मार्केट में आ गई कक्षा तीन की चार नई NCERT किताबें, छठी का इंतजार; शिक्षा नीति-2020 के तहत एनसीईआरटी ने किए बदलाव
सत्र 2024-25 से कक्षा तीन और कक्षा छह की किताबें बदली जा रही हैं। एनसीईआरटी की ओर से यह किताबें तैयार किए जाने की सूचना सत्र के आरंभ में ही दे दी गई थी। एनसीईआरटी की ओर से कक्षा तीन की चार किताबें जारी कर दी गई हैं। यह किताबें बाजार में उपलब्ध होने के साथ ही एनसीईआरटी की वेबसाइट पर ई-बुक्स के रूप में भी उपलब्ध हैं।
जागरण संवाददाता, मेरठ। NCERT Book: राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत सत्र 2024-25 से कक्षा तीन और कक्षा छह की किताबें बदली जा रही हैं। एनसीईआरटी की ओर से यह किताबें तैयार किए जाने की सूचना सत्र के आरंभ में ही दे दी गई थी। स्कूलों व विद्यार्थियों को किताबों का बेसब्री से इंतजार था।
एनसीईआरटी की ओर से कक्षा तीन की चार किताबें जारी कर दी गई हैं। यह किताबें बाजार में उपलब्ध होने के साथ ही एनसीईआरटी की वेबसाइट पर ई-बुक्स के रूप में भी उपलब्ध हैं। कक्षा तीन की गणित, हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू की किताबें बाजार में आ गई हैं।
अभी, वर्ल्ड अराउंड अस, नामक पर्यावरण की किताब आनी शेष हैं। वहीं कक्षा छह की अभी एक भी किताब नहीं आई है जिसके लिए स्कूल व विद्यार्थी इंतजार कर रहे हैं। यह किताबें भी जुलाई महीने में ही उपलब्ध हो सकती हैं।
पर्यावरण से जोड़ती कविताएं आई वापस
फूलों से नित हंसना सीखों, भौरों से नित गाना, चींटी और हाथी की छुपन-छपाई, कया हमारी चिड़िया रानी, आम का पेड़ जैसी कविता व पाठ कक्षा तीन के हिंदी में शामिल किए गए हैं। कुछ कविताएं पुरानी हैं जिन्हें वापस लिया गया है। पर्यावरण के साथ ही खेल, किसान के साथ ही विज्ञान से जोड़ने के लिए चंद्रयान जैसे पाठ जोड़े गए हैं।
इनमें भारत और हम अनेक किंतु एक, हिंद देश के निवासी जैसे पाठ बच्चों को भारतीय परंपरा और संस्कृतियों से जोड़ती नजर आ रही हैं। हिंदी किताब का नाम वीणा-1 है। गणित की किताब का नाम मैथ्स मेला, अंग्रेजी किताब का नाम संतूर और उर्दू किताब का नाम सितार है।
इसी वर्ष प्रकाशित हुई हैं यह किताबें
नए पाठ्यक्रम की किताबों को 2024 में ही प्रकाशित किया गया है। इनमें प्रथम संस्करण 2024 ही लिखा हुआ दिख रहा है। बाजार से किताबें लेने से पहले अभिभावक संस्करण जरूर देख लें। बाजार में यदि किताबें उपलब्ध न हो तो एनसीईआरटी की वेबसाइट पर ई-बुक डाउनलाेड कर बच्चों को पढ़ाना शुरू कर सकते हैं।
नई किताबों को एनईपी-2020 की संस्तृतियों और विद्यालयी शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2023 का अनुपालन करते हुए तैयार की गई है।