उपलों से खुद की चिता बनाकर लेटा हुआ किसान, कई दिन से भूख हड़ताल भी जारी; आखिर मेरठ में ये चल क्या रहा?
मेरठ में सहकारी गन्ना विकास समिति के डेलीगेट चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए किसानों का धरना आठवें दिन भी जारी है। दो किसान भूख हड़ताल पर हैं और एक किसान उपलों से खुद की चिता बनाकर लेटा हुआ है। किसानों का कहना है कि जब तक डेलीगेट का चुनाव निरस्त नहीं होगा तब तक वह धरना खत्म नहीं करेंगे।
जागरण संवाददाता, मेरठ। सहकारी गन्ना विकास समिति के डेलीगेट के नामाकंन पत्रों में हुई धांधली का विरोध कर रहे किसानों का धरना परतापुर थाना परिसर में आठवें दिन भी जारी रहा। दो किसान पिछले कई दिनों से भूख हड़ताल पर है। एक किसान उपलों से खुद की चिता बनाकर लेटा हुआ है।
कुछ इसी तरह से किसानों का धरना चल रहा है। थाना परिसर में पशुओं को बांधने का सिलिसला शुक्रवार को भी जारी रहा। किसानों का कहना है कि जब तक डेलीगेट का चुनाव निरस्त नहीं होगा, तब तक वह धरना खत्म नहीं करेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने बताया कि मोहिउद्दीनपुर और मवाना समिति के बड़ी संख्या में नामाकंन पत्रों को निरस्त किया गया है। यह भाजपा नेताओं की साजिश के तहत किया गया है। धरना इसी कारण दिया जा रहा है। शुक्रवार को धरने पर पशुओं को लाया गया। किसान बाबा दलबीर लगातार चिता पर लेटे हुए हैं।
इसके अलावा बाबा विजयपाल घोपला सात दिन से भूख हड़ताल पर हैं। वहीं, किसान अरुण नारंगपुर भी कई दिन से भूख हड़ताल पर हैं। दोनों किसानों की हालत खराब होती जा रही है। कोई अधिकारी उनकी तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। इसके अलावा भी बुजुर्ग किसान लगातार बीमार हो रहे हैं। शुक्रवार को धरने पर हर्ष चहल, सनी प्रधान, अजय सिंह, ललित, धर्मपाल, अनुज यादव समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
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