Move to Jagran APP

Kartik Purnima: मखदूमपुर गंगा घाट पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी, पूर्णिमा के स्‍नान को उमड़ा सैलाब

Makhdumpur Ganga Ghat हर-हर गंगे के उद्घोष से गुंजायमान हुआ गंगा तट। मेरठ में चार दिवसीय मखदूमपुर गंगा मेला संपन्न हुआ। यहां पर तंबूओं में पकाई गई खिचड़ी के प्रसाद की सौंधी महक गांव की संस्कृति की पौराणिकता को दर्शा रही थी।

By Jagran NewsEdited By: PREM DUTT BHATTUpdated: Tue, 08 Nov 2022 01:17 PM (IST)
Hero Image
Kartik Purnima 2022 मेरठ में आस्‍था का गंगा स्‍नान मेला मंगलवार को समाप्‍त हो गया।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Ganga Mela Meerut हस्तिनापुर में मखदूमपुर गंगा घाट पर पतित पावनी गंगा मैया में मंगलवार को लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाकर पुण्य लाभ लिया। इस दौरान गंगा घाट हर हर गंगे, जय मां गंगे के उद्घोष से दूर दूर तक गुंजायमान हो गया। गंगा घाट पर नजर आते श्रद्धालुओं की भीड़ से नजारा देखते ही बन रहा था। पाप, संताप व कष्टों को हरने वाली पतित पावनी गंगा के तटों पर फैली चांदी सी रेती पर पूर्णिमा के पवित्र स्नान पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।

सूर्य देव को अर्घ्‍य दिया

गंगा के घाट पर हर श्रद्धालु हर हर गंगे के जयकारें लगाते हुए मन में आस्था लिए यही प्रयास कर रहा था कि वह भी ब्रह्म मुहुर्त में स्नान कर पुण्य का भागीदार बन जाए। वहीं तंबूओं में पकाई गई खिचड़ी के प्रसाद की सौंधी महक गांव की संस्कृति की पौराणिकता को दर्शा रही थी। मखदूमपुर गंगा घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगभग तीन लाख लोगों ने गंगा मैया में डुबकी लगाकर पूजा अर्चना की और सूर्य देव को अर्घ्‍य समर्पित किए।

जाम की स्थिति

पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार की मध्य रात्रि से ही पूर्णिमा का मुख्य स्नान प्रारंभ हो गया था। मंगलवार की प्रात श्रद्धालुओं की भीड़ इस कदर उमड़ी की मेले के मुख्य द्वार तक जाम की स्थिति बन गई। गंगा तट पर किसी ने बच्चों का मुंडन कराया और किसी ने गंगा मैया की पूजा अर्चना की। आज पूरा दिन मखदूमपुर गंगा घाट पर जाने वाले मार्गो पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रही।

सूर्य देव की पहली किरण से पूर्व उजड़ने लगी तंबू नगरी

चार दिनों से श्रद्धालुओं का मेले में पहुंचने का क्रम जारी था और गंगा तीरे तंबू नगरी सी बस गई। गंगा किनारे बजने वाले भक्ति संगीत कानों में रस घोल रहे थे। मेले में सजी रंग बिरंगी लाइट व डीजे पर नृत्य करते हुए श्रद्धालुओं को देखते ही मेले की रौनक बन रही थी। परंतु मुख्य स्नान की रात्रि में ही तंबुओं की नगरी उजडऩी शुरू हो गई और पांच दिनों तक गुलजार रही तंबुओं की नगरी दोपहर तक विरान सी हो गई।

जिला पंचायत की व्यवस्था ध्वस्त

मेले उद्घाटन से पूर्व जिपं अध्यक्ष गौरव चौधरी व एएमए सुनील गुप्ता ने मेले में व्यवस्थाएं बेहतर होने की बात कही थी। परंतु मुख्य स्नान पर सभी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई। बेकाबू भीड़ ने जैसे तैसे कर मुख्य घाट पर स्नान किया। वहीं महिला श्रद्धालु को सबसे बड़ी परेशानी हो रही थी। महिलाओं को वस्त्र बदलने के लिए भारी परेशानी उठानी पड़ी।

बिछड़ों को मिलाया, प्रसाद वितरण किया

गंगा में स्नान करते समय कई परिवारों के छोटे बच्चे भीड़ में ही छूट गए। जिन्हें बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एनाउंसमेंट कर उनके परिजनों से मिलाया। परिजनों ने जिला पंचायत की व्यवस्था को कोसते हुए बजरंग दल का धन्यवाद किया। वहीं बजरंग दल शिविर में खिचड़ी व हलवे का प्रसाद वितरण किया गया। जिसके लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।