Move to Jagran APP

जसवंत सैनी को मिला निष्ठा का पुरस्कार, पहले मंत्री बनाया अब एमएलसी उम्मीदवार, सियासी सफर पर एक नजर

संसदीय राज्यमंत्री जसवंत सैनी को विधान परिषद सदस्य का उम्मीदवार बनाकर उन्हें पार्टी के प्रति निष्ठा का पुरस्कार दिया गया है। भाजपा के कदावर नेताओं में हैं शुमार कई सालों से हैं पार्टी के भरोसेमंद। एबीवीपी युवा मोर्चा और मुख्य संगठन में कई अहम पदों पर किया काम।

By Taruna TayalEdited By: Updated: Wed, 08 Jun 2022 10:00 PM (IST)
Hero Image
जसवंत सैनी विधान परिषद सदस्य के उम्मीदवार।
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। क्षेत्र के गांव आजमपुर निवासी जसवंत सैनी को योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। उस समय सैनी किसी सदन के सदस्य नहीं थे। अब औद्योगिक विकास व संसदीय राज्यमंत्री जसवंत सैनी को विधान परिषद सदस्य का उम्मीदवार बनाकर उन्हें पार्टी के प्रति निष्ठा का पुरस्कार दिया गया है। जसवंत सैनी भाजपा के पुराने नेताओं में शामिल हैं तथा विधानसभा चुनाव में प्रदेश के स्टार प्रचारकों में भी शामिल थे।

विधानसभा चुनाव से पहले तक जसवंत सैनी उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष थे। जसवंत सैनी ने छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत की और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े रहे। जसवंत भाजपा युवा मोर्चा में भी कई पदों पर रहे। बाद में उन्हें भाजपा जिलाध्यक्ष की कमान दी गई। वह पार्टी के टिकट पर सहारनपुर लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली थी। बाद में उन्हें भाजपा प्रदेश महामंत्री और प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया। 2017 में प्रदेश में भाजपा सरकार आने पर उन्हें भाजपा पिछड़ा वर्ग आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। विस चुनाव से एक वर्ष पूर्व 2021 में उन्हें पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाया गया। विधानसभा चुनाव में प्रदेश सरकार के मंत्री रहे धर्म सिंह सैनी के सपा में जाने के बाद जसवंत सैनी ने जनपद की प्रत्येक सीट पर अपने समाज को मजबूत करने का कार्य किया। संगठन ने प्रदेश चुनाव में उन्हें स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया और उन्होंने जनपद के अलावा उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पार्टी प्रत्याशियों को लेकर दिन-रात प्रचार किया।

प्रोफाइल

जसवंत सिंह सैनी पुत्र भूप सिंह

निवासी : ग्राम आजमपुर मजबता ब्लॉक रामपुर मनिहारान जिला सहारनपुर

शैक्षिक योग्यता - एमए (राजनीतिक शास्त्र), एलएलबी

सियासी सफर

-1989 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शाखा कार्यवाह और मुख्य शिक्षक रहे।

-1991 में एबीवीपी देववृन्द तहसील प्रमुख बने एवं संगठन में विभाग संयोजक तक का दायित्व निर्वहन किया

- 1997 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के महामंत्री व 2001 में युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष बने।

- 2004 में भाजपा के जिला महामंत्री व 2007 में जिला अध्यक्ष रहे।

- 2009 में सहारनपुर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी बने।

-2010 से 2014 तक भाजपा के प्रदेश मंत्री रहे।

-2016 से 2020 तक भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे।

-2019 से 2021 तक राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष रहे।

- 2021 से 2022 तक अध्यक्ष राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग रहे।

- वर्तमान में उप्र सरकार में संसदीय कार्य तथा औद्योगिक विकास राज्यमंत्री हैं। 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।