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Kanwar Yatra 2024: कांवड़ यात्रा के लिए बदले डीजे के नियम, क्या है इस बार खास प्लानिंग, यहां पढ़ें पूरी डिटेल

Kanwar Yatra 2024 Update News कांवड़ यात्रा के लिए आठ कंट्रोल रूम बनेंगे। हरिद्वार से दिल्ली तक अफसरों के मोबाइल पर लाइव रहेगा हाईवे। कांवड़ यात्रा के दौरान आमजन में देशभक्ति का जब्बा कायम किया जाएगा। हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की जाएगी। कांवड़ियों के पास आईडी होना जरूरी है। डीजीपी और मुख्य सचिव ने बैठक कर कार्ययोजना तैयार की है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 07 Jul 2024 08:02 AM (IST)
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Kanwar Yatra 2024: कांवड़ यात्रा के लिए चार राज्यों के अधिकारियों की मेरठ में मीटिंग। जागरण।

जागरण संवाददाता, मेरठ। कांवड़ यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए मुख्य सचिव मनोज कुमार और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने चार राज्यों के अफसरों के सामने अपनी कार्ययोजना साझा की। इस बार कांवड़ यात्रा में तकनीकी का भी प्रयोग किया जाएगा।

हरिद्वार को दिल्ली से जोड़ने के लिए इस बार आठ कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। ताकि हरिद्वार से छूटने के बाद दिल्ली तक कांवड़ियों पर नजर रखी जा सकें। सीसीटीवी कैमरों को कंट्रोल रूम और अफसरों के मोबाइल से कनेक्ट किया जाएगा। कांवड़ यात्रा के दौरान आमजन में देशभक्ति का जब्बा भी कायम किया जाएगा।

यानि बोल बम-बम के साथ कांवड़िए भारत माता की जय और तिरंगा भी लहराएंगे। कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली-दून हाईवे पर एकल मार्ग व्यवस्था 25 जुलाई से लागू होगी। 27 जुलाई से कांवड़ के सभी मार्गों पर रूट डायवर्जन होगा। एक अगस्त से हाईवे पूर्णतय बंद कर दिया जाएगा।

हेलीकॉप्टर से होगी पुष्पवर्षा

शनिवार की कमिश्ननरी सभागार में कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियों की समीक्षा के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि इस बार भी हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर कांवड़ियों का स्वागत किया जाएगा। विशेषकर औघड़नाथ मंदिर, पूरा महादेव मंदिर और दूधेश्वर नाथ मंदिर के परिसर में फूलों की वर्षा लगातार की जाएगी। सुरक्षा के लिए कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी।

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डीजपी ने बताया, कि नागरिक पुलिस के अलावा पीएसी और अर्धसैनिक बल को भी लगा दिया गया है। हाईवे पर यातायात व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाएगा। आमजन को भी कोई परेशानी न हो, ऐसी व्यवस्था पुलिस और प्रशासन के अफसर मिलकर बनाएंगे।

कांवड़ यात्रा के दौरान शहर न रूके, इसकी भी बनाने का वादा

डीजीपी ने किया। कहा कि इस बार ज्यादातर कांवड़ियों को गंगनहर की पटरी से निकाला जाएगा। वहां पर अत्यधिक पुलिस बल लगाया जाएगा। गतवर्ष विद्युत लाइन से डीजे ( म्यूजिक सिस्टम) टकराने पर मेरठ के राली चौहान में पांच लोगों की मौत हुई थी। इस घटना को ध्यान में रखते हुए इस बार डीजे की ऊंचाई 12 फीट और चौड़ाई 16 फीट से अधिक होने पर कार्रवाई होगी। आवाज 75 डेसीबल से ज्यादा नहीं होगी।

उत्तराखंड में यूपी पुलिस के जवानों की भी ड्यूटी

उत्तराखंड में इस बार ड्यूटी पर उप्र पुलिस के जवानों को भी लगाया जाएगा। ताकि वह हरिद्वार से ही व्यवस्था बनाकर उत्तर प्रदेश की सीमा में कांवड़ियों को प्रवेश कराएं।

मुख्य सचिव मनोज कुमार ने बताया कि कांवड़ मार्ग पर खामियों को दूर करने के लिए प्रशासनिक अफसर को आदेश दिए गए हैं। पुराने हादसों से सबक लेकर उन पर काम किया जाएगा ताकि दोबारा ऐसी घटनाएं न हो। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित कराया जाएगा कि कांवड़ियों के पास एक आईडी जरूर हो जिसमें स्वजनों का फोन नंबर भी रहना चाहिए। किसी भी इमरजेंसी में इससे परिजनों तक पहुंचने में आसानी रहेगी।

इमरजेंसी मेडिकल सेवाओं के लिए छोटे बड़े वाहनों की व्यवस्था की गई है। इन वाहनों में डाक्टर से लेकर दवाएं और हर चिकित्सा सुविधा मौजूद रहेगी। बाद में दोनों अफसरों ने औघड़नाथ मंदिर पहुंचकर जलाभिषेक किया।

हर चेकिंग प्वाइंट पर संख्या का पता चलेगा

हरिद्वार से दिल्ली तक बनाए गए आठ कंट्रोल पर इसबार कांवड़ियों की गिनती भी की जाएगी। पहले सिर्फ हरिद्वार से निकलने वाले कांवड़ियों की संख्या होती थी। इसबार सभी प्वाइंट पर कांवड़ियों की गिनती की जाएगी।

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहनों का संचालन जारी रहेगा

कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहनों का संचालन जारी रहेगा। दिल्ली रोड पर वन-वे व्यवस्था लागू रहेगी। वन-वे से शहर के लोग अपने निजी वाहन से एक्सप्रेसवे पर जा सकते है। ताकि उन्हें दिल्ली जाने में कोई परेशानी न हो।

एक्सप्रेसवे पर डाक कांवड़ियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। हरिद्वार से दिल्ली कांवड़िये एनएच-58 से ही जा सकेंगे। हाईवे पर भारी वाहन बंद होने के बाद एक्सप्रेसवे पर भी उक्त वाहनों को रोक दिया जाएगा। मंथन के बाद तय किया गया कि हाईवे-58 (हरिद्वार से दिल्ली) पर 25 जुलाई को ट्रैफिक को एकल लिया जाएगा। जबकि एक अगस्त से पूरी तरह से हाईवे पर ट्रैफिक को रोक दिया जाएगा।

ऐसे ही अन्य प्रमुख कांवड़ मार्गों पर भी कांवड़ियों की संख्या बढ़ने के साथ ही 27 जुलाई से ट्रैफिक को डायवर्जन किया जाएगा।

अधिकारियाें को मुख्य जोर कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा के साथ ट्रैफिक डायवर्जन पर रहा। साथ ही कांवड़ियों की अधिक संख्या होने के कारण जरूरी सुविधाओं की उपलब्ध के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियाें को निर्देशित किया। अधिकारियों ने अभी तक की गई तैयारियाें की जानकारी लेकर समय से सभी तरह की व्यवस्थाएं पूर्ण करने के लिए निर्देश दिए।

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दिल्ली रोड से ऐसे जा सकेंगे एक्सप्रेसवे पर 

एडीजी डीके ठाकुर ने बताया कि शहर के अंदर सभी मार्गो पर वन-वे व्यवस्था लागू रहेगी। सभी कटों पर अतिरिक्त पुलिस बल लगा दिया है। ताकि शहर के अंदर से वाहनों को दिल्ली रोड पर वन-वे में पहुंचाने की व्यवस्था करें। वन-वे के जरिए निजी वाहन एक्सप्रेसवे पर जा सकेंगे। यहां से सभी वाहन आसानी से दिल्ली आ और जा सकेंगे।

  • मवाना रोड से माल रोड होते हुए गांधी बाग से होते हुए कंकरखेड़ा जा सकेंगे। यहां से सरधना फ्लाइओवर से दिल्ली हाईवे पर वन-वे के जरिए परतापुर इंटरचेंज से एक्सप्रेसवे पर जा सकेंगे। इसी मार्ग से वापस आ सकेंगे।
  • मवाना रोड से यूनिविर्सटी रोड होते हुए तेजगढ़ी पर पहुंचेंगे। यहां से एल ब्लाक चौकी से बिजली बंबा होते हुए शाप्ररिक्स माल पर पहुंचेंगे। वहां से सीधे परतापुर इंटरचेंज पर जा सकेंगे। इसी मार्ग से वापस आ सकेंगे।
  • शहर के अंदर से यूनिविर्सटी रोड होते हुए तेजगढ़ी पर पहुंचेंगे। यहां से एल ब्लाक चौकी से बिजली बंबा चौकी से हापुड़ होते हुए दिल्ली जा सकेंगे। इसी मार्ग से वापस आ सकेंगे।
  • मुख्य कांवड़ मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग-58, मेरठ-दिल्ली रोड, चौधरी चरण सिंह गंगनहर कांवड़ पटरी मार्ग, मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे, मेरठ-बुलंदशहर हाईवे-235, राष्ट्रीय राजमार्ग-24, गंगनहर अनूपशहर शाखा मार्ग, बिनौली मार्ग, नावला-रार्धना-सरूरपुर रजवाहा मार्ग मुख्य कांवड़ मार्ग है और इन्ही मांर्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन पर अधिक ध्यान रहेगा। 

इस बार श्रृद्धालुओं की संभावित संख्या

  • 30 लाख श्रद्धालु मेरठ से गंगा जल लेने जाएंगे
  • 13 लाख बागपत के श्रद्धालुओं की संख्या होगी
  • 5 लाख श्रद्धालु गाजियाबाद के हाेंगे।
  • 3.50 लाख  हापुड़ के कांवड़ियां जनपद से गुजरेंगे।
  • 1.75 लाख बुलंदशहर के श्रद्धालु गंगजल लेकर आएंगे
  • 2.50 लाख गौतमबुद्धनगर के कांवड़ियों की संख्या होगी।

59 जोन व 224 सेक्टर में विभाजित हुआ

कांवड़ यात्रा के सफल आयाेजन को लेकर मंडल को 59 जोन और 224 सेक्टर में विभाजित किया गया है। मेरठ में 22 जोन और 62 सेक्टर बनाए हैं। ऐसे ही बागपत को 14 जोन और 95 सेक्टर, हापुड़ को पांच जोन और 17 सेक्टर और बुलंदशहर को 18 जोन और 50 सेक्टर में विभाजित कर व्यवस्था बनाई गई है।

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ये अफसर बैठक में रहे मौजूद

एडीजी जोन डीके ठाकुर, कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, आईजी नचिकेता झा, एडीजी रमित शर्मा, एडीजी बरेली जोन, एडीजी आगरा अनुपमा कुलश्रेष्ठ, पुलिस आयुक्त गाजियाबाद दिनेश कुमार पी, एडीजी अपराध एवं कानून-व्यवस्था, उत्तराखंड एपी अंशुमान, आईजी गढ़वाल करण सिंह, आईजी करनाल कुलवेंद्र सिंह, डीआईजी सहारनपुर अजय साहनी, डीआईजी मुरादाबाद मुनिराज जी, एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल, दीपक मीणा जिलाधिकारी और एसएसपी डा, विपिन ताडा मौजूद थे।