'समलैंगिक संबंधों में शादी करना चाहते थे युवक, ब्लैकमेलिंग से थक चुके थे, तब बनाया हत्या का प्लान', मेरठ पुलिस ने किया डबल मर्डर का खुलासा
Meerut Crime News In Update अंकुश-नवीन बोले ब्लैकमेल होकर थक चुके थे तब बनाया हत्या का प्लान छह मई को मोंटी और मनोज ने मोबाइल पर 16 वीडियो दिखाई तब तोड़ दिया था मोबाइल। नवंबर में नई बस्ती में झांकी से हुई थी दोस्ती। महीनेभर से अलग होना चाहते थे हत्यारोपित। आम के बाग में मिली थी युवकों की लाश।
जागरण संवाददाता, मेरठ। बुलंदशहर-मेरठ हाईवे के समीप पांची गांव स्थित आम के बाग में दीपक उर्फ मोंटी निवासी नरहेड़ा और मनोज कुमार निवासी बिजौली की हत्या के आरोपित अंकुश और नवीन को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि समलैंगिक संबंधों के बाद दोनों युवक शादी करने की जिद कर रहे थे। छह मई मोंटी ने मोबाइल में 16 वीडियो दिखाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने की धमकी दी थी। तब नवीन ने मोबाइल तोड़ दिया था। उसके बाद भी दोनों अन्य वीडियो कहकर पूरे गांव में दिखाने देने लगे थे।
बुलंदशहर से गिरफ्तार किए आरोपित
हत्यारोपित गांव कैली निवासी अंकुश और नवीन को बुलंदशहर से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में दोनों ने बताया कि नवंबर माह में टीपीनगर नई बस्ती से मोंटी और मनोज की मुलाकात नवीन से हुई थी। नवीन ने मोंटी से दोस्ती कर ली थी। उसके बाद नवीन ने अपने दोस्त अंकुश की दोस्ती मनोज से करा दी थी।
चारों में समलैंगिक संबंध होने के बाद एक माह पहले अलग−अलग होना चाहते थे। उसके लिए अंकुश की बुलंदशहर से शादी तय हो गई, जबकि मोंटी से रिश्ता तोड़कर नवीन हैदराबाद चला गया। तब माेंटी और मनोज उनके घर पर चले गए। उन्हें अश्लील वीडियो परिवार को दिखाने की बात कहकर ब्लैमेल करने लगे। उनके डर से नवीन हैदराबाद से वापस लौट गया। मनोज ने अंकुर पर रिश्ता तोड़ने का दबाव बनाया।
मोंटी ने वीडियो दिखाए तो तोड़ दिए थे फोन
छह मई को विवाद इतना बढ़ गया कि मोंटी और मनोज ने दोनों को उनकी 16 वीडियो दिखाई। तब नवीन ने मोंटी के मोबाइल को तोड़ दिया। उसके बाद भी उन्होंने वीडियो होने का दावा किया। तब सात मई को अंकुश और नवीन ने दोनों की हत्या की प्लानिंग तैयार की। दोनों का कहना है कि मोंटी और मनोज से ब्लैकमेल होकर थक चुके थे। इसलिए आम के बाग में बुलाकर दोनों की हत्या कर दी।
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बदनामी से छुटकारा पाना चाहते थे, फिर भी हुए बदनाम
एसएसपी रोहित सजवाण ने बताया कि बदनामी से छूटकारा पाने के लिए अंकुश और नवीन ने हत्या की प्लानिंग की थी। हत्या का पर्दाफाश होने पर बदनामी तो मिली ही। साथ ही दोनों जेल की सलाखों के पीछे भी पहुंच गए।