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गंगा का तटबंध टूटा, कई गांवों में जलभराव का खतरा

खादर क्षेत्र के गांव हंसापुर परसापुर के सामने गंगा में बने भंवर ने शुक्रवार की सांय तटबंध को तोड़ दिया।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 15 Aug 2020 06:06 AM (IST)
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गंगा का तटबंध टूटा, कई गांवों में जलभराव का खतरा

जेएनएन, मेरठ। खादर क्षेत्र के गांव हंसापुर परसापुर के सामने गंगा में बने भंवर ने शुक्रवार की सांय तटबंध को तोड़ दिया। हालांकि शुक्रवार की प्रात: से ही सिचाई विभाग ने तटबंध को मजबूत करने के साथ साथ बराबर में दूसरा तटबंध भी बना दिया था। परंतु गंगा की तेज धारा के सामने टिक न सके। अब खादर क्षेत्र के कई गांवों के जंगलों में खड़ी फसल जलमग्न होने की संभावना हो गई है।

बिजनौर बैराज के अवर अभियंता पीयूष कुमार के अनुसार शुक्रवार को बैराज से एक लाख 27 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज चल रहा है। पिछले तीन दिन से गंगा के बढे़ जलस्तर से हंसापुर परसापुर के समीप तेजी से कटान चल रहा था। सिंचाई विभाग के एसडीओ पंकज कुमार जैन ने बताया कि तेज धार के कटान से तटबंध के समीप गहरा भंवर बन गया। जिसने तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया। दूसरा तटबंध भी बनाया गया परंतु तेज धार के सामने वह भी नहीं टिक सका। जिससे शनिवार की प्रात: तक टूटे तटबंध से निकलता नदी का प्रवाह रठौरा कलां, हंसापुर परसापुर, दबखेड़ी, सिरजेपुर हादीपुर गांवडी, किशनपुर के जंगल में फैलने की संभावना है। एसडीएम मवाना कमलेश कुमार गोयल व तहसीलदार अजय उपाध्याय ने शुक्रवार को तटबंध की स्थिति का निरीक्षण किया।

लोगों ने गंगा में दूध भी अर्पित किया

सिरजेपुर गांव के लोगों ने गांव से दूध एकत्र कर गंगा में चढ़ाया और मनोकामना मांगी कि गंगा मैया उन पर रहम करें। महाराज जग्गानंद, ब्रजपाल सिंह, ढाका, कुंवर पाल सिंह आदि लोग मौजूद रहे। इन्होंने कहा-

तटबंध टूटने से अभी पानी खेतों में भर रहा है और गांवों में पहुंचने में समय लगेगा। अगर पानी आगे निकल गया तो हालात सामान्य रहेंगे। सुबह पूरी तरह स्पष्ट होगा। फिलहाल गंगा में एक लाख क्यूसेक के आसपास प्रवाह चल रहा है जो राहत देने वाला है।

कमलेश गोयल, एसडीएम मवाना