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कोई आवाज क्यों नहीं आई? दारोगा के बेटे की पिता की ही बंदूक से मौत; भाई ने कमरे में देखा तो उड़े होश

मेरठ के डिफेंस एंक्लेव में दिल्ली पुलिस के एक दारोगा के बेटे ने अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। 22 वर्षीय सिद्धांत राठी एसएससी की तैयारी कर रहा था। बड़ा भाई सौरभ पड़ोसी के मकान की छत से अपनी छत पर पहुंचा तो देखा कि तीसरे मंजिल के कमरे में सिद्धांत राठी का खून से लथपथ शव पड़ा था।

By Sanjeev Kumar Edited By: Aysha Sheikh Updated: Mon, 21 Oct 2024 02:36 PM (IST)
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दिल्ली पुलिस के दारोगा के बेटे की लाइसेंसी बंदूक से मौत - प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, मोदीपुरम। सरधना रोड स्थित डिफेंस एंक्लेव में रहने वाले दिल्ली पुलिस में दारोगा के बेटे ने अपने पिता की लाइसेंसी दोनाली बंदूक से आत्महत्या कर ली। मकान की तीसरी मंजिल के कमरे में खून से लथपथ शव पड़ा मिला।

कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में डिफेंस एंक्लेव-190 निवासी विजय कुमार सेना से सेवानिवृति के बाद दिल्ली पुलिस में दारोगा के रूप में कार्यरत हैं। परिवार में पत्नी दीपा, बड़ा बेटा सौरभ राठी, छोटा बेटा सिद्धांत राठी और विजय की मां केला देवी हैं। 22 वर्षीय सिद्धांत राठी एसएससी की तैयारी कर रहा था।

पुलिस ने बताया कि शनिवार देर रात करीब दो बजे तक सिद्धांत अपने स्वजन के साथ ही मकान में ग्राउंड फ्लोर के कमरे में था। मगर, रविवार सुबह करीब पांच बजे स्वजन नींद से जागे तो सिद्धांत नीचे वाले कमरे में नहीं था। बड़ा भाई सौरभ पड़ोसी के मकान की छत से अपनी छत पर पहुंचा तो देखा कि तीसरे मंजिल के कमरे में सिद्धांत राठी का खून से लथपथ शव पड़ा था।

पास ही उसके पिता की लाइसेंसी दोनाली बंदूक भी पड़ी थी। सूचना पर कंकरखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची। इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ने कहा कि युवक ने अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मारकर आत्महत्या की है। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

दोनाली बंदूक में दो कारतूस थे, एक फायर हो गया, दूसरा लोड था

मौके पर पहुंचे दारोगा अशोक नौहवार ने बताया कि घटनास्थल से बरामद दोनाली बंदूक की बैरल में दो कारतूस थे, जिनमें से एक फायर हो गया, दूसरा कारतूस लोड था। घटनास्थल को देखकर प्रतीत हो रहा था कि सिद्धांत ने बंदूक को फर्श पर खड़ी कर बैरल को माथे से सटाकर ट्रिगर दबाया, जिससे एक गोली चली और सिर को उड़ा दिया। कमरे में खून और मांस बिखरा पड़ा था।

गोली चली किसी को पता नहीं चला

सिद्धांत शनिवार देर रात दो बजे तक अपने स्वजन संग कमरे में था। मगर, सुबह वह कमरे में नहीं था। मकान की तीसरी मंजिल के कमरे में गोली चली, युवक की मौत भी हो गई। मगर, गोली की आवाज न तो स्वजन ने सुनी और न ही पड़ोसियों को पता चल पाया। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।

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