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बरसात में घरेलू बिजली बन सकती है खतरा, बिंदुआर जानें- हादसों से बचने के लिए कैसे बरते सावधानी

घरेलू बिजली बरसात के समय में खतरनाक बन सकती है। अर्थिंग से लेकर केबल व तार घर की दीवरों में करंट पैदा कर सकती हैं। इससे बड़े हादसे भी हो सकते हैं जैसे मेरठ में हुआ। इसके लिए जरूरी है इन बातों का ध्‍यान रखें।

By Himanshu DwivediEdited By: Updated: Wed, 21 Jul 2021 12:02 PM (IST)
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हादसों से बचाव के लिए इस तरह बरतें सावधानियां।

जागरण संवाददाता, मेरठ। परीक्षितगढ़ के एंची खुर्द में सोमवार को वर्षा के दौरान दरवाजे में उतरे करंट से पिता और दो पुत्रों की मौत के बाद बिजली हादसों के प्रति जागरूकता को लेकर महकमे ने लोगों से सजग रहने को कहा है। बारिश में दीवारों पर सीलन, नमी व जलजमाव से करंट लगने का खतरा भी बढ़ जाता है। बिजली के खंभे के पास या हाईटेंशन तार के नीचे रहने वालों के लिए ही नहीं, बल्कि घर में भी जरा सी लापरवाही से आपको करंट का झटका लग सकता है। यह इतना घातक हो सकता है कि इससे कुछ ही समय में इंसान काल के गाल में समा सकता है। हादसों को रोकने के लिए बिजली विभाग के साथ-साथ उपभोक्ताओं को भी सतर्कता बरतनी जरूरी है। हादसों से बचने के लिए बरसात के दौरान विभाग द्वारा भी कदम उठाए जा रहे हैं। बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए जर्जर लाइनों की मरम्मत, पेट्रोलिंग के द्वारा खंभों व खतरे वाले बिजली यंत्रों का चिन्हांकन कर उन्हें दुरुस्त किया जा रहा है। खुले पैनल व ट्रांसफार्मर की घेराबंदी हो रही है। बारिश व तेज हवा में तारों पर पेड़ गिरने से हादसा न हो, इसके लिए तारों के आसपास पेड़ों की छंटाई की जा रही है। बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं की ओर से भी अनहोनी से बचाव के लिए कुछ विशेष एहतियात बरतने के सुझाव दिए हैं।

यह बरतें सावधानी ताकि न हों हादसे

  • मीटर से घर तक आने वाली केबिल को जांचते रहें।
  • पोल या स्टे वायर से पशु को न बांधे, न उसे छुएं।
  • तार के नीचे मकान न बनवाएं और न ही पेड़ लगवाएं।
  • बिजली लाइन के करीब कपड़े सुखाने के लिए लोहे के तार न बांधें।
  • आइएसआइ मार्क तार व अन्य उत्पाद से ही घर की वायरिंग करवाएं।
  • आग लगने की दशा में तुरंत मेन स्विच द्वारा बिजली आपूर्ति बंद कर दें।
  • करंट से लगी आग में पानी बिल्कुल न डालें।
  • बिजली का हर काम परमिटधारी कर्मचारी से ही कराएं।
  • यदि कोई बिजली के संपर्क में आ जाए तो उसे बिल्कुल स्पर्श न करें, उसे सूखी लकड़ी से ही छुड़ाएं।
  • नंगे पैर बिल्कुल भी बिजली के उपकरणों का इस्तेमाल न करें।

स्ट्रीट लाइट के खंभे नहीं जुड़े अर्थिंग सिस्टम से

बारिश के दौरान अधिकांश मामले पोल में करंट उतरने के होते हैं। बारिश में लोहे के पोल करंट न मारें, इसके लिए उन्हें अर्थिंग सिस्टम से जोड़ना अहम होता है। दूसरी ओर शहर में तमाम स्ट्रीट लाइट के पोल ऐसे हैं, जो अर्थिंग सिस्टम से नहीं जुड़े हैं। यह लोगों के लिए कभी भी बड़ा खतरा बन सकते हैं।

अधीक्षण अभियंता विद्युत विभाग विजयपाल ने कहा: परीक्षितगढ़ की घटना उपभोक्ता केबिल में गड़बड़ी के चलते घटित प्रतीत होती है। बारिश को लेकर बिजली विभाग की पेट्रोलिंग भी तेज हो गई है। विद्युत हादसों से बचने के लिए उपभोक्ताओं को भी सतर्कता बरतनी चाहिए। मीटर से घर आने वाली आपूर्ति केबिल की समय-समय पर जांच जरूर की जाए। चटकने, कटने या जलने पर उसे विद्युत कर्मी द्वारा ही बदलवाएं।