अफवाह ने आग में घी का काम किया। देखते ही देखते दो दर्जन अराजक लोगों ने कुछ झुग्गियों को आग के हवाले कर दिया। इसी बीच गैस सिलेंडर फटने से आग ने भीषण रूप से लिया और एक एक कर कई झुग्गियां आग की जद में आ गईं। आग में जेवर, नगदी के अलावा मवेशी व लाखों रुपये का सामान राख हो गया।
दिल्ली रोड पर तोडफ़ोड़-लूटपाट
भूसा मंडी से शुरू हुआ बवाल देखते ही देखते दिल्ली रोड तक पहुंच गया। उपद्रवी केसरगंज मंडी से लेकर जली कोठी तक फैल गए। इस दौरान उन्होंने रोडवेज बसों समेत दो दर्जन से अधिक वाहनों में तोडफ़ोड़ कर आगजनी की कोशिश की। राहगीरों से लूटपाट भी की गई। पुलिस ने उपद्रवियों को दौड़ाकर मेहताब सिनेमा की तरफ जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए। इस दौरान उपद्रवियों ने छतों से पुलिस पर फायङ्क्षरग भी की।
अफवाहों से शहर में पसरा तनाव
बवाल को लेकर शहर में सांप्रदायिक दंगे की अफवाह फैल गई। अखबार के दफ्तरों के फोन घनघनाने लगे। लोग एक दूसरे को फोन कर खैर खबर लेते रहे। बवाल से प्रभावित इलाके के आसपास के बाजार आनन-फानन में बंद हो गए।
दो सिपाही व तीन कैंट बोर्डकर्मी घायल
पथराव में सदर थाने के सिपाही अरविंद कुमार व गीता और कैंट बोर्ड कर्मी राजकुमार, रंजीत और मोहन घायल हो गए। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इनका कहना है
अतिक्रमण हटाने पर लोगों ने पथराव किया था। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया था। थोड़ी देर बाद ही झुग्गियों में आग लगा दी गई। पुलिस पर आगजनी का आरोप निराधार है। माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है। कैंट बोर्ड कर्मियों ने तहरीर दे दी है। पुलिस की तरफ से उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
-नितिन तिवारी, एसएसपी, मेरठ।
भूसा मंडी पहुंची थी टीम
अवैध निर्माण ढहाने के लिए कैंट बोर्ड की टीम फोर्स लेकर भूसा मंडी पहुंची थी। निर्माण ढहाकर लौटते समय गुस्साए लोगों ने पथराव कर पुलिस व कैंट बोर्ड की टीम को दौड़ा दिया। फैंटम के सिपाही सत्येंद्र व कैंट बोर्ड के सुपरवाइजर राजकुमार को घेरकर मारपीट करते हुए मोबाइल व वायरलेस सेट लूट लिया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में लाठीचार्ज कर चार लोगों को हिरासत में ले लिया। मामला शांत हो चुका था। इसी दौरान कुछ लोगों ने पुलिस द्वारा एक दुकान और उपासना स्थल में आग लगाने की अफवाह फैला दी। अफवाह ने आग में घी का काम किया। देखते ही देखते दो दर्जन अराजक लोगों ने कुछ झुग्गियों को आग के हवाले कर दिया। इसी बीच गैस सिलेंडर फटने से आग ने भीषण रूप से लिया और एक एक कर कई झुग्गियां आग की जद में आ गईं। आग में जेवर, नगदी के अलावा मवेशी व लाखों रुपये का सामान राख हो गया।
दिल्ली रोड पर तोडफ़ोड़-लूटपाट
भूसा मंडी से शुरू हुआ बवाल देखते ही देखते दिल्ली रोड तक पहुंच गया। उपद्रवी केसरगंज मंडी से लेकर जली कोठी तक फैल गए। इस दौरान उन्होंने रोडवेज बसों समेत दो दर्जन से अधिक वाहनों में तोडफ़ोड़ कर आगजनी की कोशिश की। राहगीरों से लूटपाट भी की गई। पुलिस ने उपद्रवियों को दौड़ाकर मेहताब सिनेमा की तरफ जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए। इस दौरान उपद्रवियों ने छतों से पुलिस पर फायङ्क्षरग भी की।
अफवाहों से शहर में पसरा तनाव
बवाल को लेकर शहर में सांप्रदायिक दंगे की अफवाह फैल गई। अखबार के दफ्तरों के फोन घनघनाने लगे। लोग एक दूसरे को फोन कर खैर खबर लेते रहे। बवाल से प्रभावित इलाके के आसपास के बाजार आनन-फानन में बंद हो गए।
दो सिपाही व तीन कैंट बोर्डकर्मी घायल
पथराव में सदर थाने के सिपाही अरविंद कुमार व गीता और कैंट बोर्ड कर्मी राजकुमार, रंजीत और मोहन घायल हो गए। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इनका कहना है
अतिक्रमण हटाने पर लोगों ने पथराव किया था। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया था। थोड़ी देर बाद ही झुग्गियों में आग लगा दी गई। पुलिस पर आगजनी का आरोप निराधार है। माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है। कैंट बोर्ड कर्मियों ने तहरीर दे दी है। पुलिस की तरफ से उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
-नितिन तिवारी, एसएसपी, मेरठ।
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