Covid JN.1 Variant: न कोरोना आया है न गाइडलाइन ...पर सतर्क रहना अच्छा होगा
JN.1 Variant कोरोना का नया वैरिएंट अब एक बार फिर से लोगों को डराने लगा है। हालांकि विशेषज्ञ चिकित्सकों ने कहा कि हर खांसी-बुखार कोरोना का लक्षण नहीं। सर्द मौसम में फ्लू के वायरस ज्यादा सक्रिय हैं जिसमें सामान्य लक्षण प्रकट होते हैं। मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल की ओपीडी में सर्दी जुकाम खांसी वायरल बुखार निमोनिया अस्थमा सांस घुटनों के दर्द कमर दर्द के मरीज अधिक आ रहे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Wed, 20 Dec 2023 01:10 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मेरठ। केरल में भले ही कोविड के नए वैरिएंट जेएन-1 के मामले सामने आए हों, लेकिन मेरठ के लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने स्पष्ट किया है कि कोरोना को लेकर न कोई गाइडलाइन आई है और न ही संक्रमण की आशंका है। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है।
उधर, विशेषज्ञ चिकित्सकों ने कहा कि हर खांसी-बुखार कोरोना का लक्षण नहीं। सर्द मौसम में फ्लू के वायरस ज्यादा सक्रिय हैं, जिसमें सामान्य लक्षण प्रकट होते हैं। मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल की ओपीडी में सर्दी, जुकाम, खांसी, वायरल बुखार, निमोनिया, अस्थमा, सांस, घुटनों के दर्द, कमर दर्द के मरीज अधिक आ रहे हैं। इसकी वजह ठंड का मौसम है। ये बीमारी मौसम में परिवर्तन व ठंड लगने से होती हैं।
गाइडलाइन आने पर होगा काम
सीएमओ का कहना है कि अगर किसी मरीज में कोरोना के लक्षण प्रतीत होते हैं तो कोरोना की जांच जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी पर कराई जाती है। हालांकि लंबे समय से कोरोना का केस नहीं मिला है। कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता भी नहीं है। शासन से अगर नई गाइडलाइन आती है तो उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।ऑक्सीजन प्लांट पर्याप्त हैं
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि कोरोना महामारी के दौरान शुरू हुए ऑक्सीजन प्लांट संचालित हैं। इसमें दो प्लांट मेडिकल कॉलेज, एक पीएल शर्मा जिला अस्पताल, एक महिला जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत रोहटा, हस्तिनापुर, दौराला, सरधना, परीक्षितगढ़, खरखौदा, किठौर, मवाना में संचालित हैं। कैंटोनमेंट जनरल हॉस्पिटल में भी एक ऑक्सीजन प्लांट संचालित है।
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