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गर्लफ्रेंड के खूनी खेल का राजफाश; एक प्रेमी की हत्या दूसरे से शादी, कोर्ट मैरिज के बहाने बुलाकर मार डाला, पहचान मिटाने को जलाया

प्रेमिका ने प्रेमी संग मिलकर की थी डाहर के गौरव की हत्या। बहसूमा के मोड़कलां में मिला था गौरव का अधजला शव भाई ने गौरव के शव की शिनाख्त। पुलिस ने प्रेमिका प्रेमी व उसके साथी को किया गिरफ्तार। हत्या में प्रयुक्त कैंची व मृतक के कपड़े भी किए बरामद। पुलिस एक लोकेशन के आधार पर हत्या आरोपितों तक पहुंची।

By Lokesh Sharma Edited By: Abhishek Saxena Updated: Mon, 11 Mar 2024 08:21 AM (IST)
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प्रेमिका ने प्रेमी संग मिलकर की थी डाहर के गौरव की हत्या
जागरण संवाददाता, मवाना। बहसूमा क्षेत्र के गांव मोड़कलां में 19 फरवरी को मिले अधजले शव की शिनाख्त के साथ ही पुलिस ने उसकी हत्या का राजफाश भी कर दिया। मृतक सरूरपुर थानाक्षेत्र के गांव डाहर का गौरव था। उसके भाई सौरभ कुमार ने शव की शिनाख्त की।

इंस्पेक्टर बहसूमा ने बताया कि गौरव की हत्या गांव निवासी उसकी प्रेमिका ने अपने प्रेमी व उसके दोस्त संग मिलकर की थी। शव की पहचान छिपाने को तीनों ने उसे नग्न कर ऊपरी हिस्सा जला दिया था। पुलिस ने तीनों हत्यारोपितों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त कैंची, गौरव के कपड़े व स्पलेंडर बाइक बरामद कर ली है। दूसरे प्रेमी से शादी करने को गौरव की हत्या की गई।

गन्ने के खेत में मिला था अधजला शव

इंस्पेक्टर बहसूमा संतोष कुमार सिंह ने बताया कि 19 फरवरी को गांव मोड़कलां के प्रधान कृष्णपाल के गन्ने के खेत से एक अधजला शव बरामद हुआ था। पहचान नहीं होने पर शव मर्चरी भिजवा दिया गया। पुलिस ने बाद में उसका अंतिम क्रियाक्रम कर दिया था। उसका डीएनए सेंपल भी लिया गया था। इसी बीच पुलिस ने जिले में शव के फोटो प्रसारित कर लापता लोगों की जानकारी मांगी।

इसी दौरान जानी थाना पुलिस ने एक युवती ललिता पुत्री सहेन्द्री निवासी गांव डाहर थाना सरूरपुर की अपने यहां गुमशुदगी दर्ज होने की बात कही। बताया कि ललिता की अंतिम लोकेशन बहसूमा थानाक्षेत्र में 18 से 19 फरवरी तक मिली है।

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भगाकर ले जाने का लगाया था आरोप

बहसूमा पुलिस को बताया गया कि ललिता के स्वजन ने उसके प्रेमी गौरव पुत्र गौरव कुमार 25 वर्ष पुत्र राकेश कुमार निवासी ग्राम डाहर सरूरपुर पर उसे भगाकर ले जाने का आरोप भी लगाया है। सरूरपुर थाने पर भी गौरव के स्वजन ने गुमशुदगी दर्ज कराने को तहरीर दी है, लेकिन पुलिस ने दर्ज नहीं की। गौरव के फोन की भी अंतिम लोकेशन बहसूमा थानाक्षेत्र के गांव मोड़कलां तक आई है। इस पर बहसूमा पुलिस ने गौरव, ललिता के मोबाइल की डिटेल खंगाली तो पता चला कि बहसूमा थानाक्षेत्र के गांव बटावली निवासी मोहकम सिंह 45 वर्ष पुत्र धन सिंह से ललिता बात करती थी।

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गौरव का पता तलाशने में जुटी पुलिस

18 फरवरी को मोहकम सिंह, ललिता व गौरव में आपस में बात हुई थी। ललिता गौरव व मोहकम से लंबी बात करती थी। सरूरपुर पुलिस जानकारी की तो पता चला ललिता व गौरव का अभी तक पता नहीं चला है। सर्विलांस की मदद से बहसूमा पुलिस ने गांव अकबरपुर सादात झुनझुनी नहर पुल से मोहकमसिंह, ललिता व उसके एक साथी भानू पुत्र धर्मसिंह निवासी मोहल्ला कोटला मीरापुर मुजफ्फरनगर को स्पलेंडर बाइक समेत गिरफ्तार कर लिया। उनसे कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने गौरव की हत्या करने की बात कही।

इंस्पेक्टर ने बताया कि ललिता ने बताया कि वह जानी थानाक्षेत्र में जीके फर्टिलाइजरर्स प्रा. लि. पांचली में बुआ संग पैकिंग करने का काम करती थी। उसका यहां ठेकेदार मोहकम सिंह से प्रेम संबंध हो गए। वह उससे शादी करना चाहती थी लेकिन गौरव आड़े आ रहा था। कई बार गौरव व मोहकम सिंह में फोन पर तकरार हुई थी।

कोर्ट मैरिज के बहाने था बुलाया

18 फरवरी को मोहकमसिंह ने गौरव को ललिता से कोर्ट मैरिज की बात कहकर बाइपास पर बुलाया। यहां से मोहकम सिंह, रुम पार्टनर भानू संग गौरव को स्पलेंडर बाइक से बटावली मोडकलां एक आम के बाग में ले गए। शराब में नशे की गोली मिलाकर उसे बेहोश किया और कैंची से गले पर वार किए।

बेहोश होने पर उसके कपड़े उतारे और आसपास की घास एकत्र कर उसका ऊपरी चेहरा जला दिया। उसके कपड़े, सामान, मोबाइल व रुपया निकाला और फरार हो गए। पुलिस ने तीनों की निशानदेही पर कैंची व कपड़े एक बाल्मीकि श्मशान बटावली से बरामद कर लिए। ललिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

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प्रेमी से मांग में भरवाया सिंदूर, कर ली शादी

18 फरवरी को गौरव संग ललिता मोहकम सिंह के कमरे पर पहुंची थी। गौरव की हत्या के बाद 19 फरवरी को वह मोहकम सिंह के साथ मंदिर गई और मांग में सिंदूर भरवाकर उससे शादी कर ली। दोनों साथ रहने लगे। दोनों ही अब मीरापुर में किराए का मकान लेकर परिवार बसाने की तैयारी थी। इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। गौरव के स्वजन का आरोप था कि यदि गुमशुदगी के बाद सरूरपुर पुलिस तत्काल कदम उठाती तो शायद गौरव बच जाता और हत्यारे पहले ही पकड़े जाते।

जानी पुलिस ने गुमशुदगी की जांच की तो जुड़ी कड़ी

ललिता की गुमशुदगी के बाद से ही जानी पुलिस इस मामले की बारीकी से जांच कर रही थी। सर्विलांस के माध्यम से वह लगातार गौरव व ललिता की लोकेशन तलाश रही थी। इसी जांच के दौरान कड़ी बहसूमा पुलिस से जुड़ी। इस पूरे मामले में सरूरपुर थाना पुलिस की भूमिका बेहद उदासीन रही। इसी कारण हत्यारोपित ललिता, मोहकम सिंह आराम से घूमते रहे।

बहसूमा पुलिस ने गौरव के शव के डीएनए सेंपल लिए है। रविवार को उन्होंने गौरव के भाई सौरभ के डीएनए सेंपल लिया। दोनों सेंपल का मिलान किया जाएगा। ताकि पता चल सके कि मिला शव गौरव का ही है। 

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