Diwali 2023: बाजार में इस पौधे की मांग बढ़ी, घर में रखने का है खास महत्व, वातावरण शुद्ध रखने के साथ समृद्धि भी लाते हैं प्लांट्स
Diwali 2023 Plants For House त्योहार पर घरों की साफ−सफाई के साथ ही साज−सज्जा का काम होता है। कई घरों में लोग पौधाें को लगाते हैं। आजकल मोरपंखी के पौधों की मांग बाजार में बढ़ गई है। पौधे सुख समृद्धि के भी प्रतीक होते हैं इसलिए लोग इन्हें घर में लगाते हैं। बाजार में जो कीमत है उससे काफी कम में ये सरकारी नर्सरी में मिल रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मेरठ। दीपावली पर्व शुरू हो चुका है। त्योहार पर घरों में साफ-सफाई के साथ साज-सजावट होती है। ऐसे में लोग घरों में ऐसे पौधों को खरीदकर व्यवस्थित कर रहे हैं जो शुभता व समृद्धि के प्रतीक हैं।
छायादार, फलदार के अलावा कुछ ऐसे पौधे भी हैं जो सुख-शांति, समृद्धि व संपन्नता के प्रतीक माने जाते हैं। बाजार में पिछले दो माह से मोरपंखी पौधे की अधिक मांग दिखाई पड़ी है। उद्यान विभाग के अंतर्गत सर्किट हाउस स्थित सरकारी नर्सरी से लेकर निजी नर्सरी तक यह पौधा दिन में सर्वाधिक डिमांड में चल रहा है। सरकारी नर्सरी पर दस रुपये और निजी नर्सरी पर 80 से 100 रुपये तक कीमत ली जा रही है।
पेड़ पौधाें से वातावरण के साथ घर में बढ़ती है सुंदरता
वास्तुविद पंडित संजीव शर्मा कहते हैं कि पेड़-पौधे ना सिर्फ घर की सुंदरता बढ़ाते हैं, बल्कि वातावरण को भी शुद्ध रखते हैं। यूं तो घर पर कई तरह के पौधे लगा सकते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र में कुछ विशेष पौधों का जिक्र मिलता है, जो बेहद ही शुभ व पवित्र माने जाते हैं। इनको घर पर लगाने से सुख-समृद्धि का वास होता है और सकारात्मक उर्जा का संचार होता है।
मीत नर्सरी के संचालक धनवीर सिंह कहते हैं कि मोरपंखी का पौधा आउटडोर होता है। इसे छज्जे या स्टेयर के नीचे रखा जाता है। इसकी विशेषता है कि यह साल भर हरा-भरा रहता है। इसकी पत्ती सूखने के बाद भी हरी प्रतीत होती है। इसलिए इसको मेंटीनेंस की जरूरत भी नहीं पड़ती। बहुत कम पानी देने से इसकी वृद्धि बनी रहती है। मोरपंखी के पत्तियों की कटिंग भी नहीं होती है।
दीपावली पर मोरपंखी पौधा लोग घर में लाकर लगाते हैं। उद्यान विभाग की नर्सरी पर इसकी कीमत सरकारी मूल्य केवल दस रुपये है। यह घर में लक्ष्मी का वास, सुख-समृद्धि व संपन्नता का प्रतीक भी माना जाता है।
- विनीत कुमार, उप निदेशक, उद्यान विभाग