फांसी लगा रहा हूं… यूपी-112 नंबर लगाकर कर बोला युवक, फरिश्ता बनकर पहुंची पुलिस, नजारा देख उड़ गए होश
मेरठ में पुलिस ने एक युवक को फांसी के फंदे से बचा लिया। युवक ने अपनी जमीन के विवाद में परेशान होकर यूपी-112 पर कॉल कर आत्महत्या की सूचना दी। पुलिस ने 6 मिनट में पहुंचकर दरवाजा तोड़ दिया और युवक को बचा लिया। परिवार और आसपास के लोगों ने पुलिसकर्मियों का धन्यवाद दिया। पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी से युवक की जान बच गई।
जागरण संवाददाता, मेरठ। पुलिस ने सजगता और मानवता का परिचय देते युवक को फांसी के फंदे से बचा लिया। कॉल रिसीव होने के छह मिनट बाद पुलिस कॉलर के गेट पर पहुंच गई थी। तत्काल ही पुलिस ने दरवाजा तोड़ा, जब तक युवक फांसी पर लटक चुका था।
तत्काल ही दोनों पुलिसकर्मियों ने लटके पैर को कंधे पर रखकर ऊपर उठा दिया। तभी परिवार के अन्य लोग दौड़े और बड़ी जद्दोजहद के बाद दरांती से फांसी का फंदा काट दिया। उसके बाद पूरे परिवार और आसपास के लोगों ने पुलिस का धन्यवाद दिया।
यह है पूरा मामला
परतापुर के उपलेड़ा निवासी राव उमेद ने अपनी पुस्तैनी जमीन को तीनों बेटों में बराबर बांट दिया। आदित्य को उसके मनमुताबिक जमीन नहीं मिल पाई। इसलिए पिता राव उमेद से उसका विवाद चल रहा था।
शुक्रवार को आदित्य अपने पिता के पास पहुंचकर जमीन के हिस्से में बदलाव की मांग करने लगा। पिता ने इनकार कर दिया। उसके बाद आदित्य ने दोपहर को दो बजे यूपी-112 पर कॉल कर सूचना दी कि वह फांसी लगाकर जान दे रहा है।
मोबाइल की लोकेशन ट्रैक कर पहुंची पुलिस
आदित्य ने कॉलर को अपना पता भी नहीं बताया था। आत्महत्या की सूचना पर लखनऊ कंट्रोल रूम से मोबाइल नंबर के आधार पर आदित्य की लोकेशन पीआरवी को भेजी गई।
पीआरवी पर तैनात सिपाही सुमित और मोहित तथा फैंटम पर तैनात एसआई सरोज और कांस्टेबल मोहित तत्काल ही परतापुर से छह मिनट में पीआरवी उपलेड़ा पहुंच गई। तत्काल ही उन्होंने आदित्य का घर तलाश लिया।
पुलिस ने दरवाजा तोड़कर बचाया
पुलिसकर्मियों के पहुंचने तक आदित्य कमरे का गेट बंद कर लिंटर के हुक में रस्सी बांध कर फांसी पर लटका हुआ था। तत्काल ही पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़ दिया। उसके बाद मोहित और सुमित ने आदित्य के पैरों को अपने कंधे पर रख लिया। तब तक परिवार के अन्य सदस्य भी घर के अंदर पहुंच गए। सभी ने आदित्य को ऊपर उठाते हुए दरांती से रस्सी काट कर उसे बचा लिया।
गनीमत रही कि पुलिस समय से पहुंच गई। वरना एक मिनट भी लेट हो जाती तो आदित्य नहीं बच पाता। उसके बाद परिवार के साथ आदित्य को पुलिसकर्मियों ने समझाकर शांत किया। बाद में परिवार और आसपास के लोगों ने चारों पुलिसकर्मियों को आभार व्यक्त किया।
पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी ने एक युवक को फांसी से बचा लिया गया है। उक्त सभी पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा।
-विपित ताडा, एसएसपी
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