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Corona Third Wave: कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को तैयार है मेरठ का एनसीआर मेडिकल कालेज

मेरठ में खरखौदा के नालपुर स्थित एनसीआर मेडिकल कालेज में भी तैयारी कर ली गई है। यहां बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। कालेज में बच्चों के लिए पांच वेंटिलेटर समेत 125 बेड की व्यवस्था कर दी गई है। साथ ही आक्सीजन के दो प्लांट तैयार हैं।

By Prem Dutt BhattEdited By: Updated: Mon, 07 Jun 2021 10:00 AM (IST)
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एनसीआर मेडिकल कालेज में पांच वेंटिलेटर, 125 बेड व 36 घंटे आक्सीजन बैकअप की व्यवस्था।
मेरठ, जेएनएन। Corona Third Wave मेरठ में कोरोना की तीसरी लहर के लिए शासन और स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा है। खरखौदा के नालपुर स्थित एनसीआर मेडिकल कालेज में भी तैयारी कर ली गई है। यहां बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। कालेज में बच्चों के लिए पांच वेंटिलेटर समेत 125 बेड की व्यवस्था कर दी गई है। साथ ही आक्सीजन के दो प्लांट तैयार हैं। अस्पताल में आक्सीजन का 36 घंटे का बैकअप रहेगा। बच्चों के वार्ड के नोडल अधिकारी बाल रोग विशेषज्ञ डा. दीपचंद बना गए हैं। एनसीआर मेडिकल कालेज के महानिदेशक डा. अश्विनी शर्मा ने बताया कि बच्चों की देखरेख के लिए अभिभावक वार्ड में जा सकेंगे। लेकिन अभिभावक को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी जरूरी होगी। बच्चों का मन बहलाने के लिए ड्राइंग, पेंटिंग और कामिक्स भी रखी गई है।

ऐसी होगी व्यवस्था

एनसीआर मेडिकल कालेज में पांच वेंटिलेटर, आइसीयू में दस बेड जिसमें दो बेड नवजात और आठ बेड अन्य, दस बेड एचडीयू और 80 बेड आइसोलेशन के लिए होंगे। वहीं, आइसोलेशन में दस बेड आक्सीजन वाले होंगे। दो एचएफएनसी बच्चों के लिए खरीदने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा पोस्ट कोविड समस्या के रोगियों के लिए दस बेड तैयार होंगे। इनके अलावा आपात स्थिति के लिए 50 बेड अतिरिक्त तैयार रखे गए हैं।

इनका कहना है

प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करके कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के लिए अस्पताल में तैयारी कर ली गई है। नोडल अधिकारी तैनात कर दिए हैं। पूर्व की भांति कोविड वार्ड की व्यवस्था ऐसे ही चलती रहेगी।

- डा. अश्विनी शर्मा, महनिदेशक एनसीआर मेडिकल कालेज

मेडिकल के कोरोना वार्ड में भी बनेगा 20 बेडों का पीकू

मेरठ में कोरोना की तीसरी लहर से पहले मेडिकल कालेज में सौ बेडों का पीडियाट्रिक आइसीयू बनाया जा रहा है, वहीं अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए कोरोना वार्ड में भी 20 बेड बच्चों के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि 410 बेडों वाले कोविड वार्ड में आइसीयू-1 में 60 बेड हैं। इसी वार्ड में बच्चों के लिए 20 बेड बढ़ाए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार को रिपोर्ट भेजकर बच्चों के लिए जरूरी उपकरण मंगाए जा रहे हैं।

बच्चों के लिए प्रयोग होने वाला मास्क, बाईपैप, और वेंटिलेटरों की साइज छोटी होती है, जिसका प्रयोग करने के लिए स्टाफ को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। प्राचार्य ने बताया कि सौ बेडों की आइसीयू पर करीब 15 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं। वहीं, विभागाध्यक्ष डा. विजय जायसवाल ने बताया कि पहली एवं दूसरी लहर में बच्चों पर ज्यादा असर नहीं देखा गया, लेकिन वयस्कों के संक्रमित होने एवं टीका लगवाने की वजह से वायरस के बच्चों में फैलने की आशंका बढ़ी हुई मानी जा रही है, जिसे वक्त रहते रोकना होगा।

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