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Pollution In Meerut: मेरठ में रात में छायी प्रदूषण की घातक धुंध, 428 तक पहुंचा एक्‍यूआइ

Pollution In Meerut मेरठ में दिन में वहा कुछ सुधरी तो रात में प्रदूषण की घातक धुंध छा गई। वहीं पल्लवपुरम में पीएम 2.5 के साथ पीएम 10 की मात्रा भी बढ़ी हुई दर्ज की गई। इनदिनों मास्‍क पहनकर ही घरों से बाहर निकलें।

By Jagran NewsEdited By: PREM DUTT BHATTUpdated: Mon, 07 Nov 2022 08:49 AM (IST)
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AQI In Meerut मेरठ में प्रदूषण को लेकर हालात अभी सही नहीं हैं।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Pollution In Meerut मेरठ में दिन में कुछ हद तक सुधरी हुई शहर की हवा नमी का स्तर बढ़ने से रात में बदतर हो गई। शाम सात बजे गंगा नगर में पीएम 10 की मात्रा 428 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर आंकी गई। रात 11 बजे एक्यूआइ 299 रहा। पल्लवपुरम में पीएम 2.5 के साथ पीएम 10 की मात्रा भी बढ़ी हुई दर्ज की गई। शाम पांच बजे से 10 बजे तक पीएम 2.5 की मात्रा 350 से 393 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर के बीच रही।

प्रदूषण की चादर

लगातार पांच घंटे तक इतनी उच्च मात्रा बीमार ही नहीं बल्‍कि सामान्य व्यक्तियों के लिए भी घातक है। रात में दिल्ली रोड और माल रोड और गढ़ रोड जैसे इलाकों में प्रदूषण की चादर धुंध के रूप में गहरी होती गई। इसके पहले शाम चार बजे मेरठ का वायु गुणवत्ता सूचकांक 271 दर्ज किया गया था। गाजियाबाद में यह 288 और दिल्ली में 339 रहा।

पहाड़ों पर बारिश होगी

मेरठ में रविवार को आदृता का अधिकतम प्रतिशत 98 और न्यूनतम प्रतिशत 63 रहा। अधिकतम तापमान 29.1 और न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस रहा। सोमवार को पहाड़ों पर बारिश होगी इसके बाद पश्चिम विक्षोभ का प्रभाव कम होने की संभावना है। नौ नवंबर से एक और पश्चिम विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसकी तीव्रता पूर्ववर्ती से अधिक होगी। जिससे प्रदूषण और गहराने की आशंका है।

बागपत का एक्यूआइ 270

वहीं दूसरी ओर बागपत में हवा की सेहत नहीं सुधर रही है। शनिवार की सुबह स्माग यानी कोहरा सा छाया रहा। बागपत का एक्यूआइ 270 रहा है। इसके बावजूद जिला प्रशासन तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड वायु प्रदूषण में कमी लाने को जमीन पर प्रयास करते नहीं दिखे। अब लोगों को सांस लेना मुश्किल हो गया है। बागपत समेत संपूर्ण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में ग्रेडेड रेस्पांस सिस्टम लागू है।

कूड़ा-कचरा जलाया जा रहा

लेकिन बागपत में ग्रैप के तहत काम नहीं हो रहा है। सड़कों के गड्ढों से छिदने से धूल उड़ रही है। केबिल जलाकर तांबा के तार निकालने का काम चोरी छिपे जारी है। कूड़ा-कचरा जलाया जा रहा है। धूल रोकने को सड़कों पर पानी छिडकाव नहीं कराया। यही कारण है कि एक्यूआई कम होने का नाम नहीं ले रहा। शनिवार को एक्यूआई-270 रहा है।

ऐसे करें बचाव

ज्यादा प्रदूषण वाली जगह जाने से बचें। मास्क लगाकर रखें। घर में खिड़की बंद रखें। धूमपान तथा अन्य नशा करने से बचें। वृद्ध सुबह आठ बजे बाद मार्निंग वाक को निकलें। सांस लेने में परेशानी होने व अन्य बेचैनी पर चिकित्सक को दिखाएं।

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