संगीत सोम के तीखे बोल; 'AMU जैसी संस्थाएं आतंक का पाठ पढ़ा रही, इन पर ताला जड़ो, देशद्रोही हमास के समर्थन में'
Meerut News In Hindi संगीत सोम ने कहा कि हर बाजार में रेहड़ी खोमचे वाले से 100-150 रुपये की रसीद काटी जाती है इस तरह से अरबों रुपये की फंडिंग हमास जैसे संगठन खड़ा करने के लिए हो रही है। इनमें 80 प्रतिशत दुकानें अब्दुल-मकबूल की हैं। सरकारी एजेंसियों की इनकी जांच करनी चाहिए। ऐसे रेहड़ी वालों का बहिष्कार करें।
जागरण संवाददाता, मेरठ (भाजपा) के पूर्व विधायक संगीत सोम ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) और इस तरह की अन्य संस्थाओं पर ताला जड़ने की बात कही है। कहा कि इजरायल में हमास जो बमबारी कर रहा है वैसे हालात हिंदुस्तान में भी होते, अगर यहां नरेन्द्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री न होता।
हमास के लिए एएमयू से लेकर कश्मीर में नारेबाजी हो रही है। एएमयू जैसी संस्थाएं केवल आतंक का पाठ पढ़ा रही हैं।
साकेत स्पोर्ट्स क्लब में क्षत्रिय चेतना चिंतन बैठक को संबोधित करते हुए संगीत सोम ने क्षत्रियों पर मंडराते संकट के लिए आगाह किया।
पश्चिम उत्तर प्रदेश राज्य की मांग पर कही ये बात
संगीत सोम ने केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के अलग पश्चिम उप्र राज्य की मांग पर कहा कि पश्चिम उप्र में आपका अस्तित्व मिटाने की तैयारी हो रही है। अलग प्रदेश हम कभी नहीं बनने देंगे। अगर पश्चिम का हित करना है तो उसे पृथ्वीराज चौहान की राजधानी दिल्ली से जोड़ा जाए।
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हिंदुस्तान में खड़ा करना चाहते हैं हमास
पूर्व विधायक संगीत सोम ने आतंकवाद पर हमला बोलते हुए कहा कि आज चंद देशद्रोही हमास के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे लोग हिंदुस्तान में हमास खड़ा करना चाहते हैं। जो हमास के समर्थन में हैं वे पाकिस्तान चले जाएं। हमास में शामिल हो जाएं।
राजपूत सभा ने किया सर्वे, संगीत को लोकसभा टिकट की मांग
राजपूत उत्थान सभा की ओर से आयोजित क्षत्रिय चिंतन बैठक में सभा की ओर से बताया गया कि नौ जिलों की 44 विधानसभा क्षेत्रों में सर्वे किया गया। 22 प्रतिशत क्षत्रिय हैं। समाज के वक्ताओं ने लोकसभा चुनाव में संगीत सोम को टिकट देने की मांग उठाई।
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वक्ताओं ने कहा कि विधायनसभा चुनाव 2022 में साजिश के तहत पार्टी के ही कुछ लोगों ने हराया है। ऐसे गद्दारों को आने वाले चुनाव में सबक सिखाया जाएगा। वहीं संगीत सोम ने अपने संबोधन में कहा कि क्षत्रिय ने 400 रियासतें, 40 लाख एकड़ जमीन और 18 हजार साम्राज्य दान कर दिए फिर भी उसकी उपेक्षा हो रही है। क्षत्रिय समाज संविधान के दायरे में रहकर अधिकारों की मांग करेगा।
आयोग से हो मिहिर भोज पर निर्णय
सम्राट मिहिर भोज का नाम लिए बिना सोम ने कहा कि गुर्जर भी हमारे भाई हैं। हम साथ खड़े रहा करते थे अब तीसरा आकर आपस में लड़ा रहा है। सरकार इतिहासकारों का आयोग बनाए। आयोग जो निर्णय दे उसे सभी मानें। गौरतलब है कि गुर्जर समाज मिहिर भोज को गुर्जर बताता है जबकि क्षत्रिय अपना।