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मेरठ में पुलिस के सामने बेधड़क बिके पटाखे, DM-SSP के आदेश हवा में; WhatsApp ग्रुप बनाकर 600 में बिका 150 का डिब्बा

दीपावली पर प्रदूषण को रोकने के लिए मेरठ में पटाखों पर प्रतिबंध लगाया गया था लेकिन इसके बावजूद पुलिस की मौजूदगी में पटाखों की बिक्री होती रही। दौराला में डेढ़ करोड़ के पटाखे बिके और लोगों ने खूब आतिशबाजी की। अधिकारियों ने पटाखे बेचने और जलाने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ।

By Sanjeev Kumar Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sat, 02 Nov 2024 03:03 PM (IST)
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मेरठ में पुलिस के सामने बेधड़क बिके पटाखे - प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, मेरठ। दीपावली पर प्रदूषण की रोकथाम को लेकर प्रशासन ने जिले में पटाखे जलाने एवं बेचने पर प्रतिबंध पर लगाया था। उसके बाद भी पुलिस के सामने बेधड़क पटाखो की बिक्री हुई। दौराला पुलिस का एक वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ, यहां पुलिस खड़े होकर पटाखे बिकवा रही है। बताया गया कि दौराला क्षेत्र में डेढ़ करोड़ के पटाखे बिके है।

डीएम ने भी अपने अधीनस्थ अधिकारियों को जिम्मेदारी दी थी कि वह पटाखे बेचने वाले और जलाने वालों पर नजर रखे। एसएसपी विपिन ताडा ने हर थाना प्रभारी को पटाखे बेचने पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। बावजूद इसके अधिकारियों के आदेश का कोई असर न तो शहर में दिखा, न ही देहात में।

लोगों ने खूब आतिशबाजी की और पटाखे जलाए।  दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण को लेकर पटाखों पर रोक लगाई गई थी। मेरठ जिलाधिकारी दीपक मीणा और एसएसपी डा. विपिन ताडा ने भी अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि पटाखे बेचने और जलाने वालों पर सख्ती के साथ कार्रवाई की जाए।

उन्होंने इस संबंध में कई बार बैठक भी की थी। यहां तक कहा गया था कि यदि किसी के क्षेत्र में पटाखे बिकते पाए गए तो संबंधित अधिकारी और थाना प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को ऐसा कुछ नहीं देखने मिला। गली-मोहल्ले में चोरी छिपे पटाखे बेचे गए। लोगों ने गुरुवार रात आठ बजे से ही पटाखे जलाने शुरू कर दिए थे। देर रात दो बजे तक पटाखे जलाए गए। एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि जिन थाना क्षेत्रों में पटाखों की बिक्री हुई है। उनसे जवाब मांगा जा रहा है।

150 का डिब्बा 600 रुपये में मिला

पटाखा बेचने वालों ने प्रशासन की इस सख्ती का खूब फायदा उठाया। प्रतिबंध नहीं होने पर जो पटाखों का डिब्बा 150 रुपये में मिलता था, वह 600 रुपये में बेचा गया। एक 250 रुपये वाले आतिशबाजी के पैकेट को 700 रुपये का बेचा गया।

वाट्सएप ग्रुप बनाकर बेचे पटाखे

कुछ दुकानदारों ने दीपावली की सुबह ही वाट्सएप ग्रुप बना लिए थे। उन्होंने दुकानों पर पटाखे न बेचकर घर या फिर गोदाम से ही सप्लाई किए। वाट्सएप ग्रुप पर पटाखे का आर्डर लिया और सीधे ग्राहक के घर डिलीवरी भेज दी गई। इसका पैसा अलग से लिया गया।

इन थाना क्षेत्रों में बिके पटाखे

दौराला, कोतवाली, इंचौली, टीपीनगर, रोहटा, कंकरखेड़ा, सदर बाजार, सरधना, परतापुर, देहलीगेट और लालकुर्ती में प्रतिबंध के बाद भी पटाखों की बिक्री हुई है।

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