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Gangajal Crisis In Meerut: आज से नहीं आएगा गंगाजल, पांच लाख की आबादी होगी प्रभावित; नलकूपों के भरोसे जलापूर्ति

Meerut Gangajal Crisis 45 एमएलडी गंगाजल आपूर्ति बंद हो गई है। जिससे शहर की करीब 5 लाख की आबादी को गंगाजल नहीं मिल सकेगा। 20 दिनों तक गंगाजल नहीं मिलने के कारण 34 से ज्यादा नलकूप गंगाजल वाले वार्डों में चलेंगे। वहीं टैंकरों से भी पानी की आपूर्ति की जाएगी। शहर में दिवाली से पहले ही गंगाजल की आपूर्ति शुरू होने का अनुमान है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Mon, 14 Oct 2024 07:32 AM (IST)
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Meerut News: खबर में नहर का फाइल फोटो उपयोग किया गया है।
जागरण संवाददाता,मेरठ। अगले बीस दिन तक शहर को गंगाजल नहीं मिलेगा। हरिद्वार से गंगनहर की सफाई के लिए गंगाजल की आपूर्ति बंद कर दी गई है। इतने दिन तक नलकूपों के भरोसे नगर निगम जलापूर्ति करेगा। सबसे ज्यादा तारापुरी और तहसील क्षेत्र के लोगों को पेयजल किल्लत हो सकती है। शहर के 90 में से 22 वार्डों में भोला की झाल स्थित 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से 45 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति होती है। अब इतनी डिमांड पूरी करने का भार नलकूपों पर रहेगा।

नलकूप चलाकर करेंगे आपूर्ति

जलकल अनुभाग के अभियंताओं की माने तो 24 घंटे 10 बड़े नलकूप और 24 छोटे नलकूप चलाकर जलापूर्ति की जाएगी। विकासपुरी, शर्मा स्मारक, टाउनहाल, सर्किट हाउस के भूमिगत जलाशय के पास बड़े नलकूप लगे हैं। जिनसे सीधे जलापूर्ति होगी। लेकिन समस्या तारापुरी और तहसील क्षेत्र को लेकर है। तारापुरी की पानी की टंकी गंगाजल से जुड़ी है। नलकूप से इसका कनेक्शन नहीं है। यही स्थिति तहसील क्षेत्र की टंकी की है। इन क्षेत्रों मेंं टंकी भरे बिना सीधे नलकूप से जलापूर्ति की जाएगी। जिससे पानी का प्रेशर कम रहने की संभावना है। ऐसे में दूसरी-तीसरी मंजिल के मकानों में रहने वाले लोगोें को पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है।

हालांकि जलकल अनुभाग ने 25 पानी के टैंकर भी लगाए हैं। जिनके द्वारा पेयजल मुहैया कराने का दावा है। गंगाजल की आपूर्ति लगभग पांच लाख आबादी को होती है।

गंगाजल संकट के लिए रहें तैयार।

बीस दिन परेशानी झेलेगा शहर

सिविल लाइंस, मानसरोवर, शर्मा नगर, पांडव नगर, मोहनपुरी, जैन नगर, देवपुरी, घंटाघर क्षेत्र के मोहल्लों के लिए बीस दिन तक परेशानी वाले हो सकते हैं। अवर अभियंता जलकल पंकज कुमार ने बताया कि गंगाजल की आपूर्ति रविवार शाम को हुई है। सोमवार की सुबह से नलकूप का पानी आपूर्ति होगा। शहर के गंगाजल वाले 22 वार्डों को छोड़कर शेष 68 वार्डों में पूर्व की तरह नलकूप से पेयजल आपूर्ति सुचारू रहेगी। 

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कचरे की गंदगी से अट गए रामलीला मैदान

शनिवार की रात रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले दहन होने के बाद रामलीला मैदान रविवार सुबह कचरे की गंदगी से अट गए। कचरे में पानी की बाेतल, पालीथिन, प्लास्टिक पत्तल, दोने समेत अन्य गंदगी पसर गई। दुकानदारों ने कचरे को रखने के लिए डस्टबिन रखे होते तो शायद यह स्थिति न होती। त्योहार से पहले नगर निगम और कैंट बोर्ड ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। नतीजा, रविवार को रामलीला मैदानों में फैली गंदगी की सफाई करानी पड़ रही है।

तोपखाना मैदान, दिल्ली रोड स्थित रामलीला मैदान और भैंसाली मैदान, सूरजकुंड में कचरे के ढेर लगे। प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरपाल सिंह ने कहा कि सफाई कर्मी लगाकर सफाई कराई जा रही है। सोमवार दोपहर तक सभी मैदान साफ-सुथरे कर दिए जाएंगे। यही दावा कैंट बोर्ड के सफाई अधीक्षक वीके त्यागी ने किया है।

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