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5000 का काम मात्र 45 रुपये में, तीन दिन का समय भी बचा; मेरठ में शुरू हुए ई-फाइलिंग केन्द्र के ये हैं लाभ

ई फाइलिंग केंद्र पर बेटे सोहेल की जमानत के लिए याचिका दायर करने वाली उसकी मां शबनम ने बताया कि यह सुविधा शुरू होने से 648 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रयागराज नहीं जाना पड़ा। आवागमन आदि पर खर्च होने वाले औसतन पांच हजार रुपये का कार्य भी मात्र 45 रुपये में हो गया। साथ ही करीब तीन दिन का समय भी बचा।

By Navneet Sharma Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 31 May 2024 03:32 PM (IST)
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5000 का काम मात्र 45 रुपये में, तीन दिन का समय भी बचा; मेरठ में ई-फाइलिंग केन्द्र शुरू

जागरण संवाददाता, मेरठ। कचहरी परिसर स्थित हेरिटेज भवन में बुधवार को विधिवत ई फाइलिंग केंद्र का शुभारंभ कर इसके माध्यम से पहली जमानत याचिका भी दायर की गई थी। अब याचिका से संबंधित कागजात की जांच के बाद सुनवाई के लिए तिथि निर्धारित की जाएगी। संबंधित अधिवक्ता को एसएमएस के माध्यम से इसकी जानकारी मिलेगी।

ई फाइलिंग केंद्र पर बेटे सोहेल की जमानत के लिए याचिका दायर करने वाली उसकी मां शबनम ने बताया कि यह सुविधा शुरू होने से 648 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रयागराज नहीं जाना पड़ा। आवागमन आदि पर खर्च होने वाले औसतन पांच हजार रुपये का कार्य भी मात्र 45 रुपये में हो गया। साथ ही करीब तीन दिन का समय भी बचा। शबनम ने बताया कि उनके बेटे के विरुद्ध थाना खरखौदा में धारा 395 आइपीसी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था।

मामले में मार्च 2023 में वह हाई कोर्ट में याचिका दायर करने के लिए प्रयागराज गई थी। इस कार्य के लिए उसके करीब पांच हजार रुपये खर्च हुए थे और तीन दिन का समय भी लग गया था। तब उन्होंने बेटे की जमानत कराई थी। 28 दिसंबर 2023 को पुलिस ने बेटे सोहेल पर उत्तर प्रदेश राज्य अंतर्गत धारा 2/3 गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की।

इस मामले में सोहेल इसी वर्ष 28 फरवरी से जेल में है। जिला जज कोर्ट ने 13 मार्च को उसकी जमानत खारिज कर दी थी, लेकिन इस बार अधिवक्ता परवेज आलम ने ई फाइलिंग के माध्यम से याचिका दायर की है। नियमानुसार यहां मात्र 45 रुपये की रसीद काटी गई। उन्हें प्रयागराज भी नहीं जाना पड़ा। दूसरी ओर, गुरुवार को ई-फाइलिंग केंद्र पर कोई याचिका दायर नहीं हो सकी।

अब वर्चुअल माध्यम से होगी सुनवाई

वरिष्ठ अधिवक्ता परवेज आलम ने बताया कि ई-फाइलिंग केंद्र के माध्यम से जमानत याचिका दर्ज होने के बाद अब उच्च न्यायालय के पोर्टल के माध्यम से मुकदमे की कार्रवाई के लिए तिथि तय होगी। इसके बाद याचिका की सुनवाई कचहरी परिसर स्थित कंप्यूटर क्षेत्र में वर्चुअल माध्यम से हो पाएगी। प्रकरण में बहस के बाद आदेश उच्च न्यायालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। वर्चुअल माध्यम से बहस करने के लिए मेरठ न्यायालय परिसर में पहले से ही व्यवस्था है।

अधिवक्ताओं ने जताया आभार

अधिवक्ता बृजभूषण के चैंबर पर आयोजित बैठक में अधिवक्ताओं ने ई-फाइलिंग केंद्र शुरू कराने को लेकर जिला जज रजत सिंह जैन और राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकान्त बाजपेयी का आभार व्यक्त किया। हाईकोर्ट बेंच मिशन के चेयरमैन नरेन्द्र शर्मा एडवोकेट मेरठ बार संघ के अध्यक्ष रोहिताश्व अग्रवाल से उनके निवास स्थान पर मिले। उन्होंने मेरठ में ई फाइलिंग केंद्र का शुभारंभ होने पर बार संघ के प्रयास की सराहना की।

वादों की संख्या बढ़ने पर बढ़ेगी सुविधा

ई फाइलिंग केंद्र पर फिलहाल एक कंप्यूटर और स्कैनर की व्यवस्था के साथ चार लोगों का स्टाफ तैनात है। वादों की कम संख्या के चलते अभी उपलब्ध सुविधा पर्याप्त है। हालांकि ई-फाइलिंग के माध्यम से वादों की संख्या बढ़ने पर उपकरण और कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि की जाएगी।