झमाझम बारिश या भीषण गर्मी, आने वाले दिनों में कैसा रहेगा यूपी का मौसम? मौसम विभाग ने दी ये जानकारी
तेज बरसात के बाद मानसून कमजोर पड़ गया है। अब लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं । सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम केंद्र के प्रभारी डा . यूपी शाही ने बताया कि आगामी दो सप्ताह में मानसून कमजोर ही रहेगा। कहीं - कहीं तेज बौछारें पड़ सकती हैं। समग्र रूप से बरसात की संभावना कम है।
जागरण संवाददाता, मेरठ। जनपद में मानसून की रफ्तार बेहद धीमी होने से लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं। तीन दिन से धूप निकल रही है। रविवार को दिल्ली रोड पर कहीं-कहीं हल्की बरसात हुई, लेकिन अधिकांश स्थानों पर धूप निकली रही। प्रदेश के मध्य और पूर्वी जिलों में जहां जोरदार बरसात से बाढ़ की स्थितियों बन गई हैं, वहीं पश्चिम उत्तर प्रदेश में सामान्य से 23 प्रतिशत कम बरसात हुई है।
वहीं मेरठ में 31 प्रतिशत कम बरसात हुई है। जून के अंतिम और जुलाई के प्रथम सप्ताह में अच्छी बरसात देखने को मिली थी, लेकिन उसके बाद से मानसून की रफ्तार मंद हो गई है। जुलाई में जनपद में अब तक 62.5 मिलीमीटर बरसात हुई है, जबकि 110 मिलीमीटर बरसात होनी चाहिए।
सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि आगामी दो सप्ताह में मानसून कमजोर ही रहेगा। कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ सकती हैं। समग्र रूप से बरसात की संभावना कम है। रविवार को अधिकतम तापमान 35.8 और न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मुजफ्फरनगर में मूसलाधार बारिश
सोमवार को मूसलाधार बरसात होने से नगर पालिका के इंतजाम डूब गए। जीटी रोड से लेकर आसपास की गलियों में जल भराव हो गया। जीटी रोड तालाब बन गई। आवास विकास कालोनी में अमरीश कौशिक के मकान पर पेड़ टूटकर गिर गया। जिससे बाइक समेत घरेलू सामान क्षतिग्रस्त हो गया। उधर, रतनपुरी में खतौली बुढ़ाना मार्ग पर गांव कैलाशनगर में सड़क किनारे खड़ा पेड़ तेज बरसात और हवा से टूट कर गिर गया। जिस कारण आवागमन बाधित हो गया। पुलिस ने पेड़ को हटवाकर यातायात सुचारू कराया।
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