किसान ने थाने में ही सजा दी चिता... लेट गया 96 साल का बुजुर्ग, देखते ही पुलिस-अधिकारियों में मचा हड़कंप
UP News मेरठ में मलियाना गन्ना सहकारी विकास समिति के चुनाव में कथित अनियमितताओं के विरोध में भारतीय किसान यूनियन का धरना छठे दिन भी जारी है। बुधवार को 96 वर्षीय किसान दलबीर सिंह ने थाना परिसर में उपलों की चिता सजाई और उस पर लेट गए। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन किसान नेता भिड़ गए।
जागरण संवाददाता, मेरठ। मलियाना गन्ना सहकारी विकास समिति के चुनाव में बड़ी संख्या में नामांकन पत्रों को खारिज करके सभी पदों पर निर्विरोध निर्वाचन कर दिए जाने के विरुद्ध भारतीय किसान यूनियन का परतापुर थाना परिसर में धरना छठे दिन बुधवार को भी जारी रहा।
आज बाबा महेंद्र सिंह टिकैत के साथी रहे 96 वर्षीय वृद्ध किसान दलबीर ने थाना परिसर में ही उपलों की चिता सजाई और उस पर लेट गया। ऐसा करते ही पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों में खलबली मच गई। उन्होंने किसान को उठाने की कोशिश की तो किसान नेता उनसे भिड़ गए। आज भी किसानों और प्रशासन के बीच समझौता नहीं हो सका। किसान चुनाव नए सिरे से कराने और चुनाव अधिकारी समेत विभिन्न जिम्मेदार अफसरों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने की मांग पर अड़े हैं।
छठे दिन भी जारी रहा धरना
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में किसानों ने धरने के छठे दिन सबसे पहले लाल बहादुर शास्त्री और महात्मा गांधी की जयंती पर उनके चित्रों पर पुष्प अर्पित किये। धरने में अनशन पर बैठे किसान नेता विजयपाल घोपला ने कहा की हम गांधी जी को मानने वाले लोग हैं। उन्हीं का अनुशरण करते हुए छह दिन से भूख हड़ताल, आमरण अनशन पर हैं। बुधवार की पंचायत की अध्यक्षता हरेंद्र गुर्जर ने और संचालन हर्ष चहल ने किया।सभा चल रही थी और पुलिस प्रशासनिक अधिकारी वहीं पर तैनात थे कि अचानक 96 वर्षीय वयोवृद्ध किसान दलबीर सिंह ने गोबर के उपले रखकर खुद अपनी चिता सजा ली और उस पर लेट गए। पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी समेत भाकियू नेता और किसान पुलिस और अधिकारियों से भिड़ गए।
मनाने पहुंचे पुलिस अधिकारी
किसानों ने आरोप लगाया कि अधिकारी किसानों को जिंदा मरने पर मजबूर कर रहे हैं। किसानों ने दलबीर सिंह की चारपाई को भी उल्टा खड़ा कर दिया। दलबीर सिंह कमिश्नर और डीएम को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। एडीएम सिटी बृजेश सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक शहर आयुष विक्रम सिंह, तहसीलदार सदर शैलेंद्र कुमार, उप जिलाधिकारी सदर कमल किशोर ने उन्हें मनाने का प्रयास किया। लेकिन वे नहीं माने। देर शाम तक किसान चिता पर ही लेटे थे।बीती रात एक बजे सपा विधायक अतुल प्रधान भी किसानों के बीच पहुंचे और किसानों का साथ देने का आश्वासन दिया। किसानों ने बताया कि भूख हड़ताल पर बैठे बाबा विजयपाल घोपला का स्वास्थ काफी गिर गया है। मवाना समिति के किसान अरुण नरंगपुर का स्वस्थ भी अच्छा नहीं है। धरने में हर्ष चहल, सनी प्रधान , वीरेंद्र , विनोद, विपिन, लोकेश , बबलू , जोगेंद्र, धर्मपाल, सत्येंद्र, ललित, प्रिंस, प्रदीप, रघुवंश, हरबीर , कुशलपाल, शोकेंद्र, ब्रहमसिंह मौजूद रहे।
इसे भी पढ़ें: ट्रैक्टर ट्रॉली में युवक की लाश देखकर मची खलबली, हत्या कर तीसरी मंजिल से नीचे फेंका शव
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।