Meerut News: जर्मनी से आई भाभी ने देवर को दिलाई 'दर्द' से मुक्ति; मानवाधिकार आयोग ने बैठाई नशामुक्ति केंद्र पर जांच
Meerut News पूजा मिश्रा जर्मनी से मेरठ आ गई और पुलिस प्रशासन की टीम के साथ नवजीवन दान नशा मुक्ति केंद्र पर पहुंची। पुलिस प्रशासन की टीम ने भूड़बराल के पास ओम साईंधाम कालोनी में संचालित नवजीवन दान नशा मुक्ति केंद्र पर छापामार 23 लोगों को मुक्त करा केंद्र को सील कर दिया गया। डिप्टी सीएमओ डा. सुधीर कुमार ने परतापुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
मेरठ, जागरण संवाददाता। जर्मनी के म्यूनिख शहर में आईटी कंपनी संचालित कर रही पूजा मिश्रा अपने देवर के लिए मसीहा बन गई। उन्हें जब पता चला कि सात साल से मेरठ के भूड़बराल के पास ओम साईंधाम कॉलोनी में संचालित नवजीवन दान नशा मुक्ति केंद्र में देवर को तरह-तरह की यातनाएं दी जा रही है। वह सहन नहीं कर पाई और हजारों किलोमीटर दूर जर्मनी से मेरठ आ गई।
देवर को इस केन्द्र से मुक्त कराया। इसी दौरान उन्हें इस केन्द्र पर नशा छुड़ाने से ज्यादा अमानवीय यातना देने की जगह नजर आईं। केन्द्र से देवर को मुक्त कराया और उन्हें वह आगरा स्थित अपने दूसरे आवास पर ले गई। वहां उन्होंनें राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को ई-मेल से पत्र लिखकर इस केंद्र की अमानवीयता बयां की।
आयोग ने उप्र के डीजीपी को नोटिस जारी कर रिपोर्ट तलब की। डीजीपी ने डीएम व एसएसपी को तत्काल टीम गठित कर इस मामले में कार्रवाई का आदेश दिया। पुलिस प्रशासन की कार्रवाई के दौरान एनआरआई महिला आगरा से मेरठ आ गई और 23 लोगों को इस केन्द्र से मुक्त कराया।
पूजा के देवर सात साल से थे नशा मुक्ति केंद्र में
सुशांत सिटी की मूल निवासी उद्यमी पूजा मिश्रा जर्मनी के म्यूनिख शहर में रहती हैं। पूजा को जानकारी मिली कि उनका देवर सात साल से नवजीवन दान नशा मुक्ति केंद्र में रह रहा है। देवर को तरह-तरह की यातनाएं दी जा रही है। उन्होंने 18 जुलाई को मेरठ पहुंचकर अपने देवर को मुक्त करा लिया। बाद में उन्होंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को केन्द्र की जानकारी दी।
ये भी पढ़ेंः Terror Attack Jammu: 15 दिन पहले ड्यूटी पर गए थे हाथरस के सुभाष, अब घर आएगी पार्थिव देह; 2016 में देश सेवा को पहनी थी वर्दी
पूजा की शिकायत पर दर्ज हुआ केस
पूजा ने आयोग को बताया कि यह नशा छुड़ाने के केंद्र से ज्यादा अमानवीय यातना देने की जगह लग रही है। आयोग के डिप्टी रजिस्टार (विधि) केके श्री वास्तव ने इस मामले में केस दर्ज किया और उप्र के डीजीपी से तत्काल रिपोर्ट तलब की। डीजीपी ने डीएस व एसएसपी को टीम का गठन कर तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। उन्होंने पूजा मिश्रा को भी ई-मेल के माध्यम से इसकी जानकारी दी।
ये भी पढ़ेंः Kanwar Yatra: चाय 10 व ब्रेड पकोड़ा 20 रुपये, प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के लिए खाद्य पदार्थाें के रेट किए तय
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।गंदगी भरे छोटे कमरों में रखते थे लोगों को
पूजा का कहना है कि केंद्र में छोटे व गंदगी से भरे कमरों में कई-कई लोगों को कैद कर रखा गया था। वहां डाक्टर, नर्स व परामर्शदाता भी मौजूद नहीं था। कमरे के साथ एक ही शौचालय था।