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Hanuman Janmotsav 2022: शामली का श्री हनुमान धाम टिल्ला मंदिर, यहां श्रीकृष्ण ने भी की थी बजरंग बली की आराधना

Hanuman Jayanti 2022 हनुमान जयंती सिद्धपीठ श्री हनुमान धाम टिल्ला मंदिर शामली के बारे में काफी मान्‍यताएं प्रचलित हैं। कहा जाता है कि महाभारतकाल में भगवान श्रीकृष्ण भी यहां पहुंचे थे और बजरंग बली की आराधना की थी। यह आस्‍था का बड़ा केंद्र है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Updated: Fri, 15 Apr 2022 01:00 PM (IST)
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Shri Hanuman Dham Tilla Mandir शामली के सिद्धपीठ श्री हनुमान धाम टिल्ला मंदिर की काफी मान्‍यता है।
शामली, जागरण संवाददाता। Hanuman Jayanti 2022 शामली शहर में स्थित सिद्धपीठ श्री हनुमान धाम टिल्ला मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। महाभारतकाल में भगवान श्रीकृष्ण भी यहां पहुंचे थे और बजरंग बली की आराधना की थी। रोजाना ही श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है, लेकिन मंगलवार को तो सुबह से देर शाम तक कतार लगी रहती है। श्री मंदिर हनुमान धाम टिल्ला मंदिर महाभारत और मराठाकालीन संस्कृति का केंद्र रहा है।

पेड़ों की छांव में विश्राम

माना जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने द्वापर युग में हस्तिनापुर से महाभारत के युद्ध क्षेत्र कुरूक्षेत्र में जाते समय हनुमान धाम में लगे पेड़ों की छांव में विश्राम किया था। श्री कृष्ण ने यहां के मीठे कुएं के जल से अपनी प्यास बुझाई थी और उन्होंने बजरंगबली की स्तुति भी यहां की थी। यह भी कहा जाता है कि दिल्ली को स्वतंत्र कराने के लिए मराठा सैनिकों ने यहां पर छावनी का निर्माण किया था। मंदिर कमेटी के प्रधान सलिल द्विवेदी ने बताया कि इस तपोभूमि को 14 मार्च 1969 में चारों मठों के शंकराचार्य व विभिन्न मठों एवं दंडी स्वामियों ने अपने सार-गर्भित प्रवचनों से अभिभूत किया था।

स्वप्न में बजरंग बली ने दर्शन दिए

ऐसा कहा जाता है कि हनुमान धाम पर पधारे ज्योति पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य श्री कृष्ण बोधाश्रम को स्वप्न में बजरंग बली ने दर्शन दिए थे, तभी से श्री मंदिर हनुमान टीले पर विराजमान प्राचीन श्री बाबा बजरंग बली को सुप्तावस्था से उठाकर मंत्रों से जागृत किया गया। मंदिर के सेवादार संदीप नामदेव ने बताया कि सभी पर्वों पर मंदिर में कार्यक्रम होते हैं। हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। शुक्रवार से श्री रामायण पाठ शुरू हो गया है। वहीं, रामनवमी, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, राधा अष्टमी आदि पर आयोजन होते हैं। मंगलवार को बाबा के दरबार के सामने बैठकर हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करते हैं।

मंदिर में हैं विभिन्न मूर्तियां

श्री हनुमान धाम में तालाब के मध्य में देवाधिदेव भगवान शंकर की मूर्ति, मनकेश्वर महादेव, जगन्नाथ, गणेश, परशुराम, रानी सती, मां जगदंबा, श्री सत्यनारायण, मां संतोषी, राधा कृष्ण, मां पार्वती व शनि देव आदि भगवान की भव्य मूर्तियां स्थापित हैं।

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