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मुरादाबाद में तैनात सिपाही का शव मेरठ की नहर में मिला, पत्नी से विवाद के बाद घर से निकला था अरविंद

Meerut News पत्नी से विवाद के चलते घर से कार में सवार होकर निकला था अरविंद। छह दिन पहले नानू गंगनहर पुल पर मिली थी कार। अरविंद के पिता राजपाल आदि स्वजन मेरठ के लिए रवाना हो गए। पोस्टमार्टम के बाद अरविंद के शव घर लाया जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Wed, 05 Apr 2023 09:04 AM (IST)
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Meerut Crime News: सिपाही अरविंद कुमार (फाइल)

मेरठ, जागरण टीम। मुरादाबाद में तैनात सिपाही अरविंद कुमार का शव आठ दिन बाद मंगलवार को भोला की झाल में मिला। उनकी कार छह दिन पहले नानू गंगनहर के पुल के पास मिली थी। छपरौली निवासी राजपाल का बेटा अरविंद 2015 बैच का सिपाही था, उनकी तैनाती वर्तमान में मुरादाबाद पुलिस लाइंस में थी। सोमवार 27 मार्च को वह घर आए थे। अरविंद का पत्नी से विवाद था। उसी दिन वह पत्नी को ससुराल से लाने की बात कहकर घर से कार में निकले थे।

नहर के पास मिली थी कार

लापता होने पर स्वजन ने उनकी तलाश शुरू की, सुराग नहीं मिलने पर 29 मार्च को छपरौली थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। 30 मार्च को सरधना थाना क्षेत्र में नानू गंगनहर के पुल के पास अरविंद की कार खड़ी मिली थी। कार यहां पिछले तीन दिनों से खड़ी थी। कार से अरविंद की टोपी, मोबाइल और पर्स बरामद हुआ था। मंगलवार को भोला झाल में सिपाही का शव मिल गया। पुलिस मान रही है कि परिवारिक विवाद के चलते अरविंद ने गंगनहर में कूदकर जान दी है। एसपी देहात अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि मामला बागपत के छपरौली थाने का है, इसलिए पोस्टमार्टम कराने के बाद वहीं की पुलिस को शव सौंपा गया है।

स्वजन पहुंचे मेरठ, आएगा सिपाही का शव

27 मार्च से लापता सिपाही का शव मेरठ की भोला झोल से मिलने के बाद स्वजन में कोहराम मच गया। जानकारी के बाद सिपाही के स्वजन मेरठ के लिए रवाना हो गए। पोस्टमार्टम के बाद सिपाही का शव बुधवार को कस्बे में लाया जाएगा। उधर, छपरौली पुलिस का कहना है कि सिपाही और उनकी पत्नी के बीच मामूली मनमुटाव चलता रहता था। छपरौली कस्बा स्थित आर्यनगर पट्टी, धन्धान मोहल्ला निवासी राजपाल सिंह ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया था कि उनका बेटा अरविंद कुमार (दत्तक पुत्र स्व. इलम चंद) यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर पुलिस लाइंस, मुरादाबाद में तैनात है।

21 को सात दिन का अवकाश लेकर आया था

वह 21 मार्च 2023 को सात दिन का अवकाश लेकर घर आया था। 27 मार्च 2023 को सुबह वह अपनी स्विफ्ट कार लेकर घर से यह कहकर गया था कि वह ससुराल टीकरी कस्बे से अपने बच्चों को लेकर ड्यूटी पर चला जाएगा, लेकिन वह ड्यूटी पर पहुंचा न ससुराल। मंगलवार को अरविंद का शव मेरठ की गंगनहर स्थित भोला झाल से मिलने की जानकारी उनके स्वजन को मिली। छपरौली इंस्पेक्टर रवि रतन सिंह ने बताया कि राजपाल की तहरीर पर 29 मार्च को मुकदमा दर्ज कर अरविंद को बरामद करने के प्रयास शुरू किए गए थे। इस दौरान अरविंद की पत्नी मनीषा से टीकरी जाकर बातचीत की गई तो उसने बताया कि उसकी 13 साल पहले अरविंद के साथ शादी हुई थी।

विवाद के बाद पत्नी को मायके में छोड़ा

सिपाही के पिता राजपाल ने बताया कि अरविंद की शादी 2010 में बागपत के ही टीकरी कस्बा निवासी मनीषा से हुई थी। मनीषा बेटे शौर्य के साथ मुरादाबाद में अरविंद के साथ रह रही थी। दंपती में विवाद होने पर 21 मार्च को अरविंद पत्नी को मायके में छोड़ आया था। इसके बाद वह अपने घर पहुंचा और वापस मुरादाबाद लौट गया था। 

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