होटल हारमनी इन पर अब नए मालिकों का कब्जा, जानिए कब तक शुरू होगा
शहर का बड़ा होटल हारमनी इन अब नए मालिकों का हो गया है। पुरी परिवार के शहर छोड़ने के बाद यह होटल बंद हो गया था।
By Ashu SinghEdited By: Updated: Sat, 22 Sep 2018 12:07 PM (IST)
मेरठ (जेएनएन)। शहर के चर्चित होटल हारमनी इन पर नए मालिकों का कब्जा हो गया है। शुक्रवार को कपड़ा व्यापारी नवीन अरोड़ा और उनके साथियों ने छह माह से बंद पड़े होटल को खुलवाया और कार्यालय में प्रेसवार्ता की। होटल मालिकों ने कोई भी पुरानी सरकारी और गैर सरकारी देनदारी को चुकता करने से इन्कार किया है।
22.50 करोड़ का भुगतान
हारमनी होटल अब नवीन अरोड़ा, अमित चांदना, राजेश मिगलानी, राजेश जुनेजा का हो गया है। इलाहाबाद स्थित डीआरएटी कोर्ट में ताराचंद पुरी और रिलायंस कैपिटल के अधिकारियों के बीच हुए समझौते के तहत डील फाइनल हो गई है। वन टाइम सेटलमेंट के तहत रिलायंस कैपिटल को 22.50 करोड़ का भुगतान कर होटल का स्वामित्व नवीन अरोड़ा और उनके तीन साथियों ने ले लिया है। ओटीएस के तहत 11 करोड़ रुपये का भुगतान करने के बाद रिलायंस कैपिटल ने होटल पर लगाई सील खोल दी और कब्जा प्रपत्र दे दिया है। नवीन अरोड़ा ने बताया कि शेष 11.50 करोड़ रुपये कर्ज के रूप में रिलायंस कैपिटल से लेने की बातचीत चल रही है। इसके अलावा चार और बैंकों ने भी कर्ज का आफर दिया है। होटल पर सीजीएसटी का तीन करोड़, नगर निगम का 15 लाख और जनरेटर और लांड्री आदि का भी लाखों रुपया बकाया है।
पुराने बकाया का भुगतान नहीं करेंगे
नवीन अरोड़ा ने बताया कि समझौते के तहत पुरानी देनदारियों को अदा करने की जिम्मेदारी रिलायंस कैपिटल की है। वह किसी भी पुराने बकाया का भुगतान नहीं करेंगे। इस अवसर काफी व्यापारी और पार्टनरों के परिजन मौजूद थे। बताते चलें कि रिलायंस कैपिटल ने हिमांशु पुरी की पुरी हास्पिटेलिटी एंड सर्विसेज पर 24 करोड़ 54 लाख 86 हजार रुपये बकाया का नोटिस चस्पा करते हुए होटल पर सील लगा दी थी। तभी से होटल बंद था। नवीन अरोड़ा ने बताया कि ओटीएस के तहत 22.50 करोड़ रुपये रिलायंस कैपिटल को देने हैं। इस तरह ताराचंद पुरी का मकान भी कर्जमुक्त हो गया है। हालांकि मकान को इस सौदे से अलग रखा गया है। दो मई को हुई नीलामी में गुलशन सचदेवा ने होटल और कोठी की कीमत 21.60 करोड़ लगाई थी।
होटल पर पड़ी बरसात की मार
पिछले छह माह से बंद होटल पर जोरदार बारिश का असर हुआ है। कमरों और हाल में पानी जाने से फर्नीचर और सीलिंग खराब हो गई है। नवीन अरोड़ा ने बताया कि होटल की मरम्मत में समय लग सकता है। पहले दीपावली पर शुरू करने की योजना थी लेकिन बड़े स्तर पर मरम्मत कराने में होटल को 2019 में ही री ओपन किया जाएगा। गुलशन सचदेवा के हाथों से निकला होटल
दो मई को होटल हारमनी और कोठी की बोली 21.60 करोड़ लगाने वाले गुलशन सचदेवा के हाथों से होटल निकल गया। उनके सौदे में मध्यस्थ रहे विनोद अरोड़ा ने बताया कि ताराचंद पुरी के डीआरटीए इलाहाबाद में अपील करने के बाद से नवीन अरोड़ा निरंतर संपर्क में रहे। गुलशन से नीलामी की रकम बढ़ाने की बात की लेकिन वह राशि बढ़ाने को तैयार नहीं हुए। वहीं नवीन अरोड़ा ने सिर्फ होटल खरीदने में रुचि दिखाई और मकान को सौदे से अलग छोड़ दिया। बताते चलें कि सौदे की रकम में केवल 90 लाख रुपये का अंतर है।पुरी परिवार की रिहायश एक जगह नहीं
होटल हारमनी के बिकने के बाद एक बार फिर से पुरी परिवार को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। आखिर परिवार कहां हैं। नवीन अरोड़ा ने बताया कि पुरी परिवार अब शायद ही मेरठ लौटे। यह महज अफवाह ही है कि उनके पीछे से हिमांशु पुरी होटल का संचालन करेंगे। मुंबई में ताराचंद पुरी के साथ एक माह में उनकी कई बार बैठक हुई थी। इस दौरान उन्होंने परिवार के बारे में खुलकर कुछ भी नहीं बताया। पर, इतना तय है कि परिवार के सभी सदस्य अलग-अलग जगहों पर रह रहे हैं। ताराचंद पुरी को वापस लौटाई जा सकती है कोठी
नवीन अरोड़ा ने बताया कि ताराचंद पुरी से उनकी कई बार मुंबई में रिलायंस कैपिटल के कार्यालय में मुलाकात हुई है। वह परेशान हैं। उन्होंने अपनी सभी देनदारी चुकाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि पुरी परिवार से उनका गहरा नाता है। उनके बीच आर्थिक लेनदेन भी होता रहा है। उनके शहर छोड़ने के बाद कुछ दिन तक नवीन अरोड़ा ने होटल चलाया भी था। नवीन ने कहा कि सभी प्रकार की देनदारी क्लियर होने के बाद पुरी परिवार को उनकी शास्त्रीनगर स्थित कोठी लौटाई भी जा सकती है। बताते चलें कि पाश इलाके की इस कोठी की कीमत दो करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
फाइलों को लेकर गए अरोड़ाकरोड़ों रुपये का सीजीएसटी होटल हारमनी इन पर बकाया है। शुक्रवार को होटल खुलने पर पुरी परिवार के सीए को होटल में रखे दस्तावेज सौंप दिए गए। नवीन अरोड़ा ने बताया कि पुरी परिवार डीजीजीआइ के साथ सभी देनदारियों का निस्तारण कराएगा।
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